Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
बूटी लेकर जल्दी अइयो
जल्दी जईयों पवनसुत वीर बूटी ले अइयो,ले अइयो बूटी ले अइयो,जल्दी जईयों पवनसुत वीर बूटी ले अइयो॥बड़े बड़े योद्धा सभा दल में
सब तेरे है संतान
बजरंगबली हनुमान,सब तेरे है संतान,बजरंगबली हनुमान॥तेरे जैसा और ना दूजा,करते है प्रभु तेरी पूजा,तुम हो कृपा निधान,तुम हो क
कहे श्री राम सुनो हनुमान
कहे श्री राम सुनो हनुमान जाओ संजीवन ले आओ,कहे श्री राम सुनो हनुमान जाओ संजीवन ले आओ,कहे श्री राम सुनो हनुमान जाओ संजीवन
मंगल मूर्ति मारुती नंदन
मंगल मूर्ति मारुती नंदन,सकल अमंगल मूल निकंदन,मंगल मूर्ति मारुती नंदन,सकल अमंगल मूल निकंदन,पवन तनय संतन हितकारी,पवन तनय स
दया दृष्टि करो
दया दृष्टि करो सारे संकट हरो,वीर बजरंगबली हनुमान,अपने भक्तो पे तुम कृपा करते सदा,तुम भक्तो का रखते हो मान,दया दृष्टि करो
छोटो सो हनुमान बड़ो प्यारो लगे
छोटो सो हनुमान सखी री मोहे प्यारो लगे,अंजनी माँ को लाल सखी री मोहे प्यारो लगे,प्यारो लगे बड़ो प्यारो लगे,छम छम नाचे हनुम
जंगल में मंगल करईयो हनुमान जी
जंगल में मंगल करईयो हनुमान जी,करियो हनुमान जी करियो हनुमान जी,बिगड़ी बात बनइयो हनुमान जी,जंगल में मंगल करईयो हनुमान जी॥ज
हनुमान दया करो मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,हनुमान दया करो मेरे॥तू लाल लंगोटे वाला,सिर मुकुट कान में बाला,सियाराम हृदय में तेरे,हनुमान दय
हे बजरंगी भक्त नहीं तुमसा कोई महान
श्री राम के सच्चे सेवक,करे शत शत तुम्हे प्रणाम,हे बजरंगी भक्त नहीं तुमसा कोई महान,श्री राम के सच्चे सेवक,करे शत शत तुम्ह
राम गुण गा गा के
नाच रहे हनुमान राम गुण गा गा के,राम गुण गा गा के राम गुण गा गा के,नाच रहे हनुमान....ऐसा सुंदर रूप बनाया,सवा सेर सिंदूर ल
बालाजी के भक्तों सुनलो
बालाजी के भक्तों सुनलो,बाबा का गुण गाया करो,श्रद्धा और विश्वास प्रेम से,उनकी ज्योत जगाया करो॥पवन देव के लाल और माँ,अंजनी
जब से मेरी हनुमान से पहचान हो गई
जीवन की सारी मुश्किल, आसान हो गई,जब से मेरी हनुमान से, पहचान हो गई,जब से मेरी हनुमान से, पहचान हो गई।।हर एक से हमने पूछा
बीती आधी रात हनुमान भी ना आए
बीती आधी रात हनुमान भी ना आए, हनुमान ना आए बजरंगी भी ना आए,बीती आधी रात हनुमान भी ना आए॥क्या ही कहूंगा मैं अयोध्या जाकर,
ऊबो थारी हाज़री बजाऊं बालाजी
ऊबो थारी हाज़री,बजाऊं बालाजी,बोल कुण सा भजन,सुनाऊँ बालाजी,बोल कुणसी सेवा,निभाऊं बालाजी,बोल तन्ने कीकर,रिजाऊ बालाजी,ऊबो थ
हनुमान अलबेले ने
हनुमान अलबेले ने, अलबेले ने,लंका जलाई अकेले ने,हनुमान अलबेले ने, अलबेले ने,लंका जलाई अकेले ने………राम काज को गए गढ़ लंका,र
मन की बात बता दे गुरूजी
मन की बात बता दे गुरूजी, बुझूं कती अकेले में,के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,मन की बात बता दे गुरूजी, ब
बजरंगबली मेरी नाव चली
बजरंगबली मेरी नाव चली,जरा बल्ली कृपा की लगा देना,मुझे रोग व शोक ने घेर लिया,कष्ट गुनाह मिटा देना,बजरंगबली मेरी नाव चली……
हवा में उड़ता जाए रे
( पवन तनय संकट हरणमंगल मूर्ति रूपराम लखन सीता सहितहदये बसहु सुर भूप। )अंजनी का लाला बड़ा मतवाला,हवा में उड़ता जाए रे मेर
रामजी से हमको मिला दो बजरंगी
रामजी से हमको मिला दो बजरंगी,मिला दो बजरंगी, मिला दो बजरंगी,रामजी से हमको मिला दो बजरंगी।सुग्रीव तुमने राम से मिलाए,हमसे
हृदय हनुमान जी का अवध का धाम है
( धन्य अवध सरयू सरितधन्य सुबह और शामधन्य अवध जीवन सकलधन्य अयोध्या धाम। )जय राम भक्त हनुमान जय पवन पुत्र हनुमानजय राम भक्
वो राम धुन में मगन है रहते
वो राम धुन में मगन है रहते,लगन प्रभु की लगा रहे है,वो राम जी के चरण में रहते,प्रभु के कारज बना रहे है,वो राम धुन में मगन
आना हो दरबार मिलेंगे बालाजी
यकीन हो पक्का मन हो सच्चा,आना हो दरबार मिलेंगे हो बालाजी,यकीन हो पक्का मन हो सच्चा,आना हो दरबार मिलेंगे हो बालाजी....सच्
बाबा के जागरण में
रात जगी बाबा की, ते गावण ने जी कर गया ,जब बाजण लाग्या साज,नाचण ने जी कर गया ,बाबा के जागरण में गावण का जी कर गया ,बाबा क
बजंरगी लाल लाल हो गया
भरी सभा में नांचण लाग्यो,महिमा सिन्दूर की समझावण लाग्यो,गले लगा लो मेरे राम,बजंरगी लाल लाल हो गया,बजंरगी लाल लाल हो गया,
हो लगी भवन में भीड़
हो लगी भवन में भीड़, बालाजी संकट काटो न,हो बाबा, लगी भवन में भीड़, बालाजी संकट काटो न,सुणी होली पे संकट काटो,सब भक्तां क
राम शरण में जानो है तो पूंछ पकड़ ले रे
रावण से बोले हनुमाना, है नाम राम ही बलवाना,मेरी बात मान ले रावण तू भी राम शरण में आजा ना,श्री राम शरण में जानो है तो पूं
जो खेल गये प्राणो पे
जो खेल गये प्राणो पे, श्री राम के लिए,एक बार तो हाथ उठालो,मेरे हनुमान के लिए ।एक बार तो हाथ उठालो,मेरे हनुमान के लिए ।सा
क्या कहना वाह क्या कहना
धुन- अफ़साना लिख रही हूँ ( नासै रोग हरै सब पीरा, जप निरंतर* हनुंमत बीरा llसंकट ते हनुंमान छुड़ावै, मन कर्म वचन ध्यान जो
दे दे अपनी नौकरी बालाजी सरकार
धुन- देना हो तो दीजिए जन्म जन्म का साथदे दे अपनी नौकरी, बाला जी / मेहंदीपुर सरकार ll*बस इतनी तनखाह देना ll, मेरा सुखी रह
श्री बालाजी सरकार है
धुन- जीया बेकरार है श्री बालाजी सरकार है, मेहंदीपुर दरबार है,मन की अख्खियाँ खोल के देखो, यह सच्चा दरबार है llसीताराम सहा