Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
राम गुण गाया नहीं गायक हुआ तो क्या हुआ
राम गुण गाया नहीं,गायक हुआ तो क्या हुआ,पितु मातु मन भाया नहीं,लायक हुआ तो क्या हुआ,गंगा नहाये प्रेम से,धोये धोय तन निर्म
नी फुलवाड़ी वालिये सीता
नी फुलवाड़ी वालिये सीता पा दे खैर फकीरा नु,पा दे खैर फकीरा नु पा दे खैर फकीरा नु,नी फुलवाड़ी वालिये सीता पा दे खैर फकीरा
राम दुलारे सिया के प्यारे जय बोलो हनुमान की
बैठे जिनके हिर्दय के अंदर राम लखन और जानकी,राम दुलारे सिया के प्यारे जय बोलो हनुमान की,अपने हिर्दय में सीता राम को बिठाय
राम लला हम आएंगे
राम लला हम आएंगे मंदिर वही बनायेगे,कसम है खाते हनुमत की हम हर हिन्दू को जगायेंगे,कार सेवक बन आएंगे मंदिर वही बनाये गे,बो
श्रीराम अमृतवाणी
रामामृत पद पावन वाणी, राम-नाम धुन सुधा सामानी,पावन-पाथ राम-गन-ग्राम, राम-राम जप राम ही राम ,परम सत्य परम विज्ञान, ज्योति
जपो जी राम जपो सुबहो और शाम जपो
जपो जी राम जपो सुबहो और शाम जपो,राम जी ओ राम जी साँचा तेरा नाम जी,सब के दुःख दूर करे तेरा इक नाम जी,जपो जी राम जपो सुबहो
संतो सुरगा सु आग्यो सन्देश
संतो सुरगा सु आग्यो सन्देश,बुलावो आग्यो राम को,ओ बुलावो आग्यो राम को,संतो सुरगा सु आग्यो सन्देश,बुलावो आग्यो राम को,एक म
तेरा नाम जपु हर वक़्त-वक़्त
तेरा नाम जपु हर वक़्त-वक़्त,तेरा नाम जपु हर वक़्त-वक़्त,रहो राम नाम मे होश-होश,ओर बात समझलो ठोस-ठोस,नही तेरा कोई दोष-दोष
प्यारे लगे है राम सीता
प्यारे लगे है राम सीता के इन्हे नहीं लागे नजरिया रे,राजा बने है राम सीता की झूमे देखो सारी नगरिया रे,पाँव पखारो सच्ची आर
जप ले राम नाम जिंदगी सुधार बन्दिया
मानुष चोला नही मिलना बारंबार बंदियां,जप ले राम नाम जिन्दगी सुधार बन्दियां,मानुष चोला नही मिलना बारमबार बन्दियां,बोलो राम
श्री राम नगरी वसे सरयू के तीरे
श्री राम नगरी वसे सरयू के तीरे यहाँ कण कण में राम,यहाँ घर घर श्री राम,यहाँ कल कल थल थल सरयू जल में राम,रामायण गाये बदरि
मानुष चोला नहीं मिलना बाराम बार बन्दियाँ
मानुष चोला नहीं मिलना बाराम बार बन्दियाँ,जपले राम नाम ज़िंदगी सुधार बन्दियाँ,मानुष चोला नहीं मिलना बाराम बार बन्दियाँ,प्
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ रे,दो सब को ये पैगाम घर घर जाओ री,माता कौशल्या को सब दो बधाई,माता केकई को सब दो बधाई,माता सुम
राम मेरे आ जाओ
चित्रकूट के घाट घाट पर, शबरी देखे बाट, राम मेरे आ जाओ lllराम मेरे आ जाओ, राम मेरे आ जाओ llचित्रकूट के घाट घाट पर,,,,,,,,
हरे राम रे हरे राम रे
हरे राम रे हरे राम रे,ये कैसा प्यारा नाम है,हरे राम रे हरे राम रे,कोश्याला माँ का तारा है,रघुकुल का ये उजियारा है,कण कण
दीप जले है हर घर में देखो आज आई दीपावली
दीप जले है हर घर में देखो आज आई दीपावली,रोशन है हर घर खुशियों से भर भर आज आई दीपावली,राम लखन सीता घर आये चौदह वर्ष वनवास
शबरी को भरोसा है
बेर मीठे मीठे मेरे हाथो से वो खाये गे,शबरी को भरोसा है के राम मेरे आएंगे,नैनो के सन्मुख दो घडी तो बिताये गे,शबरी को भरोस
अयोध्या चमक रही
प्रभु लौटे है लंका जीत अयोध्या चमक रही,राम जी आये है लंका जी अयोध्या चमक रही,चमक रही प्रभु चमक रही,भजो दसो दिशा में संगी
आज राम जी घर आये है
दीप घी के जले है हम ख़ुशी में ढले,सब दिवाली मनाये है,आज राम जी घर आये है,संग है सीता मैया और लक्ष्मण भइयां,देख के नैन हर
तेरा राम जी करेगे वेडा पार उदासी मन
तेरा राम जी करेगे वेडा पार उदासी मन,काहे हो डरे,काहे हो डरे,काहे हो डरे,नैया तेरी राम हवाले लहर लहर हरी आप सम्बाले,हरी आ
दसरथ के राज कुमार
दसरथ के राज कुमार वन में फिरते मारे मारे,दुनिया के पालन हार वन में फिरते मारे मारे,थी साथ में जनक दुलारी पत्नी प्राणो से
चलो री सखी आज मिले गे भगवान
चलो री सखी आज मिले गे भगवान,आज मिले गे श्री राम,चलो री सखी आज मिले गे भगवान,आगे चलत इक गंगा मिलेगी,वही करे गे इशनान,चलो
बोलो राम राम राम बोलो राम राम
मन की पीड़ सही ना जाए बोलो जय श्री राम,राम नाम के सुमिरन से ही बन जाते सब काम,बोलो राम राम राम बोलो राम राम,जिनके कशू और
जय श्री राम हरे स्वामी
जय श्री राम हरे स्वामी जय सिय राम हरे ।भक्त जनन दुख भंजन कृपा निधान हरे ॥क्रीट मुकुट सिर शोभित भाल तिलक सोहे ।कमल नयन छव
हो गए भव से पार
हो गए भव से पार लेकर नाम तेरा ॥वाल्मीकि अति दुखी दीन था,बुरे कर्म में सदा लीन था ,करी रामायण तैयार लेकर नाम तेरा,थे नल
शरण में आये हैं हम तुम्हारी
शरण में आये हैं हम तुम्हारी दया करो हे दयालु भगवन॥सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी दया करो हे दयालु भगवन॥न हम में बल है न हम में
ओ जाने वाले रघुवर को
ओ जाने वाले रघुवर को परनाम हमारा कह देना,परनाम हमारा कह देना सीताराम हमारा कह देना,श्रीराम की माता कौशल्या और दशरथ धीरज
जीवन का निष्कर्ष
जीवन का निष्कर्ष यही है प्रभु प्रेम में लग जाना ।आ ही गये तो बैठो प्यारे रामकथा सुनकर जाना ॥कथा प्रेम की पावन गंगा निर्म
कहो मन से राजाराम
कहो मन से राजाराम रमजा चित्रकूट में ॥चित्रकूट में घर घर तुलसी पूजे शालिग्राम रमजा चित्रकूट में ॥चित्रकूट में संत विराजें
रघुकुल में सूर्य समान हो तुम
रघुकुल में सूर्य समान हो तुम हे राम तुम्हारी जय होवे,असुरों के लिए कृशानु हो तुम हे राम तुम्हारी जय होवे,गो द्विज महिसु