
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
जयति जय चंद्रघंटा,माँ जयति जय चंद्रघंटा,तुम्हरे नाम का बजता,तुम्हरे नाम का बजता,सृष्टि में डंका,माँ जयति जय चंद्रघंटा,जय
मईया शेर पे चढ़के आजा, तेरे भगत खड़े हैं गली गली.....-2मैया कैसा जल है चढाना, तेरे पूछे भगत जन गली गली,मईया शेर पे चढ़के
तेरे दर्शन से मिलते है,दिल को सहारे माँ,हर दुःख भूल जाये,जो आये तेरे द्वारे माँ।तेरे दर्शन से मिलते है,दिल को सहारे माँ,
निशुम्भ शुम्भ गर्जनी,प्रचण्ड मुण्ड खण्डिनी,बनेरणे प्रकाशिनी,भजामि विन्ध्यवासिनी।त्रिशूल मुण्ड धारिणी,धरा विघात हारिणी,गृ
भक्त जनों की एक तुम्ही ने नैया पार लगानी,भवानी माँ भवानी......दुखो का अंधकार मिटाये तेरी ज्योत नूरानी,भवानी माँ भवानी...
आओ रे आओ थाल सजाओ,दीपक जलाओ चुनरी भी लाओ,है शोर डगर डगर मस्ती है नगर नगर,है धूम शहर शहर डांडिया माँ आवजो,ढोल बजायेंगे सब
होके शेरों के रथ पे सवार मैया पावागढ़ से चली,तेरी मैदां में... चमके तलवार मैया पावागढ़ से चली,होके शेरों के रथ पे सवार म
इस महारानी के प्यार म्हं कही पागल ना हो जाऊँ,हो कही पागल ना हो जाऊँ.....-2शेर पे चढ़के या रण म्हं आवै,रण भूमि म्हं दो हा
सबका बेड़ा तारे माँ काज सवारे,इसकी नज़रो में है एक जैसे सारे,हर महादानी यहाँ दान लेने आता,बड़ी ही दयालु मेरी ज्योतावाली
जय माँ जय माँजय माँ जय माँ…जय माँ जय माँजय माँ जय माँ….मैया तूने सब है दिया,पर मैंने कुछ भी ना दिया,भटक रहा मेरा मन प्या
( ਤੂੰ ਹੀ ਸਰਸਵਤੀ ਗਾਇਤ੍ਰੀ, ਵੇਦ ਮਾਤਾ, ਚਾਰੋਂ ਧਾਮ ਤੇ, ਸਰਵ ਸਿੱਧ ਪੀਠ ਮਾਂਏਂ lਤੂੰ ਹੀ ਗਿਆਨ ਤੇ ਧਿਆਨ, ਬ੍ਰਹਮ ਗਿਆਨੀਆਂ ਦਾ,ਪੂਜਾ ਪਾਠ, ਮਰਿ
आरती उतारंव वो मोर देवी दुर्गा ।।सांझा बिहिनिया तोरे वो मईया ।।आरती उतारंव वो....अवतर आये लीला रचाये पापी मन ल नसाये वो।
दर्शन की प्यासी नज़रिया,मैया लीजिये खबरिया,लीजिये खबरिया मैया लीजिये खबरिया,दर्शन की प्यासी नज़रिया,मैया लीजिये खबरिया ॥
माता कांगड़े वालिए तेरी जय होवे,झूले धर्म का झंडा माता तेरी जय होवे.....-2माता कांगड़े वालिए दो लालडिया,द्वारे तेरे आईया
कालीए नी कलकत्ते वालीए माता,तू कजो बसीए दूर मेरी माँ,होर तां बैना तेरियां नेड़े नेड़े बसियां,तू कजो बसीए दूर मेरी माँ,का
भक्तों का बेड़ा करदे पार भवानी,तेरी जग में शान भवानी,तेरी जग में शान भवानी।अंधों ने माँ आंखे पायीं,मुर्ख भये गुणवान भवान
गड्डी जा रही है माँ दे दरबार भक्तों,दरबार भक्तों, दरबार भक्तों,गड्डी जा रही है माँ दे दरबार भक्तों,दरबार भक्तों, दरबार भ
जीण भवानी की दुनिया दीवानी है,कलयुग में माँ की एक अजब कहानी है,ऊँचे पर्वत बैठी जग महारानी है,माँ से हम भक्तों की प्रीत प
तेरे द्वार पे आने वालों ने क्या अजब नज़ारा देखा है,हर और निराले जलवे हैं, जहाँ भवन तुम्हारा देखा है,तेरे द्वार पे आने वा
मुझे दर्शन दे गई माँ, कल रात सोते सोतेमुझे दर्शन दे गई माँ, कल रात सोते सोतेफिर बीती रात मेरी, माँ से बात होते होते,माँ
लुट रहा, लुट रहा, लुट रहा रे,मैया का खजाना लुट रहा रे,मैया का ख़जाना लुट रहा रे,शेरावाली का खजाना लुट रहा रे,लुट रहा, लु
मैया को अपने घर बुलाएंगे,सारे मिलकर माँ का लाड लड़ाएंगे,मैया को अपने घर बुलायेंगे,सारे मिलकर माँ का लाड लड़ायेंगे।।सोने
कोई वी नई अपणा, मेरी माँ वरगा,किदरे नई लबणा, मेरी माँ वरगा,मेहरम नहीं दिसदा, मेरी माँ वरगा,कोई वी नई दूजा, मेरी माँ वरगा
हे माता शेरावाली उपकार कर दे,हे माता शेरावाली उपकार कर दे,बेड़ा पार कर दे,बेड़ा पार कर दे,तू सारे मेरे सपने साकार कर दे,
ऊँचा पर्वत लम्बा रस्ता,करो चढ़ाई वैष्णो माँ की,ऊँचा पर्वत लम्बा रस्ता,करो चढ़ाई वैष्णो माँ की।नवरात्रि का त्योंहार आया,व
( इस असार संसार से,होकर के बेचैन,आया तेरी शरण भवानी,शरण पडूँ दिन रैन,संकट हरनी मंगल करणी,वो भय हरणी मात,करुणा कर करुणामई
( नमो नमो अम्बे दुःख हरनी,नमो नमो दुर्गे सुख करनी,नमो नमो शेरोवाली माँ,नमो नमो भयहारिणी। )आओ जी आओ मैया,आज म्हारे आंगने।
साथ हमारा, छूटे कभी ना,छूटे चाहे जहाँ,जो तुझसे मुझे, मिलता है मैया,प्यार मिलेगा कहाँ,माँ ओ माँ, मेरी माँ,साथ हमारा छूटे
मन में बसाके तेरी मूर्ति,मन में बसाके तेरी मूर्ति,उतारू मैं अम्बे तेरी आरती,उतारू मैं अम्बे तेरी आरती,तू ही सर्व मंगला त
ओम जय ब्रह्मचारिणी माँ,ॐ जय ब्रह्मचारिणी माँ,अपने भक्त जनो पे,अपने भक्त जनों पे,करती सदा ही दयाओम जय ब्रह्मचारिणी माँ।ॐ