Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
प्रभु हम पे कृपा करना
प्रभु हम पे कृपा करना, प्रभु हम पे दया करना ।बैकुंठ तो यही है, हृदय में रहा करना ॥गूंजेगे राग बन कर वीणा की तार बनके,प्र
ये गर्व भरा मस्तक मेरा प्रभु चरण धूल तक झुकने दे
ये गर्व भरा मस्तक मेरा प्रभु चरण धूल तक झुकने दे,अहंकार विकार भरे मन को, निज नज़्म की माला जपने दे,ये गर्व भरा मस्तक मेर
मन ना रंगाए जोगी कपड़ा रंगाए
तन को जोगी सब करे, मन को करे ना कोई, सहजे सब सिद्धि पाइए, जो मन जोगी होय । हम तो जोगी मन ही के, तन के हैं ते और,
चलना है दूर मुसाफिर काहे सोवे रे
चलना है दूर मुसाफिर,काहे सोवे रे,काहे सोवे रे..मुसाफिर! काहे सोवे रे,चेत-अचेत नर सोच बावरे,बहुत नींद मत सोवे रे,काम-क्रो
हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी
हमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानी,पाई अमर निशानी ।गुरु मिले ब्रम्हज्ञानीहमारे गुरु मिले ब्रम्हज्ञानीकाग पलट गुरु हंसा किन्हे,
अरे दिल ग़ाफ़िल गफलत मत कर इक दिन जम तेरे आवेगा
अरे दिल ग़ाफ़िल गफलत मत कर,इक दिन जम तेरे आवेगा |सौदा कारन को या जग आया,पूँजी लाया,मूल गंवाया,प्रेम नगर का अंत ना पाया,ज
मेरी सुरति सुहागन जाग री
मेरी सुरति सुहागन जाग री,जाग री...हो जाग री....जाग री...हो जाग री....मेरी सुरति सुहागन जाग री,क्या तू सोवे मोहिनी नींद म
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥द्वारे पे उसके जाके कोई भी पुकारता,परम कृपा दे अपनी भ
कबीरा सोया क्या करे बैठा रहु और जाग
कबीरा सोया क्या करे ? बैठा रहू अरु जागजिनके संग ते बिछलों वाही ते संग लागज्यों तिल माही तेल है ज्यों चकमक में आगतेरा साई
मैली चादर ओढ़ के कैसेद् वार तुम्हारे आऊँ
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ,हे पावन परमेश्वर मेरे,मन ही मन शरमाऊँ ।मैली चादर ओढ़ के कैसे...तूने मुझको जग मे
साईं की नगरिया जाना है रे बन्दे
साईं की नगरिया जाना है रे बन्दे..जाना है रे बन्देजग नाही अपना,बेगाना है रे बन्दे...जाना है रे बन्दे...जाना है रे बन्दे..
मन मैला और तन को धोए
मन मैला और तन को धोए,फूल को चाहे,कांटे बोये...कांटे बोये ।मन मैला और तन को धोए...करे दिखावा भगति का क्यों उजली ओढ़े चादर
मन लागो मेरो यार फकीरी में
मन लागो मेरो यार फकीरी में ।जो सुख पावो राम भजन में,सो सुख नाही अमीरी में ॥भला बुरा सब का सुन लीजै,कर गुजरान गरीबी में ॥
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन सुन लो मेरी पुकार
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार |पवनसुत विनती बारम्बार ||अष्ट सिद्धि नव निद्दी के दाता, दुखिओं के तुम भाग्
ऐसा प्यार बहा दे मैया
ऐसा प्यार बहा दे मैया, चरणों से लग जाऊ मैं ।सब अंधकार मिटा दे मैया, दरस तेरा कर पाऊं मैं ।।जग मैं आकर जग को मैया, अब तक
तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार
राम नाम सोहि जानिये, जो रमता सकल जहानघट घट में जो रम रहा, उसको राम पहचानतेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार, उदास मन काहे को करे
आरती अंजनी नंदन की पवन सुत कष्ट निकंदन की
आरती अंजनी नंदन की ,पवन सुत कष्ट निकंदन की स्वर्ण की आभा बज्र शरीर, सकल गुण धाम शिरोमणि वीर, बसे हिये राम धरे ध
मेरे बाला जी चले आना
विनती मेरी सुनकर मेरे बाला जी चले आना, मैं ध्यान धरूं तेरा मेरे भी संकट मिटा जानाविनती मेरी सुनकर....समझ के
श्री राम से मेरा भी रिश्ता हनुमान तुम्हारे जैसा हो
श्री राम से मेरा भी रिश्ता हनुमान तुम्हारे जैसा हो-2हनुमान तुम्हारे जैसा हो, हनुमान तुम्हारे जैसा हो।श्री राम से मेरा भी
राम दीवाना हो मस्ताना झूमे देखो बजरंगबली
राम दीवाना हो मस्ताना, झूमे देखो बजरंगबली बजरंगबली बजरंगबली, झूमे देखो बजरंगबली श्री राम की धुन में रहता, हर दम ये मतवाल
बजरंगी तेरा सोटा कमल
बजरंगी तेरा सोटा कमाल,मचाई जग में बाबा धमालराम गुण गाएंगे कष्ट मिट जाएंगे1-राम नाम की महिमा भारी,भजते सदा शंकर त्रिपुरार
एक बार मेंहदीपुर चले आइए
संकट विकट सब होंगें दूर,करेंगे बाला जी अर्जी मंजूर,एक बार मेंहदीपुर चले आइए,बजरंगबली के चरणों में ध्यान लगाइए.....बाला ज
आओ हनुमान जी
आओ हनुमान जी आओ हनुमान जी,भाव भक्तों से तुमको करते, कोटि-कोटि प्रणाम जी.... घूंघर घूंघर बाल तुम्हारे, सिर पर मुकुट संभाल
सम्पूर्ण सुन्दरकाण्ड
||आसन ||कथा प्रारम्भ होत है। सुनहुँ वीर हनुमान ||राम लखन जानकी। करहुँ सदा कल्याण |||| श्री गणेशाय नमः || || रामचरितमानस
श्री राम का सेवक मां अंजनी का लाला
झूम झूम नाचे देखो बजरंग बाला,श्री राम का सेवक मां अंजनी का लाला,जिस ने रावण को डराया, सीता मां का पता लगाया,जिसने लंका क
राम लक्ष्मण के संग जानकी
तर्ज -जिंदगी की ना टूटे लड़ीराम लक्ष्मण के संग जानकी,जय बोलो हनुमान की,राम लक्ष्मण के संग जानकी,जय बोलो हनुमान की.......
कर ना सके जो कोई भी करके दिखा दिया
कर ना सके जो कोई भी,करके दिखा दिया,सेवक ने अपने स्वामी पे,नौकर ने अपने मालिक पे,कर्जा चढ़ा दिया......सीता से राम बिछड़े
आये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण
आये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण,हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण.....हनुमन्ता रणधीरा,दुःख हर लो महावीरा॥मंगल कर्ता संकट मोचन,तु
मेरी सुनलो मारुति नंदन
मेरी सुनलो मारुति नंदन,काटो मेरे दुख के बंधन,हे महावीर बजरंगी,तुम्हे कहते है दुख भंजन......मुझ पर भी करुणा करना,मैं आया
बाला हम सब उतारें तेरी आरती
आरती तर्ज – अम्बे तू है जगदम्बे कालीतेरी जय हो हनुमान निराले,बालाजी घाटे वाले,तेरे ही गुण गाएं भारती,हो बाला हम सब उतारे