Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
डमुरिया डम डम बाजे रे
शीश पे चँदा जटा में गंगा तन पे भस्मी राचे हो,त्रिपुण्डधारी त्रिनेत्र धारी कर तेरे त्रिशूल बिराजै,भोले शंकर की डमुरियाँ ड
जल जल कलेजे में छाले पड़े
जल जल कलेजे में छाले पड़े,ऐसे भोले बाबा से पानी पड़े…….ना भोले बाबा के महल अटारी,पर्वत के ऊपर झोपड़िया पड़े ऐसे भोले बाब
म्हारा उज्जैन का महाराजा
बोल महाकाल महाराज की जय,म्हारा उज्जैन का महाराजा की जय जय हो,जय जय हो जय जय हो………बेटा चिंतामन की जय हो,मैया हरसिद्धि की
झोली भरलो भगतों दौलत बरसे
झोली भरलो भगतों दौलत बरसे भोले के दरबार,दातारी का क्या कहना है सरकारों की सरकार....रंग रंगली महीना देखो सावन भोले बाबा क
त्रिशूल धारी वो भोला भंडारी
ॐ नमः शिवाय शम्भू , ॐ नमः शिवायत्रिशूल धारी वो भोला भंडारी,धरती नभ आकाश के तुम ही हो स्वामी,हर इक सवाली की किस्मत सँवारी
शिव डमरूवाले को ना दिल से भुलाना
शिव डमरूवाले को ना दिल से भुलाना तू,शम्भु त्रिपुरारी की नित आरती गाना तू...शिव शिव कह के प्राणी जीने का मजा लेले,मालूम न
महेश वंदना ( new )
किस विधि वंदन करू तिहारो ओढरदानी त्रिपुरारी,बलिहारी बलिहारी जय महेश बलिहारी....नयन तीन उपवीत भुजंगा, शशि ललाट सोहे सिर ग
शंकर जी का कुण्डी सोटा ले गई गौरा पार्वती
शंकर जी का कुण्डी सोटा ले गई गौरा पार्वती,ले गई गौरा पार्वती हाँ ले गई गौरा पार्वती…..पार्वती जी पूछन लागी जटा में तेरे
जन जन का कल्याण करे मेरा भोला
जन जन का कल्याण करे मेरा भोला बाबा,भक्तों का उद्धार करे मेरा भोला बाबा,ॐ नमो: शिवाय हरि ॐ नमो: शिवायॐ नमो: शिवाय हरि ॐ न
शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा
शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा हमारा तुम्हारा,महाकाल की नगरी मे पाउ जनम दोबारा….इस नगरी के कंकर पत्थर हम बन जाए,भक्त हमा
भोले के हम दीवाने हैं
पग पग मिलते भक्ति, के जहाँ अजब नज़ारे,चलो चले सब हरिद्वार, हम शिव के द्वारे,शिव के द्वारे अजब नज़ारे,शिव के द्वारे अजब न
जान से प्यारी शिव शंकर की मूर्ति
मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति,सारे जग से न्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति,शिव शंकर की मूर्ति, अभ्यंकर की मूर्ति
भोले जी तेरी एक ना मानूंगी
भोले जी तेरी एक ना मानूंगी, भांग तेरी अब ना घोटुगी.....भांग तु क्यों ना घोटेगी,भांग पीने ब्रह्मा जी आएंगे,भांग ब्रह्माणी
भोले नीलकंठ पर बैठे पी गए अमृत भंगिया
भोले नीलकंठ पर बैठे पी गए अमृत भंगिया.....अमृत भंगिया पी गए, हरि हरि भंगिया,भोले नीलकंठ पर बैठे पी गए अमृत भंगिया....ब्र
भोले जी तेरी ना मानूंगी
भोले जी तेरी एक ना मानूंगी,सवेरे उठ पीहर जाऊंगी.....पिहर तुम कैसे जाओगी,रस्ते में ब्रह्मा जी मिल जाएंगे,ब्रह्मा जी से पर
खड़ी खड़ी क्यूँ हालै गौरा
क्यू खड़ी खड़ी क्यूँ हालै गौरा चाल कसूती चालै,तू चाल कसूती चालै आज कसूती चालै,आज कर के चोटी ढीली भोले भंग मन्ने भी पी ली
मज़ा भक्तों को सावन की बरसात में आया
मज़ा भक्तों को सावन की बरसात में आया,की झूमो नाचो बुलावा भोलेनाथ का आया……..पूरे सावन दीवाना मेरा भोलेनाथ रहता है,दीवाना
शिव शिव बोलो मेरे भैया
शिव शिव शिव शिव बोलो मेरे भैया,गंग शीश शशि नाग धरैया,शिव शिव शिव शिव बोलो मेरे भैया,गंग शीश शशि नाग धरैया।।उसके द्वार प
महादेव चुनरिया ला देना
हठ कर गयी गौरा मात हो मात महादेव चुनरिया ला देना,महादेव चुनरिया ला दे ना.....चाहे गंगा बिके चाहे यमुना बिके,चाहे बिक जाए
तेरे चरणों की दासी
हो भोले बोले तो सही,तेरे चरणों की दासी कब से दर पे खड़ी....तू नही बोलेगा तो गंगा बन जाउंगी,गंगा बन जाउंगी जटा में रम जाउ
हर जन्मों में भोले दरबार मिल जाए
हर जन्मों में भोले दरबार मिल जाए,और दिल के खज़ाने से जरा सा प्यार मिल जाए….भोले का सहारा हो और चरणों में गुजारा हो,मेरे
भोले जी ने डमरू बजाया
देवों में निराला मेरा भोला नाथ,आओ एक दिन की सुनाऊं तुम्हें बात………एक दिना बोली थी पार्वती रानी,स्वामी जी सुना दो हमें अमर
ॐ नमः शिवाय हरी ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय हरी ॐ नमः शिवायब्रह्मा माने विष्णु मानेनारद विणा से गाये हरी ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय हरी ॐ नमः शिवाय……जटा में
भक्ति लगन का दीप जलाकर
भक्ति लगन का दीप जलाकर,जपते मन से नाम तेरा,भक्ति लगन का दीप जलाकर,जपते मन से नाम तेरा,राम की जिस में निष्ठा भरी है,राम क
पधारे वीराने भोलेनाथ जी
गूंजे अंबर बरसे सावन,भक्त वी आए तुझे मनावन,कल कल बहती जाए नदियां,बजे जो डमरू लगे सब गावन,लाए है टोली भूतों की साथ जी,पधा
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी……गौरां जी ने बोदी हरी हरी मेहँदी,शिव शंकर ने बोई भांग बुंदिया पड़ने लगी…….गौरां जी
बाबा तेरी जटा में
शंकर तेरी जटा में,बाबा तेरी जटा में,बहती है गंग धारा,भोले तेरी जटा मेंकाली घटा के अंदर,जिमि दामिनी उजाला,शंकर तेरी जटा स
काशी नगरी से आया है शिव शंकर
लेके गौरा जी को साथ भोले भाले भोले नाथ,काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर…….नंदी पे सवार होकर डमरू बजाते,चले आ रहे हैं भूले हर
बम बम भोले भेद सारे खोले
ओ बम बम भोले डमरू तेरा बोले ये भेद सारे खोले ,तू सबसे महान है के तेरे हाथो में जगत की कमान है,ओ भंडारी तेरी लीला है न्या
भोलेनाथ शिव शंभु भजे
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायबम बम भोले बम बम भोलेबम बम भोले बम बम भोलेबम बम भोले बबम भोलेबम बम भोले बब