Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
महेश वंदना
किस विधि वंदन करू तिहारो – ओढरदानी त्रिपुरारीबलिहारी – बलिहारी – जय महेश बलिहारी !! धृ !!नयन तीन उपवीत भुजंगा, शशि ललाट
देवों के देव महादेव
देवों के देव महादेव हैं महान, कैलाश वासी धुँनी रमाऐं,गले में सर्प और हैं मुंडमाल हैं मुंडमाल,जय भोले नाथ.,देवों कू देव म
पीहर ना जाओ गौरा तेरा मेरा निरादर है
पीहर ना जाओ गौरा तेरा मेरा निरादर हैगौरा तेरे बाबुल ने यज्ञ रचाया है सब को निमंत्रण दिया नहीं हमको बुलाया हैपीहर ना जाओ
शिवरात्रि का दिन आ गया सज गया डमरू वाला
शिवरात्रि का दिन आ गया सज गया डमरू वाला,बैल पे चढ़ के आ गया गौरा को ब्याहने वाला,ये कैसी अजब बारात इस के भुत प्रेत है सा
तेरे धाम आया हु
तेरे धाम आया हु मैं शंकर,बड़ी आस लाया हु मैं शंकर,सारा जग वैरी मेरा हो जाए,मुझसे ये नाता तोड़ के जाए मिल जाए किरपा तेरी
शिव शंकर बेडा पार करो
शिव शंकर बेडा पार करो हम भगतो का उधार करो,सब कष्ट कलेश मिटे मन के भोले बाबा उपकार करो,किरपा करदो हे शिव शंकर दुखड़े हर ल
दुलहा बन कर भोले आये
गले सर्पो की माला तन भस्म रमा के,हो कर नंदी पर सवार दुलहा बन कर भोले आये है गोरा जी के लाल,तीनो लोको की स्वामी के बारात
करो जी मेरा भव से बेडा पार
मेरा मन मस्ती में ढोले ये हर हर बम बम बोले,दया की करदो नजर इक बार करो जी मेरा भव से बेडा पार,रात और दिन तेरा अलख जगाउ रे
शिव है मेरे मन मंदिर में
शिव है मेरे मन मंदिर में और कोई न दूजा,शिव का ध्यान करू मैं निष् दिन शिव ही मेरी पूजा,शिव मेरा सहाये शिव मुझ में समाये म
आई शिवरात्रि त्यौहार आ गई
आई शिवरात्रि त्यौहार आ गई,शिव के दर्शन की इक नजर चाहिए,मैं हु बेघर मुझे इक घर चाहिए,आज शिवलिंग पे वेलपत्र धतूर चढ़े,अब त
आया शिवरात्रि का त्यौहार है
शिव जी की महिमा अपरम्पार हैआया शिवरात्रि का त्यौहार हैचरणों में नतमस्तक संसार हैआया शिवरात्रि का त्यौहार हैनमः शिवाय ॐ न
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ नेसारा कैलाश पर्वत मगन हो गयाऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ नेसारा कैलाश पर्वत मगन हो गयाडमरू को सुनकर जी
ऐसा डमरू बजाया भोले नाथ
ऐसा डमरू बजाया भोले नाथदुनिया दीवानी हो गयीनशा भंग का चड़ाया भोले नाथकी ऋतु मस्तानी हो गयीऐसा डमरू बजाया भोले नाथकी दुनि
डमरूवाला बड़ा दिलवाला
डमरूवाला बड़ा दिलवाला डमरू वाला है जग रखवाला,पेहने सर्पो की माला,पीते जेहर का प्याला,ये तो भूतो के संग डोले,डमरूवाला बड़
मन जप नमः शिवाय रे
मन जप नमः शिवाय रे , तेरी बिगड़ी नाथ सवारे,मन्त्र ये तारण हारा है बेडा भव सागर से तारे,मन जप नमः शिवाय रे , भोले नाथ की
गोरा तेरी भंगिया कमाल रे
तेरा इनकार करना नही ठीक हैमेरा भंगिया से नाता बड़ा नजदीक हैमेरी इतनी सी बात जरा कर ख्याल रेगोरा तेरी भंगिया बड़ी कमाल रे
जगत के सर पर जिनका हाथ
धुन- भगत के वश में है भगवान जगत के सर पर जिनका हाथ, वहीं है अपने भोले नाथ ll*जिन चरणों में, सदा झुकाती ll, सारी दुनियाँ
महादेव आ जाते मेरे सामने
ना जाने किस भेस में आ कर काम मेरा कर जाते है,मैं जो भी मांगू मेरे महादेव चुपके से दे जाते है,मैं जब भी उनका ध्यान धरु,मन
चल चली शिव भोले दी बारात
चल चली शिव भोले दी बारात जग तो निराली भगतो ,आज गोरा जी नाल होनी मुलाकात जग तो निराली भगतोगल विच बिछुए सप लंकाये ने,गज गज
डिम डिम डमरू
डिम डिम डमरू भ्जाये शम्भु,सारे जहां को नचाये शम्भु,घोटे पे घोटा लगाये शम्भु मौज में जिस दिन आये शम्भु,सारे जहां को नचाये
सुन भोले शंकराये
सुन भोले शंकराये सुन भोले शंकराये,नाम जिसने तेरा लिया उसे सब कुछ दे दियां,सुन भोले शंकराये सुन भोले शंकराये,जटा में गंगा
देवो के देव है महादेव है महान
देवो के देव है महादेव है महान कैलाश वासी धुनि रमाये गले में सर्प और है मुंड माल,देवो के देव है महादेव है महान कंठ में अप
शिव जी बिहाने चले
शिव जी बिहाने चले नंदी सजा के बभूति रमा के ढोलवा बजा के हो आज,हा संग संग बाराती चले भंगियाँ चढ़ा के स्वांग रचा के भूत्वा
बाबा भर्फानी मेरा भोला भर्फानी
डम डम डमरू भाजे शंकर कैलाश पे नाचे,तांडव करे ोगडदानी धरती अम्बर सब कांपे,कोई न माया शिव शमभू की जानी,बाबा भर्फानी मेरा भ
सुन ले ओ भोले विनती हमारी
सुन ले ओ भोले विनती हमारी भकत पुकारे आज,कैलाश पर्वत में धुनि रमाये बैठे है भोले नाथ.कैलाश पर्वत में रहने वाला रूप तुम्हा
दूल्हा दूल्हा बन गए भोला भंडारी
अरे नाग गले में डाले चंदा माथे पे यु सजाये है,बसम बभूति लगा के वो तो नंदी पे बैठे आये है.दूल्हा दूल्हा बन गए भोला भंडारी
मेरे बाबा भोले बाबा मैं आया तेरे द्वार
मेरे बाबा भोले बाबा मैं आया तेरे द्वार,मेरे जीवन की नैया तुम करदो भव से पार,मेरे बाबा भोले बाबा मैं आया तेरे द्वार,कोई न
शंकर दी बूटी
घोट घोट के पी ले तू शंकर दी बूटी,तू पी लै भगता पी लै शंकर दी बूटी,रगड रगड के पी लै शंकर दी बूटी .शंकर मेरा डमरू वाला,ओहद
जो पीयेगा भुट्टी शिव नाम की
जो पीयेगा भुट्टी शिव नाम की,उसे लागे लगन शिव के नाम की,जो पीयेगा भुट्टी शिव नाम की,भुटटी भोले नाथ की लोगो ने कर दी है बड
तेरे सोहने सोहने शिवलिंग उते चढ़ावा जल भोलेया
तेरे सोहने सोहने शिवलिंग उते चढ़ावा जल भोलेया,तेरे सोहने सोहने चरना नु मैं बैठी मल भोलेया,तेरे सोहने सोहने शिवलिंग उते च