
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
जलाओ दीप घर घर में मेरे प्रभु राम आये है लगे दुल्हन सी अवध नगरी मेरे प्रभु राम आये है हुए अरमान अब पुरे जो बरोसे से हिरद
हर घर में और गली शहर में हम को भगवा लेहराना है मेरे राम प्रभु का मंदिर भव्य बनायेगे,भारत का हर बचा युवा झूम रहे नर नारी
गिरिजा पूजन को भगवान सिया महारानी आई हैकोई सखी आगे चले, कोई सखी पीछे चलेसिया चले मधुरिया चालसिया महारानी आई हैगिरिजा पूज
मंगल भवन, अमंगल हारी,द्रबहु सु दसरथ, अजिर बिहारी lराम सिया राम, सिया राम जय जय राम llहो, होइहै वही जो, राम रचि राखा,को क
खुशी सबको मिली भारीअवध में राम आये है प्रभु श्री राम आये है , सिया के राम आये है ।अयोध्या सज रही सारीअवध में राम आये है
ये समय समय का फेरा हैकब क्या हो किसने जाना हैराज तिलक की थी तैयारीहर्षित थी नगरी सारीककई तो एक बहाना हैवनवास जो होने वाल
अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना,तुम्हारी लाड़ली सीता हुई बेहाल कह देनाजब से लंका में आई नहीं श्रृंगार है कीन्हा,न
राम जैसा नगीना नही सारे जग की बजरियां में नील मणि ही जडाऊ गी अपने मन की मुदरिया में राम का नाम प्यारा लगे रसना पे बिठाऊ
मेरी चिठ्ठी तुम्हारे नाम मेरे राम मेरे राम मेरी अर्जी तुम्हारे नाम मेरे राम मेरे राम इस चिठ्ठी में सब से पेहले लिखता तुम
भूमि पूजन हुआ हो गई तयारी भगती उमंग में नाचे नर नारी,राम नाम दुनिया गा रही है दुनिया छाती मेरा तन रहा है की घर घर खुशिया
ठुमक ठुमक चले राम लला प्रभुबाजे छमा छम माल भवन विच कर धन की झंकार हो रामा रामा गूंजे जय जय कार लखन भरत शत्रुघ्न लला प्रभ
चारों दूल्हा की आरती उतारू ऐ सखीचितचोरवा की आरती उतारू ऐ सखी दुल्हिन स मिथलेश कुमारीदूल्हा दुलरवा स अवध बिहारी भरी भरी न
हो तेरा जीवन सवर जाएगा राम केहने से तर जाएगा,दिल बजरंग बलि से लगा प्यार बाबा का रंग लाएगा इस जग में ठोकर आजा देख ले प्या
माटी के पुतले सीता राम सीता राम बोल रेसीता राम सीता राम बोल रे माटी के पुतले सीता राम सीता राम बोल रेजरा ध्यान से सोच ले
दीप जलावो मंगल गावो खुशियाँ मना वो रे राम लला घर में आयेगे पूरी अयोध्या को तो हम भी सजायेगे दीप जलावो मंगल गावो खुशियाँ
हो हनुमत भायो रे राम मन भायो रे राम की रटन लगा के हर पल घनो इतरायो रे,हो हनुमत भायो रे राम मन भायो रे सिया से बिछड़े जब
अवध में शुरू हुआ मंदिर का निर्माण चलो रे सब चलते है करने को श्रमदान,अवध में शुरू हुआ राम के भगतो और संतो की पूरी हुई परी
झूमता है गगन ये धरा और पवन देखो निर्माण मंदिर का होने लगाबने सुंदर भवन नाचे मन हो मगन,देखो निर्माण मंदिर का होने लगाराम
राम नाम की गूंज होरही आज जगत के कण कण में मंदिर के निर्माण का शुभ दिन राम लेहर है जन जन में मर्यादा पुरशोतम रघुवर अजर अम
बड़े समय के बाद अवध , राम का दर्शन पाएंगे बनेगा मंदिर राम लला का , राम सिया संग आएंगेधाम - धाम से मिट्टी लाकर , मंदिर म
सुबह को बोल शाम को बोल राम राम बोल क्या लागे तेरा मोल बंदे राम राम बोल जे नाम बड़ा अनमोल बंदे सुबह को बोल शाम को बोल राम
राम के नाम का झंडा लेहरा है ये लेहरे गा येह त्रेता में फेहरा है कलयुग में भी फेहरे गा,हिन्दुस्तान की धरती क्यों नही जय श
पांच सदी के इन्तजार को मिल कर हमे सजाना है,याहा जगत में राम पधारे उसी अयोध्या जाना है,याहा हजारो राखी रोई ममता गोली खाई
माटी पुकारे तुझे अवध पुकारे आजा रे भगतो आजा रे सिया राम जी के आशीष पाने आजा रे भगतो आजा रे आओ भगतो तुम्हे सुनाये कथा सिय
अवधपुरी गया पेहली वार मन को लुभाया ये दरबार कु सी दिल में उठने लगी राम प्रभु से हो गया प्यार,झुक कर किया नमन झुक कर किया
श्री राम जय राम, जय जय राम,\"श्री राम जय राम, जय जय राम\" lरघुपति राघव, राजा राम,\"श्री राम जय राम, जय जय राम\" lदुःख भर
आसमान में जितने सितारे उतने भगत राम ने तारे मेरे राम तो सब के पयारे करते वारे नयारे बोलो राम राम राम.....बाला पन मे विशब
भजले राम राम तू सुबहो शाम सुन ले रे ललन टाप,आरे हो गये आसान तेरा रे हर हर कर देंगे श्री राम,करले इनका जाप सुन ले रे ललन
कोश्यल नन्द राजा राम जानकी भलव सीता राम जय सिया राम जय जय सिया राम ऐसे राम दर्श रस बरसे जैसे सावन की घडी सावन की घडी प्य
धुन- धरती सुनहरी अंबर नीला उनसे कहना राम राम, वोह कहेंगे राम रामवोह कुछ भी सुनते नहीं, बस सुनेगे राम राम राम पे जब जब वि