
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
चिठ्ठिया पावे ते नाले सद्दे आप जी माए,मंग लो मंग लो जी बैठी खोल जी माए।जिस ने मन्गेआ दाती दे कोलो खाली ना मुड़ेआ,श्रधा व
रात मैया जी मेरे सपने में आई,दर्शन दे गयी सारा रारा रारा रारा।चुनरी जब माता को ओडाई,चुनरी बोली फर रर रर रर।चुडिया जब माँ
सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार माता रानिए।कर दे दया की नज़र इक बार माता रानिए॥क्या गम है कैसी उलझन जप सर पे तेरा हाथ है,हर
झुला तो पड़ गए अमुवा की डाल पे माँ,झुला डरे हैं अमुवा की डाल पे माँ,झूले मोरी मैया, अमुवा की डाल पे माँ।काहे को मैया को
चारो धाम का फल पायेगा तू जिस के दीदार से,ऐसा तीर्थ मिलेगा केवल मैया के दरबार पे।झोली फैला के जाएगा, भर भर के मुरादे लाएग
मैया जी तेरी माया समझ न आए,सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए।हम हैं सभी खिलौने तेरे, मैया लाल सलोने तेरे।नाम तेरे के
तेरे नाम की लगी है लगन माता।हमे कब होंगे तेरे दर्शन माता॥हाथ जोड़ खड़े, आस लगाए,खली दामन को फैलाए।बिगड़े भाग्य हमारे, तु
जग की रचना रचना वाली तेरे हाथ हज़ार,इस भाव सागर में है तेरे नाम से बेडा पार।मनमे पाप कपट को लेकर बंद शीश झुकाए,फिर भी ते
मेरे जिगर के टुकड़े तुम हो ना बेसहारे।मैं हूँ तुम्हारी माता, तुम बेटे हो हमारे।काँटा चुबे जो तुमको, छलनी हो माँ की छाती,
मैं तो तेरा बैरागी माँ मैं गाऊं गली गली।तन का तमूरा बाजे, मन का सितार॥सुख दे या दुःख दे माँ, तू ही देने वाली है,कौन उसे
मेरे कंठ बसो महारानी।जीवन का संगीत तुम्ही हो,आशाओं का दीप तुम्ही हो।शब्द सुधा से दामन भर दो,मैं जाचक तू दानी ॥लय और ताल
संगतां बड़ीयां, दर ते खड़ीयां, आई ना वारी मेरी दातीये।सुखना दे नाल, आईआं घडीयां, आई ना वारी मेरी दातीये॥सखनी चोलो अड़ खल
जीना राखियाँ तेरे ते माए डोरां,ओह तां कड़े डोल्दे नहीं।डोल्दे नहीं, ओह मुहों बोलदे नहीं ॥आवें नहीं घबराई दा,बोल जैकारा म
जय संतोषी माता, जय संतोषी माता।अपने सेवक जन की सुख सम्पति दाता॥सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हों।हीरा पन्ना दमके, तन श्
नवरात्रि के तीसरे दिन चंद्रघंटा का ध्यान।मस्तक पर है अर्ध चन्द्र, मंद मंद मुस्कान॥दस हाथों में अस्त्र शस्त्र रखे खडग संग
जय माँ ब्रह्मचारिणी, ब्रह्मा को दिया ग्यान।नवरात्रे के दुसरे दिन सारे करते ध्यान॥शिव को पाने के लिए किया है तप भारी।ॐ नम
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं।तुम बिन कौन सुने वरदाती,किस को जा कर विनय सुनाऊं॥असुरों ने देवों को सताया,तुमने रूप धरा महामाय
जय माँ शैलपुत्री प्रथम, दक्ष की हो संतान।नवरात्रे के पहले दिन करें आपका ध्यान ॥अग्नि कुण्ड में जा कूदी, पति का हुआ अपमान
करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं, स्वीकार करो माँ,मझधार में मैं अटकी, बेडा पार करो माँ।हे माँ संतोषी,माँ संतोषी॥बैठी हूँ बड़ी
भगत तेरे दर ते खड़े, जय जय,तू देदे दरश शेरा वाली, भगत तेरे दर ते खड़े।तेरे दर पे जो भी आए, कभी ना जाए खाली।तू दुष्टों को
हेल्लो हाय छोड़िए जय माता दी बोलिए।टाटा बाय छोड़िए जय माता दी बोलिए॥मैया का दर सब से सुन्दर सबसे प्यारा धाम है,जगदम्बे म
क्यूँ हो गया पत्थर दिल तेरा, पहाड़ा विच्च रहन वालिये।कानू ला लिया गुफा दे विच्च डेरा, पहाड़ा विच्च रहन वालिये॥इक अपनी मा
जय माता की, जय माता की, जय माता की बोल।हीरा जनम है इसे माटी में ना रोल॥भोर उठ के पहले ले अम्बे का नाम,दर्शन को जा फिर जग
शेरों वाली की शरण में आओ भक्तो, जो मांगोगे मिलेगा।यहाँ दौलत मिलती, यहाँ इज्जत मिलती, माँ भाग्य सवारे, सुख मिलते सारे॥अन्
अंगना बुहारो, माँ का भवन संवारो,झोंके पुरविया के बतला गए, नवरात्रे आ गए।शेरा वाली माई सदा भक्तो की सहाई,गाये महिमा जो दर
मन मेरा मंदिर आँखे दिया बाती,होंठो की हैं थालिया, बोल फूल पाती।रोम रोम जीभा तेरा नाम पुकारती,आरती ओ मैया तेरी आरती,ज्योत
साँची ज्योतो वाली माता,तेरी जय जय कार।तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,मैं आया मैं आया शेरा वालिये।ज्योता वालिये, पहाड़ा वाल
मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो ।जय जय माँ, जय जय माँ ।कहाँ यहाँ देवों का नंदन,मलयाचल का अभिनव चन्दन ।मेरे उर क
तूं बन्देया की जाने माता के चमत्कारां नू ।जे जीवन सागर तरना, तुफानां तो नहीं डरना ।ओहदी रज़ा च ही तूं जीना, ओहदी रज़ा च
दोहा : दरबार तेरा दरबारों में, एक ख़ास एहमियत रखता है ।उसको वैसा मिल जाता है, जो जैसी नियत रखता है ॥बड़ा प्यारा सजा है द