
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
कंधों से मिलते हैं कंधे, क़दमों से कदम मिलते हैं,हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ,अब तो हमें आगे बढ़ते है
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती,मेरे देश की धरती..बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं,ग़म कोस द
सुन बेटा सुन मेरे लाड ले,माँ धरती का ऋण जरा बेटे तू चूका देना,भारत माँ की खातिर लहू बहा देना,वो दर पे जाते बेटे इतना तो
धरती प्यारी माँ हमारी माँ से प्यारी कौन है,लूट ती है माँ की आरबु फिर भी हम मौन है,धरती प्यारी माँ हमारी माँ से प्यारी कौ
याहा अमन हो प्यार हो,खुशियों का संसार हो,यहाँ किरण में ले के आती है सूंदर सा सवेरा,वो भारत देश है मेरा,वो भारत देश है मे
जो देते लहू वतन को,जो महकाते उपवन को,उन्हें शत शत परनाम मेरे देश का,उनको सो सो सलाम मेरे देश का,धरती को स्वर्ग बनाने माट
सलाम उन शहीदो को जो खो गये,वतन को जगा कर जो खुद सो गये,वो थे लाडले अपनी मायो के पाले,मगर हो गये गोलियों के हवाले,आज़ादी
अनेकता में एकता विशेषता हमारी है,जन्म भूमि राम की ध्रुव की तपस थली,शक्ति के प्रतीक में साहसी महाबली,नर नारायणो की ये धरत
ये गणतंत्र दिवस है प्यारा इसे मनाऊ रे,सब से पावन पर्व हमारा इसे मनाऊ रे,सूंदर चमन है सो सो नमन है शीश झुकाओ रे,ये गणतंत्
ऐ वतन मेरे वतन,ऐ वतन आबाद रहे तू,ऐ वतन वतन मेरे आबाद रहे तू,मैं यहाँ रहु जहां में याद रहे तू,ऐ वतन मेरे वतन,तू ही मेरी म
स्वच्छ रहे मेरा गाँव स्वच्छ रहे मेरा देश,स्वच्छ बने यहाँ धरा स्वच्छ बने भारत देश,स्वच्छ रहे हिमालय पर्वत, स्वच्छ रहे विं
देश अपना भारत इस धरती में सबसे न्यारा,कही कल कल नदियां पुकारे कही पर्वत करे है इशारे,अपना पल है यहाँ फ़िज़ा में मिले लोग
भारत के बॉर्डर पे मोदी खड़ा है सीना तान,कान खोल के बात मेरी सुन ले पाकिस्तान,भारत अपनी है शान भारत अपनी है जान,डंका बजा
जागो जागो देवासी रा जाया पढवा रा अवसर आया,पढवा रा अवसर आया पढवा रा दिनड़ा आया,थे बहन बेटी ने मेलो ओ पावडियो है पहलो ,बेट
ये देश है वीर जवानों का अलबेलों का मस्तानों का,ओ ... अति वीरों की,ये देश है वीर जवानों का ,अलबेलों का मस्तानों का,इस देश
हम करें राष्ट आराधना,तन से मन से धन से,तन मन धन जीवन से,हम करें राष्ट आराधना ॥अन्तर से मुख से कृती से,निश्र्चल हो निर्मल
अरे घास री रोटी ही , जद बन बिलावडो ले भाग्योनान्हो सो अमरियो चीख पड्यो,राणा रो सोयो दुख जाग्योअरे घास री रोटी हीहुँ लड्य
हल्दी घाटी में समर लड़यो,वो चेतक रो असवार कठे?मायड़ थारो वो पुत कठे?वो एकलिंग दीवान कठे?वो मेवाड़ी सिरमौर कठे?वो महाराणा
संदेसे आते हैं, हमें तड़पाते हैं,जो चिट्ठी आती है, वो पूछे जाती है,के घर कब आओगे, लिखो कब आओगे,के तुम बिन ये घर सूना सून
आतो सुरगां न सरमावे , इ पर देव रमण न आवे ईरो जश नर नारी गावे , धरती धोरां री,धोरां री धरती धोरां री॥सूरज कण कण न चिमकावे
लंदन देखापैरिस देखाऔर देखा जापानमाईकल देखा, एल्विस देखासब देखा मेरी जानसारे जग में कहीं नहीं है दूसरा हिंदुस्तानदूसरा हि
भारत हमको जान से प्यारा हैसबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा हैसदियों से भारत भूमि दुनिया की शान हैभारत माँ की रक्षा में जीवन क
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानीनए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानीहम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानीआज पुरानी ज़ंजीरों
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान कीइस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान कीवंदे मातरम...उत्तर में रखवाली करता
पासे सभी उलट गए दुश्मन की चाल के अक्षर सभी पलट गए भारत के भाल के मंज़िल पे आया मुल्क हर बला को टाल के
झण्डा ऊँचा रहे हमाराविजयी विश्व तिरंगा प्यारासदा शक्ति बरसानेवालाप्रेम सुधा सरसानेवालावीरों को हर्षानेवालामातृभूमि का तन
कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियोंअब तुम्हारे हवाले वतन साथियों]x३हां हां…साँस थमती गई नब्ज़ जमती गईफिर भी बढ़ते कदम को न
बर्मा के विप्लव से सहसा शासन का आसन डोल उठा..उस बूढ़े शाह बहादुर का बूढ़ा मजार तब बोल उठा..अब बढ़ो-बढ़ो ,हे मेरे सुभाष !
तुम्हीं जब याद की टीसें भुलाते हो..भला फिर प्यार का अभिमान क्यों जीए ?तुम्हीं बलिदान का मंदिर गिराते हो..भला फिर अभिसार
उठें देश के लिए उठें हम ..मरें देश के लिए मरें हम..तन में ,मन में यही ध्यान हो ..भारत महिमावान बने..मेरा देश महान बने ..