Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
मन मस्त फकीरी धारी है
मन मस्त फ़कीरी धारी हैअब एक ही धुन जय जय भारत ॥हम धन्य है इस जगजननी कीसेवा का अवसर है पायाइसकी माटी वायु जल सेदुर्लभ जीव
एह शहीदों तुम्हारा तिरंगा शान से आज लहरा रहा है
एह शहीदों तुम्हारा तिरंगा शान से आज लहरा रहा है,अपने वीरो पे है नाज मुझको गरब से सब बतला रहा है,एह शहीदों तुम्हारा तिरंग
रो रही भारत माँ रो रहा है ये वतन
रो रही भारत माँ रो रहा है ये वतन,छोड़ के चलेगे जो उन शहीदों को नमन,हस के प्राण दे दिए भारत की रक्शा में लाल जो नही रहे स
कोरोना लोट्यो भर लिदो
कोरोना लोट्यो भर लिदो,बीमारी लोटयो भर लिदो,संभल गया मोदी जी,देश बन्द कर दिदो,कोरोना...........छुआ छूत की देख बीमारी,लोग
ईश्वर तुझे हैं कहते भगवान नाम तेरा
ईश्वर तुझे हैं कहते, भगवान नाम तेरा,ईश्वर तुझे हैं कहते, भगवान नाम तेरा,हर शाख-शाख तेरी, प्रभु ओउम नाम तेराआजा तू मेरे म
अनेकता में एकता
अनेकता में एकता विशेषता हमारी है,जन्म भूमि राम की ध्रुव की तपस्थली,शक्ति के प्रतीक में सहासी महाबली,नर नारायणो की धरती य
प्यारा हिन्दुस्तान है गोपालो की शान है
प्यारा हिन्दुस्तान है गोपालो की शान है,वीरो का मैदान इस में भक्तो के भगवान् है,प्यारा हिन्दुस्तान है गोपालो की शान है,आओ
मेरी तिरंगा जान है और भगवा मेरी शान है
मेरी तिरंगा जान है और भगवा मेरी शान हैसारे जहान से प्यारा मुझको अपना हिन्दुस्तान हैहम देश पे जान लूटा देंगे और दुनिया को
देश अपना भारत
कही कल कल नदियां पुकारे,कही पर्वत करे है इशारे,अपना पण है याह है फ़िज़ा में,मिले लोग यहाँ सभी प्यारे,कही कल कल नदियां पु
मेरी तिरंगा जान है
मेरी तिरंगा जान है और भगवा मेरी जान है,सारे जहान से प्यारा मुझको अपना हिन्दुस्तान है,हम देश पे जान लूटा देंगे और दुनिया
मैं रहु या न रहु भारत ये रहना चाहिए
देश से है प्यार तो हर पल ये केहना चाहिएमैं रहु या न रहु भारत ये रहना चाहिए,वंदे मातरम,देश द्रोही ततो को हर गिगना सहना चा
भारत ये रहना चाहिए
देश से है प्यार तोहरपल यह कहना चाहिएमैं रहूं या ना रहूंभारत ये रहना चाहिएदेश से है प्यार तोहरपल यह कहना चाहिएमैं रहूं या
है वीर तुम्हारा क्या मैं तारीफ कर सकता हु
है वीर तुम्हारा क्या मैं तारीफ कर सकता हु,तुझमे वो शक्ति है जो तूफ़ान खड़ा कर सकते,है वीर तुम्हारा क्या मैं तारीफ कर सकत
जागो तो एक बार हिन्दू जागो तो
जागो तो एक बार हिंदु जागो तोजागे थे प्रताप शिवाजी मार भगाये मुल्ला काझीमच गयी हा हा कार हिंदु जागो तो जागे थे गुरु गोविन
में धनुष बान लेकर चक्र कनेया से लूंगा अब सिमा पर
मैं धनुष बाण श्री राम से लेकर चक्र कनैया से लूंगा,अब सीमा पर जाकर मैं दुश्मन से टक्कर लूंगा,पापा हुए शहीद सुना हे चिंता
आया १५ अगस्त दिन ये पावन माँ भारती का वंदन है,
तेरी आरती उतारू रूप तेरा निहारु,तेरे चरणों की धूल मेरा चन्दन है,आया १५ अगस्त दिन ये पावन माँ भारती का वंदन है,मस्तक शोभा
वतन की खातिर जिन्होंने लहू बहाया
वतन की खातिर जिन्होंने लहू बहाया उन शहीदों को करना प्रणाम हैं हमें वजह से जिनकी हमें ये आज़ादी मिलीवजह से जिनकी जहाँ में
जय जय हिंदुस्तान हम न भूलेंगे बलदानी
जय जय हिंदुस्तान हम न भूलेंगे बलदानी,तुम ने इतनी जाने देदी हम को दी है आजादी,१५ अगस्त जब भी आता हाथ सलूट को उठ जाता,धन्य
मेरा भारत देश है प्यारा
मेरा भारत देश है प्यारा,इस मिटी इस मिटी में चाहु जन्म दुबारा,मेरा भारत देश है प्यारा हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई हिंदुस्तानी
तिरंगा लहराया प्यारा कश्मीर अब है ये हमारा,
जहा हुए बलिदान मुखर्जी जी वो कश्मीर हमारा है,नहीं थोड़ा काम और ज्यादा वो सारा सारा हमारा है,तिरंगा लहराया प्यारा कश्मीर
जय जय महाराष्ट्र माझा
जय जय महाराष्ट्र माझा, गर्जा महाराष्ट्र माझा,रेवा वरदा, कृष्ण कोयना, भद्रा गोदावरी,एकपणाचे भरती पाणी मातीच्या घागरी,भीमथ
भगवा रंग का चोला
भारत माँ के चरण से नाता जोड़ लिया मैंने,भगवा रंग का चोला अब तो ओहड़ लिया मैंने,भगवा मेरी शान है इस पे जान लुटा सकते है ह
इलेक्शन हो गया रे
इलेक्शन हो गया रे वोट देखो पड़ गया रेबानी मोदी की सर्कार झंडा गड गया रेमहामिलावटगठबंधन का बज गया बैंड बाजा हैजनता के निर
चूम कर फाँसी के फंदे को
चूम कर फाँसी के फंदे को,कह गए अमर वाणी,इंकलाब जिन्दाबाद की, लिख गए अमर कहानी,वतन के वास्ते थी जिनके लहू में आज़ादी वाली
जो सो गए हैं
जो सो गए हैं कफ़न तिरंगे का ओढ़करचले गए हैं इस जहाँ से जो मुँह मोड़ करसरपरस्ती वतन की जिनके हाथों में थी -है नमन उनको हम
ये शहीदों की जय हिंद बोली
ये शहीदों की जय हिंद बोली,ऐसी वैसी ये बोली नहीं है,इनके माथे पे खून का है टीका,देखो देखो ये रोली नहीं है,ये शहीदों की जय
हे वीर तुमहरा क्या मैं तारीफ कर सकता हु
हे वीर तुमहरा क्या मैं तारीफ कर सकता हु,तुझमे वो शक्ति है जो तूफ़ान खड़ा कर सकते,हे वीर तुमहरा क्या मैं तारीफ कर सकता हु
आज क्या हो गया माँ पापा घर नहीं आये
मन में एक वेचैनी है दिल ये मेरा गबराये,आज क्या हो गया माँ पापा घर नहीं आये,पाँव में पायल बिशुया और हाथ का कंगन,बार बार उ
अब के बरस तुझे धरती की रानी
अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे,अब के बरस तेरी प्यासों मे पानी भर देंगे,अब के बरस तेरी चुनर को धानी कर देंगे,अब के
संघ किरण घर घर देने को
संघ किरण घर घर देने को अगणित नंदादीप जले,मौन तपस्वी साधक बन कर हिमगिरि सा चुपचाप गले,नई चेतना का स्वर दे कर जनमानस को नय