
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
सब से सुन्दर है हमारी जय अम्बे माँ !जय अम्बे माँ -2 !नदिया है सुन्दर, समंदर है सुन्दरधरती के ऊपर का अम्बर है सुन्दरसब से
मेरा दाना पानी चले मैया तेरे नाम सेमरे जीने की कहानी मैया तेरे नाम सेजब से मैया तेरा मैं दीवाना हो गयासंग मेरे सारा यह ज
धून - जिंदगी एक सफ़र है सुहानामैया का भवन है सुहाना, यहाँ कल क्या हो किसने जानामैया के द्वारे मावा आएँगी जरुरआएँगी जरुर
प्रेमियों प्रेम से बोलो जय माता दी जय माताप्रेमियों प्रेम से बोलो जय माता दी जय माताकीने कीने मैया तेरआ भवन बनाया किसने
इतनी सी फ़रियाद मेरी याद रखना, अटल माँ मेरा सुहाग रखना मैया जी के माथे पे बिंदिया लगी है बिंदिया लगी है बड़ी प्यारी सजी
जय जय गिरिबरराज किसोरी।जय महेस मुख चंद चकोरी॥जय गजबदन षडानन माता।जगत जननि दामिनी दुति गाता॥देवी पूजि पद कमल तुम्हारे।सुर
तेरे भाग्य के चमकेंगे तारे, पूरे होंगे सवाल तेरे सारे,भरोसा रख माता रानी पे।क्यूँ डरता है देख के अँधेरा, आजायेगा रे ख़ुश
मुझे बेटा कह के पुकारो माँ,मुझे गोदी में ले प्यार करो, मेरे बिगड़े काज सवारों माँ।बेटा बेटा कह के पहले हर एक माता बुलाती
शेर पे सवार होक आजा शेरा वालियेशेरा वालिये माँ ज्योता वालियेज्योति माँ जगा के तेरी आस यह लगाई हैजिन का ना कोई उनकी तुही
कैसी यह देर लगाई दुर्गे,हे मात मेरी हे मात मेरी।भव सागर में घिरा पड़ा हूँ,काम आदि गृह में घिरा पड़ा हूँ।मोह आदि जाल में
द्वारा खोल के रखना माँ, के अज्ज तेरे बचड़े ने आना हैसब को बोल के रखना माँ, के अज्ज तेरे बचड़े ने आना हैदूरों दूरों तेरे
तूने दर पे मुझ को बुलाया, भवानी तेरे जाऊं सदकेमेरा सोया नसीबा जगाया, भवानी तेरे जाऊं सदकेदीवानी हो के क्यूँ ना मैं झुमुं
इक तारा इक रुक्मण दोनों ही माँ की पुजारन,अंतर क्या है दोनों ही बहनों में बोलो,इक राजकुमारी इक भाग्य की मारी।इक जब पैदा
माँ वैष्णवी, माँ वैष्णवीजीवेश्वरी, जगदीश्वरी, सर्वेश्वरीधन्य तेरा दिव्य दीपक, धन्य दे बल दे हरीअटल छत्र सच्चा दरबार, मात
मैया जग दाता दी, कह के जय माता दी,तुरिया जावीं देखी पैंडै तो ना घबरावीं।पहला दिल अपना साफ बनाले, फिर मैया नू अरज सूना लै
सारे रल मिल बोलो जयकारे, के मैया दे नवरात्रे आ गए,जय हो, मैया दे नवरात्रे आ गए।चलो इकठे हो के मैया दे द्वारे, के मैया दे
जागो हे जगदम्बे जागो हे ज्वाला,जागो हे दुर्गे माँ, जागो प्रित्पाला।भगत जानो ने तेरे दर पे डेरा डाला,जागो माँ जागो, माँ ज
नवमी का नवरात्र ही पूरण कराए काम।सिद्धिधात्री रूप को करते सभी प्रणाम॥चरुत्भूजी दर्शन दिया कमल पुष्प आसन।शंख चक्र गदा लिए
सातवा जब नवरात्र हो आनंद ही छा जाता।अन्धकार सा रूप ले पुजती हो माता॥गले में विद्युत माला है, तीन नेत्र प्रगटाती।धरती क्र
नवरात्रि में विशेष है महागौरी का ध्यान।शिव की शक्ति देती हो अष्टमी को वरदान॥मन अपना एकाग्र कर नन्दीश्वर को पाया।सुबह शाम
नवरात्रि का छठा है यह माँ कात्यायनी रूप।कलयुग में शक्ति बनी दुर्गा मोक्ष स्वरूप॥कात्यायन ऋषि पे किया माँ ऐसा उपकार।पुत्र
नवरात्रि के पांचवी स्कन्दा माता माहारानी।इसका ममता रूप है ध्याए ग्यानी ध्यानी॥कार्तिक्ये को गोद ले करती अनोखा प्यार।अपनी
चौथा जब नवरात्र हो, कुष्मांडा को ध्याते।जिसने रचा ब्रह्माण्ड यह, पूजन है करवाते॥आध्शक्ति कहते जिन्हें, अष्टभुजी है रूप।इ
हे माँ मुझको ऐसा घर दे, जिसमे तुम्हारा मंदिर हो,ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी, तुम मंदिर के अन्दर हो।हे माँ, हे माँ, हे माँ
दीद कारन नू असी आए, सत्संगी सन्यासी आए,द्वार तेरे नू ढोल्दे, माए नी कुंडा खोलदे।बड़े डराउने बैंक गमां दे, भड़क रहे ते कड
आज तेरा जगराता माता, आज तेरा जगराता,जगमग करती पावन ज्योति, हर कोई शीश झुकाता।माता माता माता माता...आज तेरा जगराता माता,
इतना प्यार करेगा कौन,माँ करती है जितना।पलकों की छाया में पाले,जान अदा कर जान संभाले।इतना ध्यान धरेगा कौन, माँ धरती जितना
मैया जी मेरे अंग संग आप रहो।तुझ बिन और ना कोई, कितो ना मिलदी दाती ढोई, आप सहाई हो॥ऐसी लगन लगादे दाती, तेरे रंग रंग जावा,
लोग करते हैं कोशिश जितनी मुझे रुलाने की, मुझे मिलती है ताकत और मुस्कुराने कीवो समझते हैं की मैं टूट के बिखर जाऊँगा, मुझे
मेरा जीवन तेरी शरण।सारे राग विराग हुए अब,मोह सारे त्याग हुए अब।एक यही मेरा बंधन,मेरा जीवन तेरी शरण॥अविरत रहा भटकता अब तक