
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
बूहे मंदिरा दे खोल अज माये मैं करने दीदार आ गया,कर मेरे वी तू सिर उते छावा मैं लेन तेरा प्यार आ गया मैं करने दीदार आ गया
होकर सिंह पे मार संवार करने दुष्टों का संगार आई धरती पे देखो मेरी कालका सरकार,हाथ में खंडा लेकर दुष्टों को मारा है कालका
गरीबी बहुत बुरी हे माँ शेरावाली,दोडी तो दोडी मैं खाती गई थी रे सुन भाई खाती के माँ की चोंकी भर दी जब खाती के पैसे मांगे
मैया देदे तू देदे थोडा प्यार मेरी माँ,पान सुपारी ध्वजा नारियल तुझको भेट चडाऊगा हलवा पूरी और चने का तेरा भोग लगाऊ गा बस इ
जय कारा जय कारा माँ गूंजे भवन में बरमा बोले विष्णु बोले बोल रहे है शंकर भोले जय कारा जय कारा माँ गूंजे भवन में धरती अम्ब
भक्त जनों की आस की भक्ती रस की प्यास की जिसे चनोती दी लोगो ने उस श्रधा विश्वाश की लाज राखो आया सवाली तेरे द्वार मैया मेर
जय काली माँ मेरी जय काली माँ धाये हाथ में खडक विराजे बाए हाथ में खप्पर साजे जय काली माँ मेरी जय काली माँ चंड मुंड का नाश
पा दे झोली विच खैर तू पा दे मंगते नु खैर पा दे झोली विच खैर इक वार महारानी पल्ला अड़ेया है तेरे दरबार महारानी पा दे झोली
भर भर प्याला पी ले मैया के नाम का सब रंग फीके है दुनिया के भक्ति रस है काम का भर भर प्याला पी ले मैया के नाम का हर दिन ह
आया है बुलावा माँ का होजा तयार,मिलता नसीब से जाने को दरबार चल मेरे साथी माँ ने बुलाया वारि जाऊ ऐसे दिन पर जो है आया मेरे
आगे लाल लंगोटे वाला पीछे भैरो बाबाबीच में भवानी आयी रे मां कालका......सीस मैया के टिका सोवेबिंदिया पे बहार आयी रे मां का
मेरे कंठ बसों महारानी मेरे सवरो को अपना स्वर दो,गाऊ मैं तेरी वाणी मेरे कंठ बसों महारानी..........जीवन का संमीत तुम्ही हो
फूल गजरो ने माँ रो हार गजरोगूंथी रे मालनीया लायी फूल गजरोंदेवी मां के कदम आपके घर में आएंआप खुशी से नहाएं परेशानियां आपस
हे वीणा वादिनी सरस्वतीहंस वाहिनी सरस्वतीविद्या दायिनी सरस्वतीनारायणी नमोस्तुते ,हे वीणा वादिनी सरस्वतीहंस वाहिनी सरस्वती
माँ सरस्वती मुझको वरदान दो मुझको नवल उत्थान दोमाँ सरस्वती मुझको वरदान दो,मुझको नवल उत्थान दो ,माँ सरस्वती मुझको वरदान दो
जय जय जय माता सरस्वती, जयसुबा दाइिनी वरदायिनीहंस वाहिनी पद्मा आसाना माता, वीना पुस्तक धारिणीजय सुबा दाइिनी वरदायिनी…तूही
सुर की देवी सरस्वती माँ, सुर की देवी सरस्वती माँ,सुर का गण सीखा दे माँ,है अंधियारा इस हृदय में ,सुर का दीप जला दे माँसु
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देव
माता सरस्वती शारदे विद्या दानी दयानी दुःख हरनीजगता जननि ज्वालामुखी मातामाता सरस्वती शारदेविद्या दानी दयानी दुःख हरनीजगात
वर दे वीणावादिनि वर दे ,प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव भारत में भर दे,काट अंध-उर के बंधन-स्तरबहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झ
जनक जननि पद्मरज, निज मस्तक पर धरिबन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि,पूर्ण जगत में व्याप्त तव, महिमा अमित अनंतु,दुष
सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी,विद्यारम्भं करिष्यामि, सिद्धिर्भवतु मे सदा।माँ शारदे कहाँ तू वीणा बजा रही हैं,किस मंज
माँ नर्मदा तू है कलयुग की गंगा,दर्शन से तेरे मन हो जाए चंगा,माँ नर्मदा हो माँ नर्मदा हो माँ नर्मदा हो,माँ नर्मदा तू हैं
दिल की हर धड़कन ये बोलें भगवती लक्ष्मी नम:जिंदगी में रस ये घोले भगवती लक्ष्मी नम:हरि के संग इन्हे जिसने पूजा वो मगन हरपल
वीणा वादिनी माँ हंस वाहिनी माँ,तेरे ज्ञान से रोशन है सारा जहान,कृपा तेरी जिस घर में हो जाएगी माँ,कभी अज्ञान इक पल ना ठहर
माँ शारदे जय भवानी शारदे,शारदे शारदे शारदे...तू ज्ञान दे वरदान दे सुर की पहचान देमाँ शारदे जय भवानी शारदे,उन चरणों की धु
दान विद्या का दे शारदे माँ तेरी पूजा नित हम करें पास आये बुराई ना कोई नेक राहों पे हम सब चलें तेरी पूजा नित हम करें दान
माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को पूरे देशभर में बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती क
जाओगे जब द्वार मैया के मैया से मेरी भी केहना,शाम सुबह और रेहना,जाओगे जब द्वार मैया केजन्म जन्म की आस है मैया दर्शन तेरा
तेरा सजा दिया दरबार मैया आ जाओ मैया आ जाओ मैया आ जाओ माँ आ जाओ माँ आ जाओ तेरे दरपर अखबर आया था सोने का छत्र चढ़ाया था त