Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
किसे दी गरीबी
किसे दी गरीबी दा मजाक नही उड़ाई दा,तू की जाने भेद मेरे साईं दी खुदाई दा,किसी दी गरीबी ......मथे दियां लीका नाल मथा नही ल
अरे देखो एक फ़कीर कैसा बादशाह
अरे देखो एक फ़कीर कैसा बादशाह,सब दुनिया करि अमीर कैसा बादशाह,भर भर के झोली बाँट रहा दुःख संकट सबके काट रहा,बदले सबकी तकद
हे शिरडी वाले मेरे साई नाथ
हे शिरडी वाले मेरे साई नाथ सबका मालिक है जग में तू,नैनो में शरधा मन में है सबुरी जीवन भी अर्पण करदु,हे शिरडी वाले मेरे स
नचने दे मुझे नचने दे
नचने दे मुझे नचने दे बाबा के द्वारे मुझे नचने दे,पाँव में पायल बालो में गजरा आँखों में मेरी कजरा है,सजने दे यारा सजने दे
वो देखो खुशिया मिल रही साई के द्वार में,
वो देखो खुशिया मिल रही साई के द्वार में,झोली फैला के आजा लग जा कतार में,वो देखो खुशिया मिल रही साई के द्वार में,जिसके सि
मन ढ़ग मग डोले मैं कैसे भजन करू गा
मन ढ़ग मग डोले मैं कैसे भजन करू गा,मन में विश्वाश न होगा मैं कैसे नमन करू गा,मन में मेरे ये है उल्जन,मुझ पापी को क्या हो
तेरे कारण मैं साई जोगन बनी
तेरे कारन मैं साईं जोगन बनी,इतंजार के आने के आये नही,तेरी राहो में पलके बिशी रह गई,तेरे कारन मैं साईं जोगन बनी,साईं तेरे
तुमने चरणों से लगाया ओर क्या चाहिए
तुमने चरणों से लगाया, ओर क्या चाहिए ॥मेरा हर गम मिटाया, ओर क्या चाहिए ॥ओर क्या चाहिए, बाबा क्या चाहिए ॥आया था तेरे दर प
कोई कहे संत तुझको कोई फ़कीर रे
कोई कहे संत तुझको कोई फ़कीर रे,मुझे मेरा साई लागे सबसे अमीर रे,साई तेरे चरणों में जो भी कोई आता है,मन की मुरादे साई वो प
ये नाम बड़ा है मस्त मस्त ये नाम बड़ा है मस्त
ये नाम बड़ा है मस्त मस्त ये नाम बड़ा है मस्त,ये जीवन सिमरन में तू ला ले तेरा निकला जा रहा वक़्त वक़्त,ये नाम बड़ा है मस्
साई दी पतंग मैं ता साई दी पतंग
साई दी पतंग मैं ता साई दी पतंग,उड़ना मैं सीखी आ साई जी दे संग,साई दी पतंग मैं ता साई दी पतंग,दुःख विच हसना साई ने सिखाया
साई के दर पे आकर
साई के दर पे आकर,कमली बना दीवाना,साई राम साई श्याम,गुरुवार कहे ज़माना,साई के दर पे आकर,कमली बना दीवाना,तू जगाने जग को आय
मुझे पंख लगा दे साई
मुझे पंख लगा दे साई मैं शिर्डी आ जाऊ,तेरा रूप निहारु साईं,मुझे पंख लगा दे साईं मैं शिरडी आ जाऊ,जब से सुना है नाम साईं मन
मेरा सरियाँ तो सोहना दिल दार
मेरा सरियाँ तो सोहना दिल दार ओह्दी न मिसाल जग ते,किता रब ओहदा हार ते शृंगार ओह्दी न मिसाल जग ते,मेरा सरियाँ तो सोहना दिल
साईयां वे साईयां
साईयां वे साईयां साईयां वे साईयांमैं तेरे उते आसा वे लाइयाँ,मेरे दिल दे राजा दुरो मैं चल के आइयाँ,साईयां वे साईयां....ते
साई साई पुकारे मैं गलियों में
साई साई पुकारे मैं गलियों में,कभी फूलो में धुंडु कभी कलियों में,साई साई पुकारे मैं गलियों में,करदो मुझपे कर्म बात बन जाय
घर को शिरडी बना दो साई
मेरे घर साईं तेरा शिर्डी है दूर,मेरे घर को ही शिरडी बना दो साईं,मैं यहाँ भी रहू तेरी ही कहलाऊ,अपने चरणों में जगा दो रे स
हमे तो मस्त किया साई शिरडी वाले ने
हमे तो मस्त किया साई शिरडी वाले ने,दुनिया पे राज करने वाले शिरडी वाले ने,मेरे मालिक मेरे साई का जग में नाम है ऐसा,पा लिय
साई जी तेरा रंग चड़ेया
साई जी तेरा रंग चड़ेया,बाबा जी तेरा रंग चड़ेया,अस्सा लाइयाँ ने ते दसा गए निभा के सो रब दी द्वारे तेरे आके,साई जी तेरा रं
देदो अपनी नौकरी शिर्डी के सरकार
बस इतनी सी तनखा दो मेरा सुखी रहे परिवार,देदो अपनी नौकरी शिर्डी के सरकार,बस इतनी सी तनखा दो मेरा सुखी रहे परिवार,तेरा एहस
पालकी रे पालकी साईं की पालकी
पालकी रे पालकी साईं की पालकी,साईं की पालकी बाबा की पालकी,प्यार से निहारो मेरे साईं की पालकी,इस पालकी की शोभा निराली,आये
हॉल दिल दा सुणदे
हाल दिल दा सुनाना तेनु मालका,किधरो दी शुरू मैं करा,हाल दिल दा सुनाना तेनु मालका,किधरो दी शुरू मैं करा,इक दुःख दसा दूजा य
आज गुरुवार है साईं जी का वार है
आज गुरूवार है साईं तेरा वार है,सचे दिल से जो कोई आवे उस का बेडा पार,आज गुरूवार है साईं तेरा वार हैआज के दिन जो भी कोई दर
शिरडी की समादि में मेरे प्राण वसे है
जब भी मुझको याद करो गये मैं आउगा,शिरडी की समादि में मेरे प्राण वसे है,क्या यश शरीर चला जाऊ गा तेरे खातिर मैं आउगा,जो भी
खोलते हो साई अरे किस्मत का ताला
वही मुरली वाला वही डमरू वाला,साई शिरडी वाला,खोलते हो साई अरे किस्मत का ताला,हाथ में चिलम साई का शृंगार है,हर मज़हब का शि
सांसो में दिल की धड़कन में
सांसो में दिल की धड़कन में मन की दर्पण में मेरे साई रहते है,इस आत्मा में जो परमात्मा है साई का ही रूप है,पुरवाई साई छइया
जब जब देखु साई
जब जब देखु साई सूरत मन ही मन मुस्काये रे,बैठे बैठे बोल रहे है जग को राह दिखाये रे,जब जब देखु साई सूरत........तेरे दर पे
साई सूफी पोएट्री रिहा करदो साई आशीष
रिहा करदो पंछी को पिंजरे से, सैलाब में जान भी बच सकती है, सहारा ए कतरे से,मुश्किल घड़ी में किसी के काम आओ तुम, इबादत में
शिरडी को छोड़ अगर सो साल हो गये
साई मेरा सकून मेरा दिल तुम ही तो होमैं जिसको ढूंढ़ता हु मंजिल तुम ही तो हो,आजा तू आके देख ले क्या हाल हो गये,हम हाल में
तेरियाँ बे परवाइयाँ साईंया
तेरियाँ बे परवाइयाँ साईंया,आप ते खावे रुखा सूखा वंडे दूध मलाइयाँ साइयाँ,तेरियाँ बे परवाइयाँ साईंयाहै तेरे वस् में तकदीरे