Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
बिलनी दे घर आये पराउने
बिलनी दे घर आये पराउने,कुटिया पे गयी तंग वे मैं किथे बैठावा,बिलनी दे घर राम जी आये,सीता जी नु नाल ले आये,हनुमन आ गये संग
हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ
हे राजा राम तेरी आरती उतारूँआरती उतारूँ तुझे तन मन बारूँ,कनक शिहांसन रजत जोड़ी,दशरथ नंदन जनक किशोरी,युगुल छबि को सदा नि
जगमग जगमग जोत जगही है
जगमग जगमग जोत जगही है,राम आरती होन लगी है,भक्ति का दीपक प्रेम की बाती,आरती संत करें दिन राती,आनंद की सरिता उभरी है,राम आ
कुटिया निक्की जही मेरी
मैं किथे बैठावा राम कुटिया निक्की जही,मेरी सुबह तो हो गयी शाम कुटिया निक्की जही,जय श्री राम दो अक्षर दा प्यारा नाम,जंगल
वन वन में राम भटकते है
वन वन में राम भटकते है मेरी सिया गयी तो कहा गयीगंगा तू बता यमुना तू बतासागर की लहरों में समा गयी रे मेरी सिया गयी तो कहा
जप जप के सीता राम
जप जप के सीता राम मेरा काम हो गया,तुम नाम था मशहुर मेरा नाम हो गया,जप जप के सीता राम ........जिस दिन से चड़ा नाम का सचा
घर घर बधाई बाजे रे
घर घर बधाई बाजे रे देखो घर घर बधाई बाजे,ढोलक नगाड़ा वाजे रे देखो,जन में अयोध्या में राम लला की माता कोश्लाया खिलाये रे,घ
सतसंग वाली नगरी चल रे मना
सतसंग वाली नगरी चल रे मना,पी ले राम जी के चरणों का तूँ जल रे मना, चल रे मना, चल रे मना, पी ले राम जी के चरणों का तूँ जल
बोल बोल काग़ा मेरे राम कब आएँगे
बोल बोल काग़ा मेरे, राम कब आएँगे,दुखिया की झोपड़ी के भाग्य खुल जाएँगे,आए नहीं राम जी, लगाई कहाँ देर रे,चुन चुन पंछी(बर्त
मैं तो कर रही रस्ता साफ़
मैं तो कर रही रस्ता साफ़ राम मेरे कब घर आओगे,राम मेरे कब घर आओगे, नाथ मेरे कब घर आओगे,मैं तो कर रही रस्ता साफ़ राम मेरे
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम,मोर मुकुट कर धनुष विराजतभृकुटी ललित ललामसखी री मैं तो बगिया में देख आई राम,चंचल चोर च
रोम रोम में रमा हुआ है
रोम रोम में रमा हुआ है, मेरा राम रमैया तू,सकल सृष्टि का सिरजनहारा, राम मेरा रखवैया तू,तू ही तू, तू ही तू, ...डाल डाल मे
बिगड़ी बात बना दे राम
बिगड़ी बात बना दे राम, नैया पार लगा दे राम,है राम सियाराम, हे राम सियाराम।घोर अंधेरा छाया हैं, पापी मन घबराया है,मोह माय
श्री राम मेरे राम कुटिया में कब पधारेंगे
राम श्री राम कुटिया में कब पधारेंगे,बूढी भिलनी कोे प्रभु कब उधारेंगे,मेरे राम श्रीराम कुटिया में कब पधारेंगे
ज़िन्दगी बेकार है ये दुनिया असार है
ज़िन्दगी बेकार है ये दुनिया असार है,जिसने लिया राम नाम, उसी का बेडा पार है,उसी का बेडा पार है,इस दुनिया में खोज के देखा,
शरदा दे नाल कोई बुलान्दा नहीं
शरदा दे नाल कोई बुलान्दा नहीं,फेर कहंदे राम साड़े आंदा नाहियो,बिलनी ने बुलाये राम उसे वेले आ गए,झूठे मीठे बेर राम प्रेम
राम मिलन दिया त्यारिया
राम मिलन दिया त्यारिया, सोह सोह इंतजरिया,खट्टे मीठे बेरा दिया परलो पिटारिया,राम मिलण दे खातिर भीलनी सोह सोह यतन मानंदी ह
बड़े भाग्य तूने बेरी के बेर पाए
बड़े भाग्य तूने बेरी के बेर पाए,तुझे चख चख के मेरे श्री राम खाए,जिस रस्ते से राम जी आए,शबरी वहां पर फूल बिछाए,कहीं कांटे
रामचरितमानस पाठ के शुभ फलदायक सम्पुट चौपाई मंत्र
रामचरितमानस पाठ के शुभ फलदायक सम्पुट चौपाई मंत्र:मंगल भवन अमंगल हारी, द्रबहु सु दसरथ अजिर बिहारी ।सुमिरि पवनसुत पावन नाम
अरे राम राम रे भाया राम राम रे,
अरे राम राम रे भाया राम राम रे,हे म्हारी बोली चाली रा गुणा माफ, भायो ने म्हारा राम राम रे ॥हे कठे बेवाडू डोडा ऐल जी रे,
मिठ्ठिआं मिठ्ठिआं बेरां दीआं
राम मिलन दियां त्यारियां सो सो इन्ताज़रिया,मिठियां मिठियां बेरा दिया,भर लियां पटरियां,राम मिलन दी खातिर भीलनी,सो सो यतन
मन मंदिर में राम बसेंगे
राम नाम को भेज रे बन्दे मन मंदिर राम बसेंगे मन मंदिर में राम बेस हैं राम शरण में आ के देखो,राम का नाम ले के देखो दुःख म
भगवान् के भगतो को
भगवान के भगतो को भगवान नज़र आये ॥इक मेरा बाई सी वह बड़ी मस्तानी थी ॥उसे जहर प्याले में भगवान् .......इक द्रौपती रानी सी
युगो युगो से जिसको वेदो ने वखानी राम कहानी
राम कहानी सुनो रे राम कहानी ...युगो युगो से जिसको वेदो ने वखानी राम कहानी ...॥जब राज तिलक दिन आया ॥सब अवध ने मगंल गाया ॥
सखा सब प्रेम से बोलो
सखा सब प्रेम से बोलो हरे रामा हरे रामाहरे रामा हरे रामा हरे रामा हरे रामायही उपदेश शिव को दिया था श्याम सुन्दर नेके उनके
मन्दिर अयोध्या में भी बनेगा बनेगा पाकिस्तान में
कण कण में श्री राम बसे हैं जन जन के हैं प्राण मेंचलता है श्री राम का सिक्का सारे ही जहान मेंराम के नाम की खातिर हिन्दू स
श्रीराम मेरे राम कुटिया में कब पधारेंगे
राम श्रीराम कुटिया में कब पधारेंगे।बूढी भिलनी कोे प्रभु कब उधारेंगे।मेरे.. नाना पुष्पों से रस्ता स
आ मन बैठ ज़रा
आ मन बैठ ज़रा श्री राम जी के चरणों मेंआ मन प्रीत लगा श्री राम जी के चरणों मेंसुबह और श्याम हुयी ज़िन्दगी तमाम हुयीज़िन्द
बैर तोड़ तोड़ झोली
बैर तोड़ तोड़ झोली विच पावे बिलनीकंडा चुबे ते राम राम करे बिलनीअसा सुनिया के राम साड़ी गली आये नेउत्थे रस्ते साफ करावे ब
शबरी पर भगवान श्री राम जी की कृपा, नवधा भक्ति उपदेश :
शबरी पर भगवान श्री राम जी की कृपा, नवधा भक्ति उपदेश :नवधा भगति कहउँ तोहि पाहीं। सावधान सुनु धरु मन माहीं॥प्रथम भगति संत