
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई,संग में अपने ये तो बड़ी सौगातें लायी,करले स्वीकार ओ दादी... बेटी है करे दुहाई ओ मेर
भादवै की मस्ती में नाचांगा गावांगा,ओ दादी, ओ दादीओ दादी खोल दे दरवाजो म्हें तो केड आवांगा,भादवै की मस्ती में नाचांगा गाव
म्हारे कालजे पे राख के तु कान सुन लेदिल से निकले शाकम्भरी माँ को नाम सुन लेसूरत थारी मन मे बसावाँ शाकम्भरी माता मै तो था
जद से दादी ठाठन नगरी थारी आवन लगाएयाम्हारा अटका सारा काज थे बनावन लागेया हाथो हाथ मिले है परचो पुरे वर्ष को देवे खरर्चो
हार बार मैं खुद को लाचार पाती हु तेरे होते क्यों दादी मैं हार जाती हु हर कदम क्या युही मैं ठोकर खाऊ गी माँ इतना केह दे क
नन्हा सा फूल हु मैं चरणों की धुल हु मैं आया हु मैं तो तेरे द्वार ओ मैया मेरी पूजा करो सवीकार,मैं तो निरगुनिया हु बस इतनी
सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ थे जईआ मने बड़ाउ गा बहिया बन जाऊ माँ सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ ते हुकम क
तेरा ढांढन धाम मिलेगा देख ले भगतो का चीर के कलेजा देख ले ढांढन तेरा दिल में समाया हुआ है मैया तुम्हे प्यार से बिठाया हुआ
इमें भाव भरा है दादी थे करलो माँ सवीकार लाल जवा के फुला सु आज बनायो हार धनी प्रेम सु दादी यु मैं गजरा थारा लाया हां शरदा
जब जब मेरा मन घबराए और तकलीफ़ सताती है,मेरे सिरहाने खड़ी है दादी सर पे हाथ फिराती हैलोग से समझे मैं हूँ अकेला लेकिन साथ
म्हाने चिंता है क्या की पड़ी म्हारे पग पग में दादी खड़ी म्हारी दादी की किरपा है बड़ी म्हारे पग पग पे दादी खड़ीलाख काँटा
डोले डोले सब भक्ता रो मन डोलेदादी थारे डागडे पे मोर बोलेदादी थारे मंदरिए पे मोर बोलेसारे जग में राज करे ये झुंझुनू की म
तर्ज - तुम आये तो आया मुझे...धरती सतिया री राजस्थान, वहां पे मेरा प्राण बसता,वहां झुंझुनु है एक धाम, जहां पे मेरा प्राण
थारी चुनड दादी जी लेहर लेहर लहराई रही,भादी मावस जद बी आवे मन म्हारा हर्शावे थारी चुनड की छाया माँ सभी सुहागन चाहवे सब मि
सुन दादी सुन दादी मनोहार लाई हु दूर सु माँ चाल के दरबार आई हु यु तो मेरो थे सविकारो मेरे घर में आन पधारो लाडो की सुनी सु
तू चरणों में झुक जा तेरा हाथ पकड़ लेगी,दादी तुझको अपने भगती में झकड लेगी तू चरणों में झुक जा तेरा हाथ पकड़ लेगीदादी के च
माँ रानी सती सुन ले तेरो लाल बुलावे है,इब खोल तेरी मुठी क्यों जी न जलावे है,माँ रानी सती सुन ले तेरो लाल बुलावे है,तेरे
दादी जी झूलो तो घालयोथे झूलो री म्हारी मायड़ तो मन हरषेटाबरिया थाने तो रिझावेथे आओ तो म्हारी दादी तो मन हरषेरंग बिरंगा फ
ओ दादी जी म्हाने प्यारो प्यारो लागे थारो नाम थारे द्वारे कईया आवा भगत करे अरदास जग से ठानी थाणे ध्यावा में तो सुबह शाम ज
हमने माना तुमने माना माना सब ने माना हम ने माना माना सती दादी जी का सारा जग दीवाना हमने माना तुमने माना माना सब ने माना
थाणे भावे माँ गोटे धार चुनडी सोवनी उड़ा छा थाणे मैं भी इब की थाणे भावे माँ गोटे धार चुनडीपल्ला दो पल्ला याहा पर मोर छिप
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या रिश्ते दार है उनसे तो प्यार है हम से टकरार है,वो मैया केहते है हम भी मैया केहते है वो भी स
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावादादी ने बनडी बनावा जी हां बनावा जी चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावातारा जड़ी चुनरी दादी
ये मैया मेरी है सब से बोल देंगे हम,तोड़ के दुनिया से नाता माँ तुमसे जोड़ लेंगे हम,ये मैया मेरी है सब से बोल देंगे हम,तुम
बड़ी आस लगी तुमसे तेरी और निहारूं मैं दादी मेरी दादी दादी ही पुकारूँ मैं बड़ी आस लगी तुमसे ................कितना कुछ कहन
अँखियाँ ना चुराओ दादी मांगने ना ए हैं हम तो दादी आज आपका हाल जानने आये हैं बोलो बोलो मावड़ी आप कैसे हो इतना काम करोगी तो
सावन की रुत है आजा माँ,तेरा झूला प्यारा घलवाया,फूल बेला, गुलाबबसंती माँरजनीगंधा से सजवाया, सावन की रुत है......हो सूरज च
भादो आया है कि भादो आया है,चलो दादी के द्वार,मनायें नच नच कर,दादी का त्यौहार,कि भादो आया है............केडवाली दादी बुला
चौदस के दिन दादी, थारी ज्योत जगी चहुँओर,धोक लगाने मावश को, चालो केडधाम की ओर....मावश का दिन है लागे, भक्तों को प्यारा,फू
मैं ऐसा क्या कर जाऊँ, चुनड़ी सिर पे लहराये,तेरी चुनड़ी से लिपटकर,माँ ममता मुझे मिल जाये, केडसती माँ तु सुन ले पुकार, मुझ