
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
मैं तो तेरे दर्श का दीवाना हो गया,मियाँ तू बाता तुमको दुन्धू मैं कहा,कैसे मैं आऊ दर पे,उचे लम्बे रस्ते छोड़ के गुफा ना आ
आये माँ शारदे माँ तुजे सात सुरों से मनाने आये,आये सदा सुर सजये शारदे माँ तुजे सात सुरों से मानाने आये,श्रेत वर्ण तेरा श्
मच गई धूम आ गये माँ के नवराते॥होने लगे है चारो तरफ घर घर जगराते,जब से मैंने माँ शक्ति से अपना नाता जोड़ लिया ,मेरे इस जी
शेरवा पर सवार मैया ओढे चुनरी,एक हाथ में कह्पर ले ली एक हाथ में बाला,एक हाथ आसीस रूप में एक हाथ में माला,एक हाथ आसीस रूप
जय माता दी बोलो सारे जय माता दी बोलो ,जय माता दी सारे बोलो,जय माता दी बोलो सारे जय माता दी बोलोजहा जलती है जोती,मेहरोवाल
आने से माँ के आये बाहर जाने से माँ के जाये बाहर,बड़ी दया मई है मेरी पद्मावती माँ,हस्ते हो दर्शन अये भगतों की जब जब यह टो
तूने खूब दिया सब भक्तो को सारे भगतों को बस आज हमारी वारी है,थोडा थोडा देने से काम ना चले,आज मुझे भी यह मौका मिले,बहुत दि
ओ माँ मेरी पत्त, रखिओ सदा लाटां वालीएदुखीआ को, पापन को, दे दे सहारा तेरा मंदिर है न्यारा, मुझे भी दे उजिआरा मिटे मन का अ
राह दिल नू दिल दी ऐ॥किरपा दाती दी,सची नीत नु मिलदी ऐ॥माता दे दरबार,संगता चलिया ने॥हथ ढोलकी शहने, वज्दिया तालियाँ ने॥होवे
शरणा तेरा है ओ शरणा तेरा है हे मंगल की मूल भवानी शरणा तेरा है ओ शरणा तेरा है आसरा तेरा है हे मंगल की मूल भवानी शरणा ते
सच्चा है दरबार माँ झंडे वाली का नाम जपे संसार पहाड़ों वाली का बाण गंगा में नहा के माँ चरण पदुका जा के फिर गर्भ जून से हो
सचा है दरबार शेरा वाली दा,सेवक है संसार पहाडा वाली दालख जनता भवन तो वारी,चन सूरज लै किरण उधारी,हर था है ओ भगता,हर था है
तेरा लख लख शुक्र मनावा चिन्तापुर्णी माँ ॥मैं तेरे ही गुण गांवा चिन्तापुर्णी माँ -आ-आ॥तेरा लख लख शुक्र मनावा चिन्तापुर्णी
हुन आके मेह्रावालिये मेहरा दे छीते मरदे॥असी दर तेरे ते आन खलोते सादे बिगड़े कम सवार दे,आके मेह्रावालिये मेहरा दे छीते मर
जय माता दी , जय माता दी , जय माता दी ॥आओ भक्तो आओ तुम झूमो नाचों गाओ मैया की भक्ति मैं आज जयकारा लगाओ ॥मुझपे चढ़ा है ऐस
आओ मात जी तवाडा मंदर सजाया ऐ ज्योत जगाके तवानू घर च् बुलाया है चंदन दी चौकी उत्ते आसन बिछाके मां तेरी सोणी मूरत नू फूल्ल
चेत में पुरना के दर जो चला हैपुरना मैया अपने भगतों की करती भला है,खली लोटा ना हाथ मलाह हैपुरना मैया अपनी भगतो की करती भल
पूरब से चलो, पश्चिम से चलो॥उतर से चलो दक्षिन से चलो॥चलो बोल के जय महा मई,पूर्णा के दर्श की है तू अई॥फागुन बीता चेत है आय
घर मे विराजो मियाँ घर मे विराजो॥विराजो दुर्गा मैया मेरे घर मै विजरो॥भगती का शक्ति है भगतों के मन में,कल्याणी को लाना कमा
धर्म तराजू तोल करके देवेइक इक कर्म माँ फोल्के देवेजगदम्बे महारानी मेरी माँ सब तो सायानीझंदेवाली सब तो सायानी.......छुप छ
शेरो वाली मियाँ मेरी॥कैसे जाऊ दवार तुम्हारी टूटी मेरी नीया॥तू ही है जननी तू ही है देवी तू है गौरी माता,तेरे सिवा हे मेर
आये हम तेरे माँ दरबार शेरा वालिए,करदो गमो से वेह्डा पार मेहरा वालिए,ओ जोता वालिए माँ मेहरा वालिए,जोत जली है मेरे भी मन म
माँ मुझे सुरों का ज्ञान दे नित गाऊ तेरी मैं वंदना॥शारदा सुमन अर्पित करू तेरी करू अराधना॥विद्या की देवी ज्ञान दे मेरी कल
चलो चलिए गुलाबी रुत्तं आईआं ,सानु माता ने चिट्ठियां पाईआं,माँ मेरी दे खेल न्यारे,स्वर्गो सोहने माँ दे द्वारे,झंडे झू
जय काली जय काली जय काली जय कालीजय काली जय काली कालीजय काली कलकते वाली जय कालीवार तेरा न जाये खाली जय काली जय काली काली।ग
ऊंचे पर्वत स्वर्ग नजारा, सोहना तेरा भवन प्यारा॥बिच जगदी जोत जवाला, मा तेरी रहमत दा, रंग बरसे बडा निराला, मा
मेरे सिर पे रख दो मैय्या हो अपने ये दोनो हाथदेना हो तो दीजिए जनम जनम का साथ॥जुलस रहे है गम की धूप मे प्यार की छाया कर दे
घड़ड़ दे सुनार कंगना मैया को पहनाऊँगी ॥कंगन जो पहने मैया बलिहारी जाउंगी॥शेषनाग की मणि लगादे चाँद सितारे जड़ दे सूरज की क
ओ मोरी मैया तो॥ओ मोरी मैया तो जलवे दिखात है के भक्त तेरे दर पे आत है॥तेरे दर पे जो भी आए, खाली हाथ न तू लौटाए॥मुंह माँग
असी उड़दे आसरे तेरे,माँ सानु रख चरणा दे नेड़ेअसी उड़दे आसरे तेरे॥असी उड़दे आसरे तेरे...........भवन तेरे माँ विच पहाडा,औं