Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
मात पिता से दगो जो करेगो
मात पिता से दगो जो करेगो, चार जनम पछतावेगो,पछतावेगो दुःख पावैगो,पछतावेगो दुःख पावैगो,बीरा म्हारा यो अवसर नहीं आवेगों,मात
हो जाओ तैयार प्रजापति
हो जावो तैयार प्रजापति , हो जाओ तैयार -॥अर्पित कर लो तन मन धन, समाज सेवा में लगा दो मन,अगर समाज के काम न आवे, तो जीवन बे
काहारो डोली ना चाऐयो, हजे मेरा बाबुल आया नहीं
काहारो डोली ना चाऐयो, हजे मेरा बाबुल आया नहीं,जेड़ा औने सुट भेजेया सी हजे तक मैं हंडाया नहीं, विर सत हुँदे घरो कडदा ना,ध
बेटीयां बोझ होती नहीं
बेटीयां बोझ होती नहीं,याद आती हैं ये विदा होने के बाद,बेटे के मोह में ना भुलाना इन्हें,याद आती हैं ये विदा होने के बाद,ब
लाज मेरी कौन बचावेगा
हो तेरे बिन मेरे दादा देव , लाज मेरी कौन बचावेगा,कौन बचावेगा लाज मेरी कौन बचावेगा हो तेरे बिन मेरे दादा देव ॥मै हूँ दादा
इस जमने में कलेजा तक हिला देते है लोग
इस ज़माने में कलेजा तक हिला देते है लोग ,सगे भाई को जहर हसकर पिला देते है लोग,पैसा बिन प्यार कहा पैसे बिन यार कहा,गैर तो
कमाओ हीरा या मोती
कमाओ हीरा या मोती कफ़न में जेब नहीं होती.चाहे खाओ छप्पन व्यंजन ,चाहे खाओ रूखी और लवण ,भूख सब एक ही सी ह
दया कर, दान भक्ति का,
दया कर, दान भक्ति का,हमें परमात्मा देना।दया करना, हमारी आत्मा कोशुद्धता देना॥हमारे ध्यान में आओ,प्रभु आँखों में बस जाओ।अ
सारी उम्र गवा लई तूँ
सारी उम्र गवा लाई तू,जिन्दरिये कुझ न जहाँ विचो खटिया॥क्यों करे तू मियाँ मियाँ.. मियाँ है दो पल दी शियांफस के इस दे मोह द
तेरा हो जग भव से बेडा पार
तेरा हो जग भव से बेडा पार तू मात पिता को करले नमनकरले नमन उनके छु ले चरण,तेरा हो जग भव से.........कितने प्यार से तुझे पल
पिंजरे के पंछी रे, तेरा दर्द ना जाणे कोए,
पिंजरे के पंछी रे, तेरा दर्द ना जाणे कोए,तेरा दर्द ना जाणे कोए ॥कह ना सके तू, अपनी कहानी, तेरी भी पंछी, क्या जिंदगानी र
लाल मेरी पत रखियो
ओ होहो हो होहो लाल मेरी पत रखियो बला झूले लालण,ओ लाल मेरी पत रखियो बला झूले लालण,सिंदड़ी दा सेवण दा,सखी शाह बाज़ कलन्दर,
बेटी ये कोख से बोल रही
बेटी ये कोख से बोल रही, माँ कर दे मुझ पे ये उपकार मत मार मुझे जीवन देदे, मुझकों भी देखन दे संसारबिन मेरे माँ तुम भैया को
तेरे जीवन की खुशियां तमाम आएंगे
तेरे जीवन में खुसिया तमाम आएंगे,ले जा माँ की दुआएं तेरे काम आएगी,नौ महीने तन के सांचे में ढलती है माँ,फिर जनम देती है हम
दया करो दया करो
दया करो दया करो हे ईश्वर दया करो सबके मन में द्वेष समय अज्ञान ने कदम बढ़ाया धरती माँ व्याकुल होकर तुम्हे पुकारे दया करोद
कोटड़े ले चालो
कोटड़े ले चालो मन्ने बाबा के ले चालो,कोटड़े ले चालो मन्ने धणिया के ले चालो,कोटडा को बाबो अपने आयो नन्दल का बीरा,आयो सा
पापा जल्दी आजाना
पिता रोटी है पिता कपड़ा है पिता मकान है,पिता ननेसे परिन्दे का बड़ा आसमान है,पिता है तो हर घर मे हर पल राग है,पिता से माँ
रख ज्योतिन वारे ते
रख ज्योतिन वारे ते ,पांणे पूरी कंदोआ मुंहिंजो लाल, लजपाल,रखपाल सभजो । रख ज्योतिन---------काई मुसीबत ,अचे जे अगियावेठो ला
मैं दीवानी हाँ लाडी सरकार दी
मैं दीवानी हाँ लाडी सरकार दी,लोकी मेनू कमली कहंदे,तन मन लाया नाल तेरे दुःख सब दे सेहन्दे,मैं दीवानी हाँ लाडी........हर ग
प्रथम भगति संतन कर संगा
प्रथम भगति संतन कर संगा |दूसरि रति मम कथा प्रसंगा ||गुर पद पंकज सेवा तीसरि भगति अमान |चौथि भगति मम गुन गन करइ कपट तज गान
जिनको अपनी मम्मी से प्यार है
जिनको अपनी मम्मी से प्यार है,उनके लिए ही श्याम दरबार है,मुझको घर पे तुम बुलाते हो,माँ को ब्रिद आश्रम में छोड़ कर आते हो,
अरे सुतो राणा सुख भर नींद में वादी राणा ये
अरे सुतो राणा सुख भर नींद में वादी राणा येसूता रे राणा सपनो आवी यआयो आयो अल जुलम वादी राणामीरा ने देखीयो भगवा वेश मेंउठो
मैने घोड़लियो मंगवा म्हारी
बालपना में रामदेवजी हटकिलो अतीबारी,कैइसो हटकिलो रे बालक सोच रही माँ कारी,की कर मैं इने समझाउ आगी रे मंन में चिंता,मैने घ
हंसलो मित्र कोनी थारो
हंस्लो मित्र कोनी थारो ए भोली कायातू जाणे काया में ठग राख्यो यो हंस्लो आप ठगोरो एअमर लोक से आयो म्हारो हंसलोयो आयो अखन क
आत्मा-परमात्मा का रहस्य
तुम मुझमें प्रिय! फिर परिचय क्यातारक में छवि, प्राणों में स्मृतिपलकों में नीरव पद की गतिलघु उर में पुलकों की संसृतिभर ला
भैरू जी को नखरों न्यारो है
भैरु जी को नखरों न्यारो है बाला जी को नखरों न्यारो है...भैरू जी तो पहरे कांचलिया ॥बाला जी तो लाल लंगोट , नखरों न्यारो है
रे मन भज ले तू हरि नाम
रे मन भज ले तू हरि नाम॥तेरे बन जाएंगे बिगड़े काममन के भरम में उलझा रहा तूँ प्रभु को ना पहचान सकाभाग्य-विधाता कर्म है तेर
समय को भरोसो कोणी कैद पलटी मार जाव
समय को भरोसो कोनी कद पलटी मार जावेतुलसी नर का क्या बड़ा, और समय बड़ा बलवान,काबा लूटी गोपिया, वही अर्जुन वही बाण।समय समय
किवे किवे समझांवा इस मन पापी नू
किवे किवे समझांवा इस मन पापी नू पापी नु,किवे किवे समझांवा इस मन पापी नू जे मेरा मन लकड़ी होवे जे मेरा मन लकड़ी होवे,आरे
जय अजमल लाला
जय अजमल लाला,प्रभू जय अजमल लाला।भक्त काज कलयुग में,लीन्हो अवतारा॥ ॐ जय अजमल लालाअश्वन की असवारी सोवे, केशरिया जामा।शीश त