Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
जय हो जय हो शंकरा
जय हो जय हो शंकरा,भोलेनाथ शंकरा,आदि देव शंकरा,हे शिवाय शंकरा,तेरे जाप के बिना,भोलेनाथ शंकरा,चले ये साँस किस तरह,हे शिवाय
भोले तेरी मोहिनी
भोले तेरी मोहिनी ने मोह लिया हमको,रे भोले तेरी मूरत मोहिनी ने मोह लिया हमको,जो मजा कभी न मिला तूने वो दिया हमको…….देवों
शिव हुं
जो शांत होके गुंजता,हां मैं ही तो वो शोर हुं,आकाश हुं पाताल भी,मैं सुखसम हुं विशाल भी,शिव हुं,शिव हुं....पतन हुं मैं विक
भोले जैसा देव नहीं है
होली खेले मसाने में,होली खेले मसाणे में,होली खेले मसाने में,होली खेले मसाणे में,भूत भयंकर नाच रहे हैं,भूत भयंकर नाच रहे
तुझे पिता कहूं या माता
तुझे पिता कहूं या माता,तुझे मित्र कहूं या भ्राता,सौ सौ बार नमन करता हूँ,चरणों में झुकाकर माथा,तुझे पिता कहूँ या माता………ॐ
तू रानी राजघराने की
तू रानी राजघराने की,हट छोड मुझे तू पाने की,जट्टा जट्ट हर हर हर शंभू,महादेव हर हर हर शंभू॥तू रानी राजघराने की,हट छोड मुझे
नौकर रख लो भोलेनाथ
नौकर रख लो भोलेनाथ,हमको भी एक बार,मुझे तनख्वाह इतनी देना,मुझे तनख्वाह इतनी देना,मेरा खुश रहे परिवार,नौकर रख लों भोलेनाथ,
देवो के देव हो महादेव
मेरे भोलेनाथ जी मेरा तुमसे कुछ तो नाता है,जो तेरी नगरी में आता है वो सदा सुख पाता है,सारी दुनिया से जो हारकर तेरे पास आत
उज्जैन के राजा तुमको आना पड़ेगा
चिंतामन चिंता हरे,क्षिप्रा करे निहाल,दया करे माँ हरसिद्धि,रक्षा करे महाकाल,बाबा मेरे भोले मेरे, भर दो झोली दाता मेरे,आ ज
मंद मंद मुस्काये रे भोला
मंद मंद मुस्काये रे भोला काहे भांग धतूरा खाये,समुन्द्र मंथन में जब दुनिया में जहर फैला था,पी के विष का प्याला तूने दुनिय
शिव शम्भो
शिव शम्भो शिव शम्भो,शम्भो करतो सब संभव,ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय म
शिव धुन
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायहर हर भोले नमः शिवाय |4|रामेश्वराय शिव रामेश्वरायहर हर भोले नमः शिवाय |4|ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायह
गौरा भांग घोट के प्यादे
गौरा भांग घोट के प्यादे,प्यासे भोले भंडारी,भोले भांग तो सर पे चढ़ जा,बन जावे बुरी बिमारी……..भूल गईं अपना कथन,याद नहीं क्
भोले का भंडार
ॐ नमः शिवायमृगछालो पर वास करे, है शिव शंकरदुष्टों का जो नाश करे, है शिव शंकर………पूरी मन की आस करें है शिव शंकरपर्वत पर नि
भोले बाबा का वंदन
भोले बाबा का वंदन,आसान होता है,इन्हें जल चढाने से,इन्हें जल चढाने से,कल्याण होता है,भोलें बाबा का वंदन,आसान होता है………ये
आजा आजा भोलेनाथ
सुख पाऊँ थारे, पाया में पढ़के,आजा आजा भोले नाथ, नंदी पर चढ़के,गोरा के सुख पावे, जिदपे अड़के,आज ब्याह रचावे, दुःख पावे तड
गोपी बने भोलेनाथ
गोपी बने भोलेनाथ ब्रज में गोपी वाले...रास देखने गोरा चाली,बोले हम भी चलेंगे तेरे साथ ब्रज में गोपी बने....नग सग के सब गह
पार्वती बोली शंकर से
पार्वती बोली शंकर से,पार्वती बोली शंकर से,सुनिये भोलेनाथ जी,रहना है हर एक जन्म में,मुझे तुम्हारे साथ जी,वचन दीजिये न छोड
डमरू बाजे भोलेनाथ का
शिव तीनो लोक के स्वामी है,शिव कैलाशो के वासी है,सारे जग पर इनकी नजर रे,भोले तो अंतर्यामी है,है मन जिनके शिव बसते उनको डर
शंकर संकट हरना
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा,शंकर संकट हरना……….तेरे कैलाशों का अंत ना पाया,अंत अनंत तेरी माया,ओ भोले बाबा,अंत
भक्तों ने तुमको पुकारा भोले आ जाना
भक्तों ने तुमको पुकारा भोले आ जाना,दर्श दिखा जाना भोले आ जाना,शिव जी आ जाना भोले आ जाना...तुम लाखों के दुःख टाले,तुम हो
बम बम बोल रहा है काशी
हां शंकर आए है संग मा गौरी को लाए है,बम बम बोल रहा है काशी भोले शंकर आए है....शिव हिमगिरी के द्वारे आए गौरी का गौना करवा
भोले भंडारी ये तुमसे कैसा नाता है
भोले भंडारी ये तुमसे कैसा नाता है,मै दुःख में याद करू तु दौड़ा आता है………..जहर पिया तुमने जग को अमृत दिया,अपने भक्तो के ल
तू जग का विधाता है
भोले शंकर दानी,तू जग का विधाता है,अपने भक्तो का तू,अपने भक्तो का तू,बस दीन दाता है,भोलें शंकर दानी,तू जग का विधाता है………
रूठ गई गोरा ओ महारानी
रूठ गई गोरा ओ महारानी,मनाए रहे भोला मानत नाही,जो गोरा तुम भोजन ना दोगी,भोजन ना दोगी गोरा भोजन ना दोगी,धतूरा हम खाले ओ मह
मैं भोले की दीवानी बन जाऊंगी
मैं भोले की दीवानी बन जाऊंगी,दीवानी बन जाऊंगी मस्तानी बन जाऊंगी,मैं भोले की दीवानी बन जाऊंगी....जब भोले को भुख लगेगी,भूख
दानी बड़ा है भोलेनाथ
दानी बड़ा है भोलेनाथ पूरी करे ये मन की मुराद,देख लो माँग के माँग के तेरा बिगड़ा मुक्कदर सँवर जायेगा, तेरा दामन भी खुशियो
पीकर भांग का प्याला नाच रहे भोले बाबा
पीकर भांग का प्याला नाच रहे भोले बाबा,नाच रहे भोले बाबा नाच रहे भोले बाबा,पीकर भांग का प्याला....गणपति नाचे कार्तिक नाचे
हे मेरे शंकरा
तेरी जटा से बहती रहते है गंगा की धरा शंकरा हे मेरे शंकरा,तेरी जटा से बहती रहते है गंगा की धरा शंकरा हे मेरे शंकरा......ख
भोले के दर से सब कुछ मिला
मुकद्दर मेरा बन ही गया,भोले के दर से सबकुछ मिला,मन का अँधेरा मिट सा गया,भोले के दर से सबकुछ मिला,जीवन मेरा बन ही गया,भोल