
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
में बन गयी दासी जगदंबे शेरावली की……..ऊँचे ऊँचे पर्वत मैया झंडा झूले लाल,जो माता दरबार पे आए पूरे करो सवाल,कोई लौट ना जाए
मेरी अम्बे माँ जगदंबे मेरी फ़रियाद सुन लेना,तेरे चरणो में मस्तक है मुझे अपना बना लेना………सुन है पार करती हो तुम पतितों और
तेरी शरण में आके महिमा को तेरी गाके,पूजा करूँ भवानी………तेरे दर पे जो भी आए ख़ाली नहीं वो जाए,सबके दुखड़े तू हर लेती मैया
मैया आ भी जा मेरे गरीब खाने में,क्यूँ देर लगाई तूने आने में………ये सुना हुईं तुम दयालु हो माँ,मेरी शेरावली तुम कृपालु ही म
क्या खूब है आज सजाया,मिल कर दरबार लगाया,आज देख तेरा दरबार दीवाने हो गये……ये प्यारी प्यारी सूरत है मेरे मन को भाई,देखि जो
तूने पानी में ज्योत जगाई रे,तेरी जय हो ज्वाला माई रे......तूने राजा दक्ष के जनम लिया,शिव शंकर के संग ब्याह किया,तू तो पा
अंगना में बाघ लगा दूंगी मेरी अईयो कालका मैया………एक पेड़ वामें कपास को लगाऊंगी,मैया तेरी ज्योत बनाऊंगी तुम अईयो कालका मैया
भवानी कर दो बेड़ा पार, भवानी कर दो बेड़ा पार,एक बार मां दर पर बुला ले विनती बारंबार,भवानी कर दो बेड़ा पार, भवानी कर दो ब
कैसे बनी कैसे बनी मैया की,लाल चुनरी कैसे करें बनी………लाल रंग मां के लाल है चुनरी,जिसमें लग रहे गोटा किनारी,बीच-बीच मैं मो
जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता।हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता॥मैया जय वैष्णवी माता।शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया
ऐ माँ मुझे तू अपने दरबार बुला ले,मुरझाये हुए दिल की कली मेरी खिला दे.......एक बार ऐ माता तेरे दरबार जो आता,तेरे चरण में
मिलती खुशी अपार भवानी तेरे आँगन में,हो रही जय जयकार भवानी तेरे आँगन में,आँगन में तेरे आँगन में……..ऊँचे पर्वत भवन मैया का
लेके मैया का श्रृंगार करती माँ की जय जय कार,चल के आयी मैं आयी मैया के दरबार………लाल लाल चोला माँ का लाल लाल चुनरी,माथे की
गरीबों को गले से लगाना पड़ेगा,तुमको बुलाए मैया आना पड़ेगा.....टीका पहनाना मेरे बस में नही है,बिंदिया लगा के सजाया पड़ेगा
मैया की चुनरिया चमक रही रे,चमक रही रे हाँ चमक रही रे………लाल लाल चुनरिया पे गोटा किनारी,देखन को नजरिया तरस रही रे,मैया की
माँ मेरा मन करता है एक बार दर पे बुला ले मेरा मन करता है...काले काले बाल मैया के,सिंदूर लाल लाल मैया का,माथे की बिंदिया
मैया खोल दे आज दरबार सवाली तेरे दर पे खड़े,तू जग जननी आदि भवानी,तरसे तुझे सब शेरावाली,सब बोले जयजयकार भवानी तेरे दर पे ख
बाजी सांसों की शहनाई,मैया आज मेरे घर आई,मेरी अखियां ख़ुशी से आज रो पड़ी,ओ कर दी, मैया ने पवित्र मेरी झोपड़ी,ओ कर दी, मैय
किवें सज धज के माँ बैठी हो,कही मेरी नज़र ना लगे मेरी मैया......लाल गुलाब के फूलों से कितना तुम्हें सजाया है,महक रहा दरबा
तुम सजती रहो हम सजाते रहे,माँ सजाने में आनंद आता है......तुम रोली बनो हम पानी बने,घुल जाने में आनंद आता है,माँ सजाने में
मुझे दर्शन दे गयी माँ कल रात सोते सोते,मेरी रात बीती माँ से बात होते होते……….सपने में मैया आयी और आकर मुझे जगाया,तू अब त
दुखों ने घेर लिया भक्त तेरा घबराया है,मैया खोल दे दरवाज़ा तेरा सेवक आया है……तेरे घर का रास्ता भूला माँ क्या अनहोनी होयी,
ख़ुशियाँ मनाओ सारे ख़ुशियाँ मनाओ,रल मिल के सारे तालियाँ बजाओ,हर कोई ये हो बोले मेरी माँ ने आना......चारों चारों पासे फूल
मैया तेरे आने का एहसास ज़रूरी हैपूजा और भक्ति में विश्वास ज़रूरी है….है आस मेरे मन में मैया तेरे दर्शन की,के तू आए ना आए
ठंडा शीतल महारानी तेरा देश,हुआ जग में मैया का प्रवेश,ठंडा शीतल महारानी तेरा देश.....तेरेया भगता करी तैयारी,ध्वजा नारियल
ऊँची ऊँची चढ़ के चढ़ाई आया मैं महामाँई,दरश की अलक लगी है मैया से लगन लगी है,लाल चूनर तेरी तारों वाली मैं लायी महामाँई,ऊँ
माता रानी दरबार में आ जाओ एक बार,सारे कष्ट मिटे तन मन के करदो बेड़ा पार,मैया द्वार पर तेरे आया मैं बारम्बार,बनके सहारा ओ
जब जब भी पुकारू माँ तुम दौड़ी चली आना,एक पल भी नहीं रुकना मेरा मान बड़ा जाना………इस दुनियां वालो ने माँ बहुत सताया है,जब आ
मैया का ध्यान लगाया करो,जय माता दी गाया करो,नवरात्रो में दर पे आया करो,समय मिला ना गवाया करो......नाम जो लोगे सुबह और शा
आती है तो आई,पथ में सौ बाधायें,तू मेरे माथे पर मां,आशीर्वाद का टीका है………..चिट्ठी ना संदेशा,फिर भी मैंने देखा,जब जब मैं