Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
गौरा मैया की भोले से सिकात है
गौरा मैया की भोले से सिकात हैतेरी भांग अब न घोटी जात है,घोटत घोटत दुखे हाथ भांग घुटावे तू दिन रात भोले सुन ले मेरी बात,ग
भोले नाथ बने देखो दूल्हा
भोले नाथ बने देखो दूल्हा गोरा रानी बनी है दुल्हनिया आये सझ धज के भूतो की टोली करती गोरा की सखियाँ ठिठोली,भोले शंकर भी कु
दूल्हा बने है शिव शम्भु जी आज
बन ठन देखो चले शिव की बारात दूल्हा बने है शिव शम्भु जी आजबाजे नगाड़ा ढोल डमरू का साज दूल्हा बने है शिव शम्भु जी आजसंग मे
शिव जी को एक लोटा जल जो चढ़ाता है
शिव जी को एक लोटा जल जो चढ़ाता है बिन मांगे वो बाबा आपसे पाता हैजहां भी हो दरबार मेरे,भी मन को लुभाता है,सावन में कांवर
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
शिव जी की महिमा अपरम्पार हैआया शिवरात्रि का त्यौहार है,चरणों में नतमस्तक संसार है,आया शिवरात्रि का त्यौहार है,जिनके उर म
तेरे सर पर गंगा की धारा
तेरे सर पर गंगा की धारा माथे पे चाँद चकोरागूंजे है नाद शम्भू नाथ रेजय जय भोले नाथ शम्भू महादेव शिव शम्भूजय जय भोले नाथ श
भोले नाथ की फ़ौज करेगी मौज दयालु शिव भोला
भोले नाथ की फ़ौज करेगी मौज दयालु शिव भोला शिवरात्री का भोल आयो सब लोग दयालु शिव भोला भोले नाथ की फ़ौज करेगी मौज दयालु शि
शिव की कृपा से
शिव की कृपा से प्राणी भव तर जाता हैशिव जी को एक लोटा जल जो चढ़ाता है बिन मांगे वो बाबा आपसे पाता हैजहां भी हो दरबार मेरे
भोले बाबा ने ब्याह रचाया
देखो नंदी पे चढ़ के आयाभोले बाबा ने ब्याह रचायाना टाई ना सूट ना पैरो में बूटमृगछाला ओढ़ के आयाभोले बाबा ने ब्याह रचायादे
शिव जी बोलो तो सही आंखें खोलो तो सही
शिव जी बोलो तो सही आंखें खोलो तो सहीआपकी शरण में दासी कब से खड़ीआप नहीं बोलेंगे तो मैं गंगा बन जाउंगीगंगा बन जाउंगी जटा
मेरा शंकर भोला
ॐ नमो शिवाए xll -llबम भोले बम भोले, बम भोले बम xll -ll मेरा शंकर भोला,,, मस्त मस्त lहो मेरा डंमरू वाला,,, मस्त मस्त lहो
कैसी ये लीला रचाई भोले बाबा
कैसी ये लीला रचाई भोले बाबा मेरी समझ में न आई भोले बाबा कैसी ये लीला रचाई भोले बाबामांग में टीका माथे पे बिंदियाआंखों मे
डमरू तेरा शिव शंकर डमरू वालेया
डमरू तेरा शिव शंकर डमरू वालेया तेरे डमरू दी मतवाली हो गई गोरा धरती अम्बर ते पताले धुमा पै गईया डमरू सुनके तेरा भगता चडीय
डम डम डम शिव दा डमरू
डम डम डम शिव दा डमरू जद कैलाश ते वजदा ऐ,बम बम भोले दा जयकारा सारे जग विच लगदा ए,डम डम डम शिव दा डमरू एह डमरू जद जद वि वज
डम डम शिवा दा डमरू वज्जदा
ओ डम डम शिवा दा डमरू वज्जदाभोले बाबा दा डमरू वजदा ओ जिथे वजदा बदल वांगु गजदा,ओ डम डम शिवा दा डमरू वज्जदामेरे भोले दा डमर
कैसी सुंदर हिमालय नगरी
कैसी सुंदर हिमालय नगरी भोले पैदल चले आ रहे हैं उनकी जटाओं में गंगा बिराजे वो बहाते चले आ रहे हैंकैसी.......... उनके माथे
पीले भोले खुशी से पीले भोले
घोट के पी, या छानी हुई पी, या तेरे भक्तों के हाथों से पी, पीले भोले खुशी से पीले भोले\"बूंटी या प्रेम से बनाई है, पर्वत
आओ आ जाओ भोले
तेरे ख्यालो में खोया रहू मैं जागु दिन और रात आओ आ जाओ भोले नाथ,हे शिव शंकर हे परलेयंकर हे जग के रखवारे,तेरे बिना मेरी कौ
आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार
आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार,सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार,धरती और गगन ने मिलके शब्द यही दो
नटराज स्तुति
सत सृष्टि तांडव रचयितानटराज राज नमो नमः...हेआद्य गुरु शंकर पितानटराज राज नमो नमः...गंभीर नाद मृदंगना धबके उरे ब्रह्माडना
हरी ॐ नमः शिवाय
( तर्ज - जिन्दगी प्यार का ..)हरि ऊं नम: शिवाय जपो,भोले बिगड़ी बना देंगे तेरी,शिव के चरणों में मस्तक धरो,फुटी किस्मत बना
भोले जी नाथ जी सुनो दास की आप पुकार
भोले जी नाथ जी सुनो दास की आप पुकार चेला बना ले ने,जटा की तेरी न मांगू गंगा माथे का न मांगू चाँद नंदी भी तेरे तोरे राखिय
ऐसा डमरू बजाय भोले नाथ ने
ऐसा डमरू बजाय भोले नाथ नेधूम पैंगइया कैलाश मेंगोरा भी हो गयी मगन साथ मेंधूम पैंगइया कैलाश में डमरू दी आवाज सुन ब्रह्मा ज
शिवनाथ तेरी महिमा
शिवनाथ तेरी महिमा आ आ आशिवनाथ तेरी महिमा जब तीन लोक गएनाचे धरा गगन तो आ आ आनाचे धरा गगन तो झूमे दसों दिशाएंशिवनाथ तेरी म
भोले बाबा ने बो दई भांग
शिव शंकर चले केलाश बुंदिया पड़ने लगी गोरा जी ने बो दई हरी हरी मेहँदी,भोले बाबा ने बो दई भांग बुंदिया पड़ने लगी अरे गोरा
कभी तो भोले भंडारी हो कभी तो रूप भयंकर
महिमा तेरी समज सका न कोई भोले शंकर कभी तो भोले भंडारी हो कभी तो रूप भयंकर,भगतो के मन को भाति है भोले छवि तुम्हारी,माथे च
जटा में गंगा डमरू बजाता
जटा में गंगा डमरू बजाता रेहता वो कैलाश में अंग में भस्म रमाये देखो बैठा वो श्मशान में गले में पेहने सर्पो की माला करता व
भोला है भंडारी शंकर भोला है भंडारी
गले में पेहने है नागो की माला रूप निराला शंकर भोला है भाला,पीता भांग का प्याला रे भोला है भंडारी शंकर भोला है भंडारी,जटा
कावड का जशन मना लो
कावड का जशन मना लो सब कावडिया पिके भोला भुट्टी सब झूम तो कावड़ियाआज तो भाग जगावे सब के मेरे भोले बाबा छोड़े सारे काम तेर
बाबा तुझे कोई कहे डमरुधारी
बाबा तुझे कोई कहे डमरुधारी,कोई त्रिपुरारी ऐ बाबा,कोई तुमसा न कोई दानी,नहीं दूजा कोई तुमसे सानी बाबा…….ये जग कैलाश पे कर