
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
शेरावाली के दर पे आते रहे गे मन की मुरादे पाते रहे गे ममता मई के दर्शन करेगे श्रदा के फूलो से पूजन करेगे आंबे भवानी का द
मैया जी हम शरण तेरे हम पे किरपा करना हम तो है लाल तेरे हो दिल ने तेरी पूजा की आँखों में तू है समाई तेरी भगती ही मुझको मा
मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता मेरी बिगड़ी माँ ने बनाई सोई तकदीर जगाई ये बात सुनी सुनाई मैं खुद दी बतलाता
माँ तेरे दरबार झुके सारा संसार,मेरी सुनले पुकार,ज्योता वालिये हो लाटा वालिये मां तेरे दरबार,झुके सारा संसार...बिच भंवर म
मैया जी हम आये शरण तेरे हम पे किरपा करना हम तो है लाल तेरे हो दिल तेरी पूजा की आँखों में तू है समाई तेरी भगती ही मुझको म
तेरे दर पे सर झुकाया और सब कुछ पा लिया,तूने मुझ गरीब को अपना बना लिया तेरे दर पे सर झुकाया....दुनिया की ठोकरी थी सहारा थ
पाहाड जन्म मेरो क्या भल लागैंछ. वारी बजार पारी बजार. बीच मैं शिवज्यू को मंदिर क्या भल लागैंछ. पाहाड जन्म मेरो क्या भल ला
बड़ों प्यारों लगे दरबार भवानी तुझे नज़र ना लगे नज़र ना लगे माँ नज़र ना लगेबड़ों प्यारों लगे सिंगार भवानी तुझे नज़र ना लग
दिल दीवाना हो गया मेरा,दिल दीवाना हो गयादेख कर सिंगार मां का,दिल दीवाना हो गयादिल दीवाना हो गया,मेरा दिल दीवाना हो गयाचा
हे माँ भगवती तू दैण है भक्तो मै आपणी छाया करीये. हाट की जै जै माँ हाट की जै जै माँ कालिका मय्या दैणा होये सबोंकी तरफ़. ह
दुखियां दे दुखड़े माँ दूर करदी खुशियाँ दे नाल भरपूर करदीहथ जोड़ माँ नु अरजा कर ला गे जा के मैया दे झोलियाँ भर ला गे चड़ा
दुखिया दे दुखड़े माँ दूर करदी खुशिया दे नाल भरपूर करदी हथ जोड़ माँ नु अरजा कर ला गे जाके मैया दे झोलिया भर ला गे करा गे
मेरे सर पर, रख दो मईया, अपने यह दोनों हाथ,\"देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ\" llदेने वाली, मईया हो तो, धन और दौलत, क्या
अज रेहमत किती आंबे ने आंबे ने माँ जगदंबे ने ओहदे नाम ते कारज अरंम्भे ने फुला दा हार प्रोइया सब दें वधाईया आन केसाडे घर
।। श्री गणेशाय नमः।।नमो महाविद्या बरद, बगलामुखी दयाल,स्तम्भन क्षण में करे , सुमिरत अरिकुल काल,नमो नमो पीताम्बरा भवानी, ब
नाचे नाचे रे माँ का शेर कमाल,माँ की भगती में दे दे नाचे ताल फुदक फुदक के नाचे देखो उछल उछल के नाचे झूम झूम के नाचे देखो
खोल भवन दे द्वार नी माये खोल भवन दे द्वार दुरो दुरो संगता आइया करन लई दीदार माँ खोल भवन दे द्वार नी माये खोल भवन दे द्वा
निक्की जही मन ले तू गल माये मेरिये दुःखा मेरेया दा कर तू हल माये मेरिये निक्की जही मन ले तू गल माये मेरिये पेहला दुःख मु
शाम सवेरे जपदे माला करदे जगराते दाती दे दीवाने दाती दे दीवाने दाती दे बैठी है दरबार लगा के आंबे भोली मैया गम दी धुप हनेर
माँ तुझसा नही कोई जहान में न इस जमीन पे न आसमा पे तू सम्बाले हमे तू ही पाले हमे मुशकिलो से हमेशा निकाले हमे माँ तुझसा नह
कर ले कर ले भरोसा तू आंबे रानी पे,कर ले कर ले भरोसा तू महारानी पे,आंबे रानी पे मेरी महारानी पे कर ले कर ले भरोसा तू आंबे
भक्तो का जय कारा गूंजे आई शेरावाली मन मंदिर में ज्योत जलाओ आई ज्योता वाली लाखो दुःख मिटेगे भगतो सुख देने माँ आई करलो माँ
दुर्गे माता आंबे माता तेरी जय जय कार माता,दर्शन की अभिलाषा माता तेरी जय जय कार माता जय हो माता जय हो माता जय ओ सुख दाई स
मेहँदी लगाई तुझको और मैं लाल हो गया चुनरी उड़ा के मैं भी माला माल हो गया जब से मेरी मैया से पहचान हो गई राहो की मुश्किले
हे जगदम्बा जगत तारनी अम्बा मात भवानीअपनी शरण में लेलो मैया मैं मुर्ख अज्ञानी बोलो जय माता जय माता शेरावाली की एह संतोष भ
इक मुस्काती कन्या के मुख पर झलक दिखी है मैया की,छम छम करती पायल उसकी याद दिलाये मैया की इक मुस्काती कन्या के मुख पर झलक
जय जय माँ दुर्गे जय जय माँ काली,सब तेरे बेटे है सब की तू माँ तुझको नमन करता सारा जहानमहिमा तेरी माँ सब से निराली जय काली
हे आंबे जगदम्बे माँ बिटिया पुकार लगाये,बिटियाँ है आज खतरे में माँ आकर हमे बचाए हे आंबे जगदम्बे माँ बिटिया गुहार लगाये,है
आ गई संतोषी माँ दर्शन कर जाओ दर्शन कर जाओ रे भक्तों दर्शन कर जाओ आ गई संतोषी माँ ..................लाल पर्वत पहाड़ के मा
मैया थोड़ी दूर पर है झोपडी हमारी,छोटा सा परिवार सेवा करेगा तुम्हारी गुजरो उधर से जरुर चली आना खाना खा के जाना मैया खाना