Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
अज से आगे भोले नाथ तेरी भांग बिलकुल बंद से
तू घोटा लान दे ये मोसम नीरे पसंद से अज से आगे भोले नाथ तेरी भांग बिलकुल बंद से फेर नही मांगू गा गोरा आज तो भांग पिला दे
बम बम बोल के तू तर जाएगा
बम बम बोल के तू तर जाएगा शंकर शम्भु बोल के तू तर जाएगा बम बम बोल के तू तर जाएगा हरिद्वार से कावड लेके पैदल जब भी आयेगा,ज
ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ
ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवायहर हर भोले नमः शिवाय,ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय,हर हर भोले नमः शिवायमहाकालेश्वराय महाकालेश्वराय,
भंगिया में डूब गए हो सुध विसराओ भोला जी
भंगिया में डूब गए हो सुध विसराओ भोला जी,मैं थक गई भंगियाँ पीसत हाथ दुखायो भोला जी भंगिया में डूब गए ...मेवा मिश्री आप के
रे मेरा भोला बड़ा बिंदास
शिव शंकर मेरे भोले जी का सब से अलग अंदाज पूरी करते सब की ईशा कभी न तोड़े आस रे मेरा भोला बड़ा बिंदास मेरे भोले शंकर जी क
सुन ले डमरू वाले मुझे तेरा ही सहारा
सुन ले डमरू वाले मुझे तेरा ही सहारातेरा ही सहारा मुझे तेरा ही सहारा दूर दूर तक डमरू वाले सूजे नही किनारा इक बार आ जाओ बा
सावन के महीने नील कंठ आउगा
सावन के महीने नील कंठ आउगा,तेरा नाम लेके भोले डाक उठाऊ गा,दुनिया की छोड़ कर भीड़ भाड़ ने तेरे दर का आके तेरा भोग लाउगाते
जिस काँधे कावड लाऊ
जिस काँधे कावड लाऊ मैं आप के लिए वो कान्धा काम आ जाए माँ और बाप के लिए जब काँधे पे मैं कावड उठाऊ उस से मैं जितना पुण्ये
म्हारा मन तरसे भोले मिलने को तरस ते है
म्हारा मन तरसे भोले मिलने को तरस ते है लॉकडाउन हटा भोले कावड को तरस ते है म्हारा मन तरसे भोले मिलने को तरस ते है हरी द्व
साँवरिया सरकार हम तुम्हारे हैं
साँवरिया सरकार हम तुम्हारे हैं ओ साँवरिया सरकार हम तुम्हारे हैंमेरे
भोले बाबा काम चला ले हैंडपंप के पानी से
चारो तरफ लॉकडाउन है,बंदी सिटी बंद टाउन है पुलिस खड़ी और सील है बॉर्डर गोरवेंट का सख्त है आर्डर हरिद्वार मैं जा नही सकता
काँधे पर लेलो कावड पॉवर मिलेगा
काँधे पर लेलो कावड पॉवर मिलेगा जय जय शिव बोलो बनेगा सब काम सब रोग का है जवाब भोला नाथ भांग चडा लो न होगी परेशानी किरपा क
तोड़ दूंगी मैं सिलवटिया
तोड़ दूंगी मैं सिलवटिया फोडू गी चिलमिया जी पीने न दूंगी भोले दानी तुम को भंगियाँ जी मानो गे ना बात मेरी मैं रूठ जाउंगी क
जपो बम लेहरी लेहरी
शिव को पति पाया गोरा शिव नाम की माला फेरीजपो बम लेहरी लेहरी भजो शिव लेहरी लेहरी,युग युग से गोरा करे शिव का इन्तजार है दा
मेरे गिरजा पति सा दया वां नही
रखते हिसाब नही देते तोल के,बाँट ते खजाने शिव दिल को खोल के पीछे हट ते देके वरदान नही मेरे गिरजा पति सा दया वां नही सब पे
भोला भंडारी बाबा भोला भंडारी
बम बम भोले जी बाबा बम बम भोले गले में इनके सर्प माला हाथ में है तिरशूल नील कंठ पे बैठे बाबा लगते बड़े कूल भोला भंडारी बा
भोले बाबा की सवारी बडी शान से चले
भोले बाबा की सवारी बडी शान से चले महादेव त्रिपुरारी बड़े शान से चले अरे ढोल नगाड़े संग साथ में चले और बचे बूढ़े दर नाचते
प्राणी लोक मुझे भी ले चल भोले जोगिया
प्राणी लोक मुझे भी ले चल भोले जोगिया,होके नन्द पे सवार जाऊ केलाश पार धरती घुमं दे पापियों के पाप से भरा है सारा संसार कह
लॉकडाउन हटा दो भोले जी
सावन में कावड लाऊगा लॉकडाउन हटा दो भोले जी सावन में कावड लाऊगामन मेरे में उठे माया जब जब यु सावन है आया,हरिद्वार की नगरी
शिव सतुति
आशुतोष सशाँक शेखर चन्द्र मौली चिदंबरा,कोटि कोटि प्रणाम शम्भू कोटि नमन दिगम्बरा,निर्विकार ओमकार अविनाशी तुम्ही देवाधि देव
हो जो नज़रे करम आपकी
हो जो नजरें करम आपकी, फिर नहीं डर है संसार की ,एक नजर दास पर हो कभी, फिर नहीं डर हे संसार कीकोई दाता है तुझसा नहीं, दिन
नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे
नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे डमरू बजा के भंगियाँ चडा के देदो गोला रे नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे सिर की जटा
पिल्वायदे भंगिया घोट ओ गनपत की मम्मी
पिल्वायदे भंगिया घोट ओ गनपत की मम्मी घोटे घोट घुमाए दे प्यारी रगडा खूब लगाये दे पिल्वायदे भंगिया घोट ओ गनपत की मम्मी दुर
भोले तेरी कैसे कांवड़ लाऊं
भोले बाबा तेरे दर पे कैसे आऊं मैंकोरोना में कैसे तेरी कांवड़ लाऊं मैं भारत में लगरा सै बाबा हैवी लोकडाउन दिल डाटे नहीं ड
भटक रहा है राहें आदमी आजा आजा महादेव
भटक रहा है राहे आदमी, भुला सब आदेश राह दिखाना आकर मुझको है देवो के देव आजा आजा महादेव,मेरे शिव गुरु महादेव दूषित हुई जब
जपु मैं ॐ नमः शिवाय
जटा में गंगा माथे पे चंदा तन में भस्म रमाया है गोरा संग केलाश विराजे अद्भुद तेरी माया है जटा में गंगा माथे पे चंदा तन मे
होता न कण्ट्रोल अब तो जिया
होता न कण्ट्रोल अब तो जिया अरी ला गोरा,ला थोड़ी भंगिया पिला शम्भु इसके सिवा कोई काम नही तूना अब न छोड़ा गोरा नाम नही पल
इन आँखों में सूरत है
इन आँखों में सूरत है तेरी मन मन्दिर में मूरत है तेरी होठो पे है नाम तेरा सांसो में तू है वसा सुन अविनाशी सुन केलाशी सुन
शिव के शरण मे नही गए तो क्या होगा संसार का
अमृत किसी के पास नही सब मालिक विष भंडार का, शिव के शरण मे नही गए तो क्या होगा संसार का।जितना सर कटता रावण का फिर से सर ल
किस विधि वंदन करुं तिहारो
किस विधि वंदन करुं तिहारो ओडर दानी त्रिपुरारी,बलिहारी बलिहारी जय महेश बलिहारी नैन तीन उपवीत बुजंगा शशील लाट सोहे गंगा मु