
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
कीर्तन में आई माँ भवन छोड़ के,गोटेदार लहंगा चुनर ओढ़ के,बोल साचे दरबार की………भोले जी भी आ गए कैलाश छोड़ के,गौरा मैया आ गय
मैं तो मैया के रंग में रंग जाऊंगी,शेरावाली के के रंग में रंग जाऊंगी......मुझे मैया के चरणों की धुली मिले,शेरावाली के चरण
बड़ा प्यारा लागे धाम ओ शेरोवाली मैया,ओ शेरोवाली मैया पहाडा वाली मैया………मैंने रेल की टिकट कटाई और जम्मू तक मैं आई,फिर मैं
माँ का नौ दिन का लगा दरबार मैं छम छम नाचूँगी,मंदिर में आयी बहार मैं छम छम नाचूँगी…………पहले नवरात्रे को मंदिर में आई,माँ न
मैया रानी के भवन में हम दीवाने हो गए,हम दीवाने हो गए माँ हम दीवाने हो गए…….एक तो माँ के पैर सुंदर दूसरी पायल सजी,तीसरा म
मेरा छोटा सा परिवार मैया आ जाओ एक बार,मैया आ जाओ एक बार……….तेरे दर पे अंधे आते है,अन्धो को आँखे दो मैया मैया आ जाओ एक बा
हो बरसे नैना मेरे तरसे नैना,खोलो खोलो माता दरवाजा,आजा आजा माँ शेरोवाली आजा.....हो दुनिया का बेडा पार लगाया,मैं भी तो मैय
चारों वेदों में गूंज रहा जयकारा मेरी मैया का,जयकारा मेरी मैया का जयकारा मेरी मैया का……….हमारी ना मानो तो गणपत से पूछो,गण
काली काली कालका कलकते वाले कालका,मेरे अंगना में रंग बरसा ओ मेरे अंगना में रंग बरसा....आजा मैया आजा तुझे पायल पहनाऊँगी,बि
जय जय माँ मेरी जय जय माँ...जागो माँ मेरी जागो माँ,जागो मैया जी जगाने वाले आ गए,जगाने वाले आ गए माँ तेरे दीवाने आ गए……….च
मैया आने वाली है दर्शन देने वाली है,दर्शन जो माँ का पाना,जरा जोर से जयकारा लगाना.....पैरों में पायल है बिछुए नगदार है,मह
मां तेरा नाम जो लेते है, सब कुछ तुझ से पा लेते है,तेरे दर की नौकरी मिल जाए, तेरे दर पे आना क्या कहिए….है बद्री भगत सेवाद
मैया आशापूरा देश देवी आशापुरा रे,मैया आशापूरा देश देवी आशापुरा,मैया आंसू तू बोछे तीन लोक के,मैया मेरी भी सुनले तू प्रार्
कभी दुर्गा बनके,कभी काली बनके,चली आना मैया जी,चली आना….तुम दुर्गा रूप में आना,तुम दुर्गा रूप में आना,सिंह साथ ले के,चक्र
पट खोल दे पुजारी मंदिर केआई मेरी मैया सज धज के......माथे मैया के बिंदिया सोहे,माँ के माथे पे टीका चम चम चमके,आई मेरी मैय
आ जाओ माँ दिल घबराए,देर ना हो जाये कहीं देर ना हो जाये……….मेरो मैया ने लगाई है बिंदियाँ,उन से टीका सम्भाला ना जाए,लाल ला
कैसे कैसे खेल तेरे माँ कैसी तेरी माया हैं……किसी को तो माँ तुमने दो-दो नयन दिये है,किसी को तो माँ तुमने दर्शन को रुलाया,क
बक्श पैरों को मेरे ताकत,मैं दौड़ा आऊं दरबार,नूर बक्श ऐसा आँखों को,पल पल हो तेरा दीदार,दो पंख दिए होते तो मैया,उड़ आता ते
जद दा मल्लिया तेरा द्वारा, माँ दिन चंगे आ गए ने,माँ दिन चंगे आ गए ने, माँ दिन चंगे आ गए ने,मैनु मिलया तेरा सहारा, माँ दि
अज्ज नच लो भंगड़े पा लो, रात जागे वाली ए,माँ दा लख लख शुक्र मना लो, रात जागे वाली ए,अज्ज नच लो भंगड़े पा लो...... सोहने
सज गए ने अम्बे दे दरबार, माँ दे आये नवरात्रे,आजो जी करलो बेड़े पार, माँ दे आये नवरात्रे..... हुंदे जगराते माँ दे, घर घर
मेरी बगिया में आई बहार सवार खड़ी शेरावाली.....ऊंचे भवन मां की चमके बिजुरिया,गंगा चरण धोये बाजे पायलिया, बहे आंचल से शीतल
॥ दोहा ॥जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार ।महिष मर्दिनी कालिका , देहु अभय अपार ॥॥ चौपाई ॥रि मद मान मिटावन हारी । मुण्डमाल
क्या दुनिया तुझे सतायेगी, क्या किस्मत तुझे रुलाएगी, हर अला-बला, हर मुश्किल से मेरी मैया तुझे बचायेगी,वो जग जननी सब जाने
गौरी मां…… मां शारदा,धन्य हुई धरती सारी झूमा आसमा,सोलह श्रृंगार कर आई देखो मां,गौरी मां…… मां शारदा…….ब्रम्हा करे सत्कार
जगदम्बे भवानी मैया,तेरा त्रिभुवन में छाया राज है,सोहे वेश कसुमल निको,तेरे रत्नों का सिर पे ताज है,जगदम्बें भवानी मैया,ते
तेरे दर पे ओ मेरी मैया, तेरे दिवाने आये है,भरदे झोली मैया भोली, बीगड़ी बनाने आये है....हो जाये करम उसपे जो जपे तेरी माला
जिस घर में मैया का,सुमिरन होता,उस घर में हर पल,आनंद होता,माँ का पावन नाम बड़ा,मन भावन होता,जिस घर में मईया का,सुमिरन होत
स्वर्ग से सुन्दर धाम, जहाँ मैया का दरबार,दर्शन कर ले प्राणी, जीवन मिले ना बारम्बार…..सूरज की किरणें तेरी, ज्योति जगाये,च
लै के खंडा हथ विच आउंदी,लै के खप्पर हथ विच आउंदी,कलकत्ते वाली माँ,ओ पाके घुंगरू, खेडदी आउंदी,कालका काली माँ,जय जय काली म