Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
भोले डमरू बजा
महादेव शिव शंकर भोले, मैं हूं सेवक तेरा, तेरे दर्शन पावन खातर मन ललचावे मेरा,दर्शन दे दे ओ दे दे...-2दर्शन दे दे भोले ते
धीरे-धीरे चलो भोले बाजे है पायलिया
धीरे-धीरे चलो भोले बाजे है पायलिया,पैरों में पड़ गए छाले ओ मेरे भोले बाबा॥माथे पे भोले के चंदा बिराजे,गंगा कहां पै छुपाई
दानी बड़ा ये भोलेनाथ
दानी बड़ा ये भोलेनाथ,पूरी करे मन की मुराद,देख ले माँग के माँग के,तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,तेरा दामन भी खुशियों से
शिव विवाह गीत
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,शिव भोला भंडारी जू...-2आज सुनो शिव जी के द्वारे, भीड़ मची है भारी जू,दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
कहां जाओगे भोले भंडारी
कहां जाओगे भोले भंडारी,शादी हो गई हमारी तुम्हारी॥गोरा में पर्वत का वासी,और तुम राजा की बेटी,कैसे जोड़ी बनेगी हमारी,शादी
मैं तो बगिया में बो आई भांग की कली
शिव शंकर अमली, भोले बाबा अमली,मैं तो बगिया में बो आई भांग की कली....कहां से आई गोरा माता कहां से गणेश,कहां से आए भोले बा
है आपके हाथों में मेरी बिगड़ी बना देना
भोले मेरी नैया को भव पार लगा देना,है आपके हाथों में मेरी बिगड़ी बना देना,भोले मेरी नैया को भव पार लगा देना.....तुम शंख ब
गौरा झूला झूल रही भोले नाथ के संग
सावन की बरसै रिमझिम फुंहार,पेड़ों पे झूलो की लगी कतार,गौरा झूला झूल रही भोले नाथ संग,मैयां झूल झूल रही भोले नाथ संग………कु
नगर में जोगी आया
ऊँचे ऊँचे मन्दिर तेरे,ऊँचा है तेरा धाम,हे कैलाश के वासी, भोलेबाबा,हम सब करते है तुम्हें प्रणाम…………नगर में जोगी आया,यशोदा
होली खेले मसाने में
होली खेले मसाने में,होली खेले मसाने में,होली खेले मसाने में,होली खेले मसाने में,कशी में खेले,घाट में खेले,होली खेले मसान
भोले जी बुलाए चल चल रे सजनवा
भोले जी बुलाये चल,चल रे सजनवा …2भोले जी बुलाये चल,चल रे सजनवा,चल वैद्यनाथ धाम,शिव जी रहे है पुकार,दर्शन पाएंगे ..2वह की
ये धरती अंबर सारा डमरू वाले ने सवारा
ये धरती अम्बर सारा,डमरू वाले ने सवारा,अब हम ये कहे भोले से,की तेरे शिव कोई नहीं …2तार जाता है जीवन सारा,जिसे मिलता शिव क
कब तेरी करुणा होगी
हम है तेरे दर के जोगी,तेरे दर्शन के है लोभी,कब तेरी करुणा होगी,हे भोले.....खाली हमको मोड़ ना देना,भक्तो का दिल तोड़ ना द
जब मोज में भोला आये
जब मौज में भोला आये डमरू हो मगन भजाये,खोले जटाए छाए घटाए भदरा बरसे जम जम,भोले रे भोले भोले बम बम.....जेले के टोले ले संग
काशी के वासी है अविनाशी
हर हर हर हर भोले,काशी के वासी है अविनाशी,दुःख भंगन सुख करता,काशी के वासी है अविनाशी,दुःख भंगन सुख करता,विश्य धर रे शम्भू
गौरा जी में ऐसा क्या गुण है
हरी हरी पाती में क्या बल है, जिस पर भोला मगन है,भोला मगन है मेरा शंकर मगन है,हरी हरी पाती में क्या बल है...सरयू मग्न है
नंदी पर चढ़कर आया
देखो नंदी पर चढ़कर आया, भोले बाबा ने ब्याह रचाया....ना टाइ ना शूट ना पैरों में बूट,मिर्गछाला पहन के आया भोले बाबा ने ब्य
लिंङ्गाष्टकम् स्तोत्र
ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् ।जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥देवमुनिप्रवरार्
शिव साधु जोगी
बमम बमम, बमम बमम, बम भोले,शीश गंग अरधंग पार्वती सदा विराजे शिव योगी,बजा बजा के नृत्य है करते, भेष बना साधु जोगी,भाँग धतू
भोले का जयकारा तू लगा के देख ले
भोले का जयकारा तू लगा के देख ले,बन जाए सारे काम तू भी आके देख ले...हाथो में डमरू जटाओं मे गंगा,तन पे विभूति और माथे पे च
जय कारा केदारा
जय कारा बोलो जय कारा,मेरे केदारेश्वराय तेरा जय कारा,जय कारा बोलो जय कारा,मेरे केदारेश्वराय तेरा जय कारा…………जय कारा, बोलो
देख लिया गौरा तेरे मायके का हाल
देख लिया गौरा तेरे मायके का हाल,तेरा मायका कमाल, तेरा मायका कमाल....पहली बार भोले गए ससुराल, टूटी सी खटिया बापे,फटो हुओ
भोले भंडारी दा डम डम डमरू बजदा
भोले भंडारी दा डम डम डमरू बजदा,शम्भू भंडारी दा डम डम डमरू बजदा,डम डम डमरू बजदा.....तीन लोक ब्रह्मांड नचाया, देवी देव दा
ओ भोलेनाथ केदारनाथ
भोले छोड़ दुनिया दर तेरे आया हु मै,तुझसे जो दूर था बेचैन था घर लौट आया हु मै,ये आसमा है नीला नीला धुप नरम लगे चुभती नही
डमरूवाले मैया गौरा तो दीवानी हो गई
प्रेम में दीवानी गौरा रानी हो गई,ओ डमरु वाले मैया गौरा तो दीवानी हो गई.....माँ बाबा ने बड़ा समझाया,काहे जोगी तेरे मन भाय
गौरा की कदर जानी नहीं
शिव जी हमारे बेवफा, गौरा की कदर जानी नहीं,भोले हमारे बेवफा, गौरा की कदर जानी नहीं॥ऐसे ताल से क्या फायदा,जिसमें तनक पानी
ऐ भोलेनाथ देना हमको भी सहारा
दिल ने तड़प कर आज ये भोले को पुकारा,हम हो गया तुम्हारे और तू है हमारा,अब पार लगा दो इसे या इसको डुबो दो,निकला हूँ घर से
जोगी बन जाना शिवा दा नाम जपके
जोगी बन जाना शिवा दा नाम जपके.....माएँ नि माएँ मैनु चोला प्वाई दे,चोलियाँ ओं पाँदे जीना दे पुत्र जोगी.....माएँ नि माएँ म
मैं डगर पे अगर तेरी चलता रहूँ
ओ भोले भंडारी,असुरारी त्रिसरारी,मैं डगर पे अगर,तेरी चलता रहूँ,है ये मुमकिन के तुम,मुझपे किरपा करो,अपने सेवक से स्वामी,कब
भोलेनाथ हे प्रभु आरती उतारती
भोलेनाथ हे प्रभु आरती उतारती,भोलेनाथ हे प्रभो आरती उतारती,तुझको मैं निहारती,दिल में तू बसा हुआ,फिर भी हूँ पुकारतीभावना स