
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
दर ते तेरे आके मैया तेरी ज्योत जगा के मैया मेरे पूरण हो गए काज तू मेहर बरसादे दातिये नचा माँ अज सारी रात तू दर्श दिखा जा
मन में ये विश्वास लेके आया हु तेरे द्वार करना सपना माँ साकार,जब भी आऊ दर पे तेरे साथ हो परिवार मिल कर तेरा दीदारमन में य
सुख वेले तेरा करें शुक्रिया दुःख वेले अरदास माँरोम रोम तेरी करे बंदगी पूरी करदे आस माँ सब दे संकट दूर करे माँ तेरी अमृत
ध्यानु के ध्यान में, रहने वाली माँ, थोड़ा सा हमारा भी, माँ ध्यान रखना l*दिल से न हमे दूर, करना कभी l सुखी यह हमारा, भी ज
चलो भगतो मेरे संग चलो दरबार चलो दरबार चलो दरबार चलो दरबार चलो इक बार चलो करने माँ के दीदार चलो दरबार चलो दरबार चलो दरबार
धुन- कन्हैया ले चल परली पार सजाकर, शेर मेरे घर आ lllमैं बैठा, दिल का आसन सज़ा llसजाकर lll शेर मेरे घर आ llमन का आसन, कब
दर ते भगता रोनक लाई हर पासे मन मस्ती छाई,हर पासे मन मस्ती छाई गूंजे हर एक चोटी,माँ खेड दी मंदिरा च गेंद ते गोटी हो माँ ख
मन में ये विश्वाश लेके आया हु तेरे द्वार करना सपना माँ साकार,जब भी आऊ दर पे तेरे साथ हो परिवार मिल कर तेरा दीदार मन में
*सबको देती है मईया, अपने ख़ज़ाने से lकिसी को किसी बहाने से, xll -llडूब रही बनिए की नईया, \"रो रो मात पुकारे\" lधन दौलत प
मैया के नवरातो वाली रात है जागो जगरातो वाली रात है रोज है दीवाली ये राते है निराली माता रानी भगतो के साथ है मैया के नवरा
मैया दोडी दोडी आजा मेरी मात आज जगराते में मैं तो तुम्हे बुलाता हु माँ आजा तू जगराते में मैया दोडी दोडी आजा मेरी मात आज ज
मुझे दास अपना बना लो माँ मुझे थोड़ी सी जगह चरणों में देदो माँ तेरा दर छोड़ कर और जाऊ कहा,मुझे चरणों से अपने लगा लो माँ म
है तीनो लोको में हो रही माँ की जय जय कार माँ हर इक मन में बस्ती है भगतो पे करे उपकार है तीनो लोको में हो रही माँ की जय ज
मर गयी लांगुरिया मैं प्यासी मर गयी लागुरियारे कुल्लड़ रे कुल्लड़कुल्लड़ फूट गयौ मोंटर मेप्यासी मर गई लांगुरियाकुल्लड़ फू
मेरी मैया शेरावाली है मैं गुण मैया के गाऊगी मेरी मैया बड़ी ही दयालु है मैं फुले नही समाऊगी मेरी मैया के दर जो जाता वो भव
तैनु किथे मैं बिठावां ज्योता वालिये की,घर मेरा निक्का जेहा तेनु किथे मैं बिठावा शेरावालिये की,घर मेरा निक्का जेहा की घर
बीत गए दिन रात महीने बीत गया है साल,अब तक आये न तेरे द्वारे पुछ न तेरा हाल मेरी मैया कैसी है मेरी मैया कैसी है कब किसने
उचा भवन है मैया का मैं चड़ते चड़ते आ गई मुझको मैया जी माफ़ करना गलती म्हारे से हो गई टिका तो मैं ऐ आई और बिंदिया लाना भ
माँ मेरी जद नाल हॉवे कदे भी न गबरावातेरे नाल तेरे नाल लाके प्रीता मैं तेरी हो जावा मैं भी बड़ा सुनेया माँ दा गुण गान ऐ,म
खूब सजाया मैया तेरा दरबार आओ शेरावाली होके शेर पे सवार साथ में हो लंगर वीर साथ भेरो नाथ हो साथ में गणेश जी का भी हो माँ
लामिया कतारा विच खड़े माता रानिये सबना दी खाली झोली भरे माता रानियेबेड़ी डूब दी नु लादे अज पार शेरावालिये माये साड़ी भी
तेरे जीवन में खुशिया तमाम आयेगे लेले माँ की दुआए यही काम आयेगे नो महीने तन के सांचे में ढालती है माँ फिर हमे जन्म देती औ
वीणा वाधनी माँ शारदा ज्ञान के दीप से जग मग जग मग आँगन हो संसार का वीणा वाधनी माँ शारदा शेवत वस्त्र हाथ में वीणा लगती तू
लेहर लेहर लेहराए चुनरियाँ माता की इधर उधर बल खाए चुनरिया माता की लेहर लेहर लेहराए चुनरियाँ माता की लाल चुनरिया तन पर सोह
आना शेरावाली माँ हमारे जगराते में आंबे को लाना जगदम्बे को लाना आँचल की कर देना छा हमारे जगराते में आना शेरावाली माँ हमार
साकम्भारी मैया जी लागे म्हाने प्यारी प्यारी म्हारी कुल की देवी जी लागे म्हाने प्यारी प्यारी सकरे माही बडो देव रो मकराने
बात म्हारी इतनी सी राख म्हारी माँ चुनडी चडावा सवा लाख म्हारी माँ दादी म्हारी दादी म्हारी चुनडी का उत्सव इतना शानदार हो ज
नाम वाली पींघ दे हुलारे खा के वेख लै,इक वारि मैया दे द्वारे आके वेख लैनाम वाली पींघ दे हुलारे खा के वेख लै,जिंदगी दी रसि
हर बार तेरे दर आयी माँपर टेर ना मेरी तूने सुनीमाँ जब जब नवरात्रे आते है,बड़े प्रेम से तुमको बुलाती हुदरवाजे खड़ी में रोज
खांदे कमांदे रेहन सदा तेरे बछड़े शेरा वालिये नित भंगडे पौंदे रेहन सदा तेरे बछड़े शेरावाल्डीये खांदे कमांदे रेहन सदा तेरे