Hanuman Chalisa
श्री राम से कह देना इक बात अकेले में
श्री राम से कह देना इक बात अकेले मेंरोता है भरत भाइयाँ दिन रात अकेले में,श्री राम से कह देना इक बात अकेले मेंवन वासी गये
राम नाम रस पीजै मनुवा
राम नाम रस पीजै मनुवा,राम नाम रस पीजैतजि कुसंग सतसंग बैठि नित,हरि-चर्चा सुनि लीजै ।काम क्रोध मद मोह लोभ को ,बहा चित से
बोले बोले रे राम चिरैया रे
बोले बोले रे राम चिरैया रेबोले रे राम चिरैया।मेरी साँसों के पिंजरे मेंघड़ी घड़ी बोले।घड़ी घड़ी बोले।बोले बोले रे ...ना क
हे दयामय आप ही संसार के आधार हो
हे दयामय आप ही संसार के आधार होआप ही करतार हो हम सबके पालनहार होहे दयामय आप ही संसार के आधार होजन्म दाता आप ही माता पिता
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिएत्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिएसीताराम के जाप से पाप पूंज हो नष्ट जीलौकिक पारलौकिक त्रिब
शबरी निहारे रास्ता आएंगे राम जी
शबरी निहारे रास्ता आएंगे राम जी मेरा भी धन्य जीवन बनायेगे राम जी आँखों से रोज अपने राहे बुहारती,काटे लगे कोई न दो पल है
किरपा मिलेगी श्री राम जी की भक्ति करो
किरपा मिलेगी श्री राम जी की भक्ति करो,दया मिलेगी हनुमान जी की राम जपो राम जपो,दुष्ट दलन हनुमान है हनुमान मेरे,पतित पावन
बनेगा मन्दिर राम प्रभु का
तर्ज.. मिलो न तुम तो हम घबरायेंबनेगा मन्दिर राम प्रभु का ,हम तुमको बतलायें फैसला हो गया है ,फैसला हो गया है क
अयोध्या में मंदिर बनेगा श्री राम का
तर्ज- कौन दिशा में लेके चला रेअयोध्या में मंदिर बनेगा श्री राम काअयोधा में मन्दिर बनेगा श्री राम काश्री राम का बने, सीता
राम राम कहते रहो
राम राम कहते रहो ,बोलो जय श्री रामश्री राम रक्षा करें ,हरपल आठो याम सुमिरन कर श्री राम का ,मोह माया को छोड कष्ट आ
अस कछु समुझि परत रघुराया
अस कछु समुझि परत रघुराया बिनु तव कृपा दयालु दास-हित मोह न छूटै माया ॥ जैसे कोइ इक दीन दुखित अति असन-हीन दुख पावै चित्
हो मेरी नैया में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो
हो मेरी नैया में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो,उछल उछल मत मारो हिलकोरे,देखियो उछाल मेरो मनवा डोले,मेरी नैया में चारो
वक़्त हसाये वक़्त रुलाये
वक़्त हसाये वक़्त रुलाये वक़्त बड़ा बलवान सुनो,चौदह वर्ष बने वनवासी स्वयं राम भगवान् सुनो,शक्ति वां जब लगा लखन को,मुर्षि
श्री राम स्तुति
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्,नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्,कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज
रामायण आवाहन दोहे
रामायण आवाहनजेहि सुमिरत सिध्द होय गण नायक करिवर बदन ।करहुँ अनुग्रह सोई बुध्दि राशि शुभ गुण सदन ॥मूक होई वाचाल पंगु चढ़ई
आये है मेरे रघुनाथ
आये है मेरे रघुनाथ सुन भरत जब ये बात सियां राम लखन के साथ साथ,साथ हनुमान भी आये भरत मन में हर्षाये,राम जब वन से आये संग
पढ़ो पोथी में राम
पढ़ो पोथी में राम, लिखो तख्ती पे राम .देखो खम्बे में राम, हरे राम राम राम ..राम, राम, राम, राम, राम ॐ . ( २)राम, राम, रा
अब कैसे छूटै राम नाम रट लागी
अब कैसे छूटै राम नाम रट लागी,प्रभु जी, तुम चंदन हम पानी , जाकी अँग-अँग बास समानी ,प्रभु जी, तुम घन बन हम मोरा ,जैसे चितव
राम नाम जपने वाले को राम मिलेगा
राम नाम जपने वाले को राम मिलेगा,राम नाम जपने वाले को राम मिलेगा,राम मिलेगा, उसे राम का धाम मिलेगा,राम मिलेगा, उसे राम का
राम दो निज चरणों में स्थान
राम दो निज चरणों में स्थान,शरणागत अपना जन जान ,अधमाधम मैं पतित पुरातन ,साधनहीन निराश दुखी मन,अंधकार में भटक रहा हूँ ,राह
श्रीराम हरे श्रीराम हरे
श्रीराम हरे श्रीराम हरे, श्रीराम हरे श्रीराम हरेश्यामल सुंदर सुखधाम हरे, श्रीराम हरे श्रीराम हरेप्रभु नीलोत्पल हैं कमलनय
कहीं राम लिख दिया है कहीं श्याम लिख दिया है
कहीं राम लिख दिया है, कहीं श्याम लिख दिया है,साँसों के हर सिरे पर, तेरा नाम लिख लिया है, कहीं राम लिख दिया है, कहीं श्या
सुने री मैंने निरबल के बल राम
सुने री मैंने निरबल के बल राम ,पिछली साख भरूँ संतन की अड़े सँवारे काम जब लग गज बल अपनो बरत्यो, नेक सरयो नहीं काम ,निर्बल
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हिसादर भारत शीश धरी लीन्हीराम भक्त ले चला रे राम की निशानी,शीश पर खड़ाऊँ, अँखिओं में पानीशीश खड
एक दिन सीता माता ने छप्पन भोग
एक दिन सीता माता ने ,घर छपन भोग बनायाखाने के लिए महल में ,बजरंग बाली को बुलायाराम सिया राम सिया राम सिया राम , राम जय जय
राम राज रहा है और राम राज रहेगा
राम राज रहा है और राम राज रहेगा,भगवा रंग चढ़ा है और भगवा रंग चढ़ेगा,राम जी के भक्त हम चले सीना तान के,तू ही मेरा राम है
ले ले रे मजा ले ले बंधू
गणना मौसमी ना मिले आम रस में,ले ले रे मजा ले ले बंधू पी के राम रस में राम नाम रास मीठा इतना लागे मिश्री फीकी,राम नाम को
आन है शान है जान है
आन है शान है जान है मेरे प्रभु राम,आन है शान है हिन्दुओ की शान है,एकता अखंडता शान्ति का नाम है,याहा राम नाम वही होते हनु
राम नाम गाले मन
राम नाम गा ले मन पीछे पछतायेगा,जिस पर प्रभु हो दया भव से तर जाएगा,राम नाम गा ले मन पीछे पछतायेगा,ऐसे तू उल्जा है माया के
जय श्री राम गूंज उठेगा सारा हिन्दुस्तान
जय श्री राम बोलो जय श्री राम गूंज उठेगा सारा हिन्दुस्तान चली है झांकी श्री राम जी की संग सिया लक्ष्मण हनुमान की,हिन्दू क
Similar Bhajan Collections
Lata Mangeshkar (लता मंगेशकर)
Experience the soul-stirring magic of Lata Mangeshkar's voice as it transports you to the divine realm of bhajans. Journey through the beautiful songs, videos, and heartwarming bhajans.
Krishna Das Bhutani (कृष्ण दास भूटानी)
Experience the soul-stirring magic of Krishna Das Bhutani's voice as it transports you to the divine realm of bhajans. Journey through the beautiful songs, videos, and heartwarming bhajans.
Nikunj Kamra (निकुंज कमरा)
Experience the soul-stirring magic of Nikunj Kamra's voice as it transports you to the divine realm of bhajans. Journey through the beautiful songs, videos, and heartwarming bhajans.
Raju Uttam (राजू उत्तम)
Experience the soul-stirring magic of Raju Uttam's voice as it transports you to the divine realm of bhajans. Journey through the beautiful songs, videos, and heartwarming bhajans.
Ravi Nandan Shastri Ji (रवी नंदन शास्त्री जी)
Experience the soul-stirring magic of Ravi Nandan Shastri Ji's voice as it transports you to the divine realm of bhajans. Journey through the beautiful songs, videos, and heartwarming bhajans.
Shivji Bhagwan Bhajan (शिवजी भगवान भजन)
Shiv is the supreme deity of transformation and destruction. He is often depicted as a lingam, a pillar of light, and is associated with the elements of fire and water. Shiv bhajans praise his divine powers and teachings. Explore the wonderful world of Shivji Bhagwaan with beautiful songs, videos, and heartwarming bhajans.