Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
ओ मेरे भोले बाबा पलका उघाड़ो
ओ मेरे भोले बाबा, पलका उघाड़ो सावन आ गयो।सावन क महीना में बाबा, बिल्व पत्र चढ़ावा-॥आक धतूरा, और कनिर का बाबा फूल चढ़ावां
शिव डमरू वाले का दरबार निराला है ll
शिव डमरू वाले का दरबार निराला हैं।ऊँचे पर्वत धुनि रमा कर रहने वाला हैं।।इसे चढ़ाये गंगा जल वो किस्मत वाला हैं।। हो हो हो
मेरे नाल प्रीता ला गया गौरा तेरा लढ़ा
मेरे नाल प्रीता ला गया गौरा तेरा लढ़ाबम बम भोला आ गया जटाधारी आ गया नागा वाला आ गयाहोर नंदरानी सुन मेरी गौरा सेहरा लाके
चलो अमरनाथ चलिए
चलो अमरनाथ चलिए चलो अमरनाथ चलिए,जो दुनिया दा भाली है ओहदा दर जा मलिये,स्वर्गा तो वि वध के सोहना शिव भोले दा डेरा है,अखा
एक दिन वो भोला भंडारी
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की नारी गोकुल में आ गये हैपारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी, गोकुल में आ गये हैपा
सुबह तू नीसीदिन जया कर
सुबह सुबह तू नीसीदिन जया कर, शिव के मंदिर,सुबह सुबह तू उठ कर नीसीदिन शिव के मंदिर जया कर,शिव के मंदिर जया कर, शिव के मंद
श्री शिवमहिम्नस्तोत्रम्
महिम्नः पारं ते परमविदुषो यद्यसदृशीस्तुतिर्ब्रह्मादीनामपि तदवसन्नास्त्वयि गिरः ।अथाஉवाच्यः सर्वः स्वमतिपरिणामावधि गृणन
भोले भंग पियोगे
सुन ले रे भोले ये बात हमारी, भोले भंग पियोगे या दम लगाओगे,भोले भंग पियोगे या दम लगाओगे, भोले भंग पियोगे या दम लगाओगे,भोल
चल पड़ा शिव का पुजारी
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए,हाथ में गंगा जल गडवा शिव को चड़ने के लिए,बैठ गया शिवलिंग के आगे, करने लगा अस्त
काशी वाले देवघर वाले
काशी वाले देवघर वाले, भोले डमरू धारी,खेल तेरे हैं निराले शिव शंकर त्रिपुरारी,जयति जयति जय कशी वाले, काशो वाले देवघर वाले
शिवरात्रि का त्यौहार आया
सारे गाव से दूध मंगाकर पिंडी को नेहला दो,भोले को नेहला दो मेरे शंकर को नेहला दो,आया बाबा का त्यौहार आया शिव रात्री का त्
एक आँख में सूरज सधा
एक आँख में सूरज साधा एक आँख में चंद्रमा आधाएक आँख में सूरज साधा एक आँख में चंद्रमा आधाएक आँख में सूरज साधा एक आँख में चं
पुरब से जब सुरज निकले
पुरब से जब सुरज निकले,सिंदूरी घन छायेपवन के पग में नुपुर बाजे,मयुर मन मेरा गायेमन मेरा गायेओम नमः शिवाय॥ओम नमः शिवाय॥ओम
जोगी रे क्या जादू है तेरे प्यार मे
जोगी रे क्या जादू है तेरे प्यार मे,हो जाए तेरा जो भी आए तेरे दरबार मे,जाने ना जाने ना जाग को खबर कब होगी,जोगी रे क्या जा
नाम है तेरा तरण हरा कब तेरा दर्शन होगा
नाम है तेरा तरण हरा कब तेरा दर्शन होगाजिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगावो कितना सुंदर होगा…जिनकी प्रतिमा इतनी
भोले बाबा ने ऐसा वजाया डमरू
भोले बाबा ने ऐसा \"वजाया डमरू-॥\", सारा कैलाश परबत मग्न हो गया स ॥सुन डमरू की आवाज़ ब्रह्मा चले यहां ब्रह्मा चले वहां वि
कैलाश के निवासी नमो बार बार
कैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ,नमो बार बार हूँआयो शरण तिहारी भोले तार तार तू,आयो शरण तिहारी शम्भू तार तार तू,भोले तार त
श्री शिव चालीसा
जय गिरिजा पति दीन दयाला।सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥भाल चन्द्रमा सोहत नीके।कानन कुण्डल नागफनी के॥श्री गणेश गिरिजा सुवन,मंगल
श्री बद्रीनाथजी की आरती
पवन मंद सुगंध शीतल,हेम मन्दिर शोभितम्।निकट गंगा बहत निर्मल,श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्॥शेष सुमिरन, करत निशदिन,धरत ध्यान मह
भोले दी बरात चली,
भोले दी बरात चली,गज वाज के,सारीया ने भंग पीती राज राज केहो सारीया ने सारीया नेसारीया ने सारीया नेसारीया ने भगत प्यारिया
भोले की जय जय
भोले की जय जय, शिव जी की जय जय ,भोले की जय जय, शिव जी की जय जय ,पार्वती पति शिव जी की जय जय,भोले की जय जय, शिव जी की जय
ओ भोले भंडारी हमारे घर आ जइयो
ओ भोले भंडारी हमारे घर आ जइयो,अखियाँ तरसे हमारी के दर्श दिखा जियो,बहुत दिनों से आस लगाईं पर मेरी ना होई सुनवाईअब की बिनत
केहू जेहा ऐ गोरा दा लाढा ,गल्लां हुंदिया ने
हारा दी था साँप लम्काए, भुक सुआ दे तन ते पाएसिर ते जरावा रंगवी लीला,नाले चिता दाढ़हागल्लां हुंदिया ने....केहू जेहा ऐ गोर
शिव पंचाक्षर महा मन्त्र
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनायभस्मांग रागाय महेश्वराय।नित्याय शुद्धाय दिगंबरायतस्मै न काराय नमः शिवायः॥मंदाकिनी सलिलचंदन चर्चि
बम भोले बम भोले बम बम बम
बम बम भोलेयही वो तंत्र है यही वो मन्त्र हैप्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गमकभी योगी कभी भोगी कभी बाल बर्मचारीकभी आदि देव
जप हर हर हर हर भोला
जप हर हर हर हर भोला, गुरु महादेव॥ तोर पावे मा बिराजे गा भोला,चंदन खड़ुवा ॥ तोर कमर म बिराजे गा भोला,बघवा के छाला॥ जप ह
भोला भंडारी आया, मोहन तेरी गली में
भोला भंडारी आया, मोहन तेरी गली में ।मोहन तेरी गली में, कान्हा तेरी गली में ।।इक झलक पाने आया हूं में भी ,इक झलक पाने आ
भोले ओ भोले
भोले ओ भोले तू रुठा दिल टूटा मेरे यार को मना दे वो प्यार फिर जगा दे..॥भोले ओ भोलेवो बिछडा तो कसम से फिर मे ना जी सकूगा ,
कौन है वो कौन है वो
जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिम्प निर्झरी,विलोलवीचि वल्लरी विराजमान मूर्धनि धगद् धगद् धगज्ज्वलल् ललाट पट्ट पावकेकिशोर चन्द्र
ਆਹ ਕੀ ਗੌਰਾਂ ਕਰ ਲਿਆ ਨੀ ਤੇਰੇ ਮਸਤ ਮਲੰਗ ਨੇ
ਪੈਰੀ ਘੁੰਗਰੂ ਜਟਾਂ ਵਧਾ ਕੇ, ਮੱਥੇ ਉੱਤੇ ਚੰਨ ਸਜਾ ਕੇ,ਜੱਗ ਤੋਂ ਵੱਖਰਾ ਰੂਪ ਬਣਾ ਕੇ, ਸੱਪਾਂ ਨੂੰ ਗਲ੍ਹ ਧਰ ਲਿਆ ਨੀ ਤੇਰੇ ਮਸਤ ਮਲੰਗ ਨੇ,ਆਹ ਕੀ