Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
मैं किस विधि दर्शन पाऊं मैया बैठी रे पहाड़ों में
मैं किस विधि दर्शन पाऊं मैया बैठी रे पहाड़ों में,यहां घोड़ा चले ना गाड़ी मै कैसे आऊं रे पहाड़ों में,मैं किस विधि दर्शन प
तुम सुन भक्तों की पुकार दरबार मैया खुला रखना
तुम सुन भक्तों की पुकार दरबार मैया खुला रखना,दरबार मैया खुला रखना दरबार मैया खुला रखना,सुन भक्तों की पुकार.....तेरे दर म
जली है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे
जली है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे,नजारा हम भी देखेंगे नजारा तुम भी देखोगे,जली है ज्योत ज्वाला की.....तेरा दरबार
मैया साडे घर आवेगी कदे ना कदे
मैया साडे घर आवेगी कदे न कदे,साडी बिगड़ी बनावेगी कदे न कदे......मैं पल्ला फड़ेया मां दा, मां चिन्तापूरणी दा,साडी चिन्ता
जागो जागो री जवाला मईया जागो
जागो जागो री जवाला मईया जागो,माँ तेरे भगत जगावण आ गए,जागो जागो री जवाला मईया जागो। तेरी लाल लाल चुनरी लेआए,तेरे भगत पहना
दस मेरी माँ
केहड़ी ए लाचारी तैनू भेद नहियो खोलदी,दस मेरी माँ,, जय हो,तू मेरे नाल क्यों नि बोलदी। मैं वार वार तक्का तेरी मूर्ति दे वल
एहना अखियाँ नू मईया दा दीदार हो गया
एहना अखियाँ नू मईया दा दीदार हो गया,पार हो गया जी बेड़ा पार हो गया जी..... ज्योता जगदिया दे विचो नूरो नूर वेख्या,मीह रेह
लड़ लग माँ दे बेड़ा पार हो गया
हर इक सुपना साकार हो गया,लड़ लग माँ दे बेड़ा पार हो गया। साडे उत्ते दातिए तू कर्म कमाया ए,हर सुख दुनिया दा झोली विच पाया
ओहदा बेड़ा पार हो गया
( एह नदी जीवन दी ऐसी गहरी,तरी माँ बिना ना जावे,हरदम ध्यान करा जगदम्बा,सब दा बेड़ा पार लंगावे। )माँ चरणा दे नाल प्यार हो
माता वैष्णो दे आये नवरात्रे
माता वैष्णो दे आये नवरात्रे,असी दर उत्ते जावांगे,माँ दे रज्ज रज्ज दर्शन पा के,गुण मईया जी दे गावांगे,माता वैष्णो दे आये
मईया रानी करदो किरपा मुझपे
मईया रानी करदो किरपा मुझपे,रखी है उम्मीद बड़ी तुझपे,अलख जगाई आके द्वार तेरे पे,ममता की करदो तुम छाव मुझपे,मईया रानी करदो
सब कूछ मिल जांदा पर माँ ना मिलदी
होन विराने हर पासे कोई थाँँह ना दिसदी,सब कूछ मिल जांदा पर माँ ना मिलदी,होन विराने हर पासे कोई थाँँह ना दिसदी......माँ दे
मैया से प्रीति लगा जल्दी जल्दी
तू आगे कदम अब बढ़ा जल्दी जल्दी,तू आगे कदम अब बढ़ा जल्दी जल्दी,मैया से प्रीति लगा जल्दी जल्दी,तू आगे कदम अब बढ़ा जल्दी जल
सुपने च वेखेया मैं द्वार माई दा
सुपने च वेखेया मैं द्वार माई दा,रज रज कित्ता मैं दीदार माई दा,ऊंचेयां सिहांसना ते बैठी महारानी सी,चरणा नु धोन्दा गंगा जी
तेरे भवन पे लेके मुझको तेरा प्यार चला आया
तेरे भवन पे लेके मुझको तेरा प्यार चला आया,तूने दी आवाज मैं तेरे द्वार चला आया,मैया जी तूने दी आवाज मैं तेरे द्वार चला आय
आओ आओ हाथां ते मेहंदी लाओ
आओ आओ हाथों ते मेहंदी लाओ,बाहां विच चुड़ा पाओ,ते कर लो सिंगार दाती दा,शेरावाली मां बैठी मेहरावाली,ते कर लो दीदार दाती दा
मोर बोलदा जी मोर बोलदा
मोर बोलदा जी मोर बोलदा,मोर बोलदा जी मोर बोलदा,मेरी मैया दे, माँ वैष्णों दे,मेरी मैया दे द्वारे उत्ते मोर बोलदा,मेरी मैया
माये छेती छेती पावीं चिट्ठीयां
माये छेती छेती पावीं चिट्ठीयां, बच्चेयां दी झोली विच माँ,पावीं फेर तू मुरादा मीठीयां,माये छेती छेती पावीं चिट्ठीयां.....
रहमता दे मीह बरसा दातिये
( इक तू ना करे ते करे होर केड़ा, मेरी सबे जरूरतां पुरीयां नु,लोकी तकदे ऐब गुनाह मेरे, ते मैं तकदा रहमता नु तेरीयां नु,ते
ब्राह्मड दी ज्योति स्वर्गा दे मोती
ब्राह्मड दी ज्योति स्वर्गा दे मोती, तो वी नुरो नूरी शेरांवाली माई,शेरां दे रथ ते चल के निकले, पवन सरुपा बन आई मेरी माई,ब
नचणा माई दे द्वार भक्तो अज नचणा
नचणा माई दे द्वार भक्तो अज नचणा,नचणा माई दे द्वार भक्तो अज नचणा, ज्योत जगा के शीश नवां के,जयकारे नु गजणा भक्तो नचणा,नचणा
नच नच के शगन मनाऊंणा
नच नच नच नच के शगन मनाऊंणा,मेरी माँ ने आऊंणा,नच नच नच नच के शगन मनाऊंणा,मेरी माँ ने आऊंणा,सारे बोलो जय माता दी,मिलके बोल
मेरी मैया जी तुसी मेहर करो
मेरी मैया जी तुसी मेहर करो,मैं दर तेरे ते आयी होई आँ,मेरे कर्मांं वल ना वेखेयो जी,मैं कर्मांं तो शरमाईं होई आँँ,मेहर करो
मेरी चौरासी कट जायेगी दया तेरी जब होयेगी
धोबी मैले कपड़े धोता मैले दिल तू धोयेगी,मेरी चौरासी कट जायेगी दया तेरी जब होयेगी,मालिन बन के तू धरती पे बीज ज्ञान के बोय
अम्बे रानी खैरा वंडे सबदे भरे भंडारे
अम्बे रानी खैरा वंडे सबदे भरे भंडारे,अम्बे रानी खैरा वंडे सबदे भरे भंडारे,मेला मेला मेला लग्गा वैष्णों दे द्वारे,मेला मे
मैया तेरे दरबार की महिमा निराली है
मैया तेरे दरबार की महिमा निराली है, भरते हैं यहां दामन, कोई जाता ना खाली है,मैया तेरे दरबार की महिमा निराली है, निराली
मातारानी दे दरबार जिन जिन ना भरेया
मातारानी दे दरबार जिन जिन ना भरेया जिन जिन ना भरेया,ओदा बेड़ा होई गया पार जिन जिन ना भरेया जिन जिन ना भरेया,मातारानी दे
मन मेरा आखदा शेरेआलिये इकवारी दर्श दिखा
मन मेरा आखदा शेरेआलिये,इकवारी दर्श दिखा,ओ दातिये इक वारी दर्श दिखा,शेरांवालडिये ओ मेहरावालडिये,शेरांवालडिये ओ मेहरावालडि
दर ते आवां हाल सुणावा दाती कर मेहरबानीया
दर ते आवां हाल सुणावा दाती कर मेहरबानीया,माँये अम्बे कर मेहरबानीया,हो जाण मैया किवें दूर दुख मेरे दिल विच सोचा रहंदीयां,
भावना की भूखी है माँ
भावना की भूखी है माँ और भावना ही एक सार है,भावना से जो माँ को भजे उसका तो बेड़ा पार है,भावना की भूखी है माँ.......अन धन