Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
आदत मेरी जाती नहीं
मांगने की आदत मेरी जाती नहीं,माँ अपने दर से किसी को लौटाती नहीं,मांगने की आदत मेरी जाती नहीं.....रंक क्या राजा भी आते झो
दर पे हु मैं खड़ा माँ हाथ जोड़ के
जपु आठों मैं पहरिया,कब लोगी माँ खबरिया बालक गरीब के,दर पे हु मैं खड़ा माँ हाथ जोड़ के...... मईया तेरी शान है निराली,तू ह
स्वर स्वामिनी मां
स्वर स्वामिनी मां मैं तुमको रिझाऊं,जो तुमको अराधे वही गीत गाऊं,स्वर स्वामिनी मां.....सा से सजा दो, मेरी वन्दना को,रम जाए
खोल आडो खोल मारी घाटा री चामुंडा ये
खोल आडो खोल मारी, घाटा री चामुंडा ये, आयोडा भगता ने दरसन दे
हमारे घर आ जाना री भवानी
हमारे घर आ जाना री भवानी.....भवानी मैया जो तुम नाम ना जानो,किसी से पूछ आना री भवानी,हमारे घर आ जाना री भवानी.....भवानी म
मेरी मां का रंग बड़ो प्यारो लगे
यह तो सारे रंग बेकार मेरी मां का रंग बड़ो प्यारो लगे.....काले रंग के भोले शंकर,इनकी जटा में गंगा की धार मेरी मां,कारो रं
दुर्गा से काली कैसे बनी
कैसे बनी कैसे बनी दुर्गा से काली कैसे बनी.....काला चोला गोटा किनारी,हाथों में तलवार निकाली,रण में जाए मैया चीखन लगी, दुर
कैसी बैठी री गुफा में मेरी शेरावाली मैया
कैसी बैठी री गुफा में मेरी शेरावाली मैया....तातो तातो पानी मैया गडुला संजोय,अरी तू नहा ले री गुफा में, मेरी शेरावाली मैय
चलो कटरा शहर चलिए
चलो कटरा शहर चलिए,ओथे साडी माँ रेहँदी,ओहदे दर्शन नू चलिए......मेरी माँ बड़ी भोली ए,बोलो जय जय माँ, बोलो जय जय माँ,मेरी म
मैं कुल्ली विच भवना दे पौनी
धुन:- तेरे होये सवेरे दर्शनमैं कुल्ली विच भवना दे पौनी,ओ शेरा वाल्डीये माईए,मैं कुल्ली विच कटड़े दे पौनी,ओ शेरा वाल्डीये
मेरी रूठ रही कालका मनाऊं कैसे
मेरी रूठ रही कालका मनाऊं कैसे,मंदिर जली रोशनी बुझाओ कैसे,मेरी रूठ रही कालका मनाऊं कैसे......आसपास या को मंदिर नहीं है,दू
बोल पड़ी मंदिर की देवी
बोल पड़ी मंदिर की देवी क्यों मंदिर में आया रे,घर बैठी तेरी जननी माता क्यों ना भोग लगाया रे।मेरी कढ़ाई देसी घी की मा ने स
नजारा हम भी देखेंगे
सजा है दरबार मैया का नज़ारा हम भी देखेंगे,जल रही जोत नूरानी नज़ारा हम भी देखेंगे,दरबार में जो आए होकर मजबूर जितना,मैया व
सुना पड़ा दरबार मैया रानी का
सुना पड़ा दरबार मैया रानी का,बंद हुआ संसार भय बीमारी का,सुना पड़ा दरबार मैया रानी का.....दूर विदेश से यह दुख आया,कोरोना
अंबे मैया को मन में बसा कर
अंबे मैया को मन में बसा कर, मां का दर्शन किए जा रहे हैं,सीस चरणों में मां के झुका कर, खुद को अर्पण किए जा रहे हैं,अंबे म
हर साल लगे दरबार करोली वाली मैया का
हर साल लगे दरबार करोली वाली मैया का,करोली वाली मैया का, मेरी नैना देवी मईया का,हर साल लगे दरबार.....चौरासी जाके के घंटा
पर्दा हटा लो मेरी मां मैं दर्शन करने आई
पर्दा हटा लो मेरी मां मैं दर्शन करने आई.....टीका तुम पहने मां झुमके तुम पहने मां,बिंदिया लगा लो मेरी मां मैं बिंदिया लेक
कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को
कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को,दो आंसू तो दे दो चरणों में बहाने को,कुछ दे ना दे मैया अपने दीवानों को.....ध्यानु ने बह
तेरी बिगड़ी बन जाएगी तू जय माता की बोल
तेरी बिगड़ी बन जाएगी तू जय माता की बोल,जय माता की बोल प्यारे क्या लागे तेरा मोल,तेरी बिगड़ी बन जाएगी तू जय माता की बोल..
जाने वाले यह संदेशा मेरी मां को दे देना
जाने वाले यह संदेशा मेरी मां को दे देना,एक भगत चुप चुप कर रोए मेरी मां से कह देना,जाने वाले यह संदेशा मेरी मां को दे देन
मेरे घर में आई मैया
मेरे घर में आई मैया मैं वारी जाऊं मैया जी,मेरी पार करेगी नैया मैं वारी जाऊं मैया जी,बलिहारी जाऊं मैया जी....मेरे घर में
प्यार कभी कम ना करना मैया
प्यार कभी कम ना करना मैया,थोड़े में गुजारा कर लूंगी कर लूंगी,प्यार कभी कम ना करना मैया.....मैं टीका मांगूंगी तुम कहां से
मां को हम चाहते हैं ऐसे
मां को हम चाहते हैं ऐसे, मरने वाला कोई हो,,,मरने वाला कोई जिंदगी चाहता हो जैसे,मां को हम चाहते हैं ऐसे.....मेरी मैया को
मैया दौड़ी चली आओ मेरे अंगना
मैया दौड़ी चली आओ मेरे अंगना.....मैया एक दल आया पूरब से, पूरब चली आ मेरे अंगना,मैया हरो-हरो अंगना लिपाई रखूंगी,झंडा आसमा
मैया मुझे मालूम नहीं तुम्हें कैसे सजाया जाता है
मैया मुझे मालूम नहीं तुम्हें कैसे सजाया जाता है.....टीका भी पहनाया जाता है,बिंदिया भी लगाई जाती है,कजरे की डिबिया ला करक
जय जय दुर्गा जय जय माँ
जय माँ दुर्गा जय जय दुर्गा,जय माँ विपत्ति निवारनी,जय माँ दुर्गा दुर्गा माँ वो,जय माँ दुर्गा जय जय माँ,विश्व में है तेरी
मैया ने दर पे बुलाया है
चलता चल चलता चल,ऊँचे पर्वत चढ़ता चल,चलता चल चलता चल,ऊँचे पर्वत चढ़ता चल,आने जाने वालो को,जय माता दी करता चल,आने जाने वाल
धन दुर्गे मां वैष्णो
धन दुर्गे मां वैष्णो रानिए, तेरा ऊंचे भवन ते वास मां,तुझे तेरा लाल पुकारता अब दिल में कर लो वास मां,धन दुर्गे मां वैष्णो
खोलो खोलो मां मंदिर के द्वारे
खोलो खोलो मां मंदिर के द्वारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे,काटो भक्तों के संकट सारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे....आज म
मैया एक बार तो आजा अँगना में
मैया ओढ़ चुनरिया लाल एक बार तो आजा अंगना में,एक बार तो आजा अंगना में, एक बार तो आजा अंगना में,मैया ओढ़ चुनरिया लाल.....म