Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
ये है शनि कथा मेरे बाई
ये है शनि कथा मेरे बाई ओ मेरे बंधू सुन राजा,करो शनि देव की घर में पूजा तेज परतापी सूर्य पिता और सोरने जैसी माता,छे बहनो
शनि देव रूठा रे आस्मां टुटा
शनि देव रूठा रे आस्मां टुटा,आज मेरे जीवन में हार हो गई,नसीब का फेरा उल्टा रे,शनि देव रूठा रे आस्मां टुटा,शनि राजा ने माय
शनि शिंगणा पुर गांव इक तीर्थ बना है
आज कलयुग में चमत्कार तुमने सुना है,शनि शिंगणा पुर गांव इक तीर्थ बना है,है पुरानी बात बारी बरसात हुई,स्वयं शनि मूर्ति पेड
जय जय जय जैकार बोलो बोलो शनि देव की जय
जय जय जय जैकार बोलो बोलो शनि देव की जय,आप शनि हो नाये के स्वामी करते नाये हो,जैसा कर्म करे कोई स्वामी वैसा ही देते हो फ
ये तो शनिदेव जी का वार है
आया फिर आज शनिवार है,ये तो शनिदेव जी का वार है,तेल और दीपक तो लेके आ जाओ,तन पे शनि जी के चढ़ा जाओ,साढ़े साती से देते तार
शनि हैं बड़े महान
शनि देव के बनो उपासक शनि है बड़े महान रे,शनि की किरपा जब जब बरसे हो जाता कल्याण रे,नो ग्रेह में ये सिद्ध है सब से सूर्ये
जय जय शनि देव् अद्भुत तेरी ही माया
जय जय शनि देव् अद्भुत तेरी ही माया शनि तेरी विशाल है काया,शनि तीर्थ जगत चोगना कर के मैंने जीवन का सुख पाया,जय जय शनि देव
जय जय शनि देव महाराज रखलो भक्तन की तुम लाज
आज शनिवार है शनि देव का वार है,पावन दिन है आज,जय जय शनि देव महाराज रखलो भक्तन की तुम लाज,श्रद्धा भाव से जो चिंतन कर शनि
सूर्य से जिसने तेज है पाया
माँ छाया से दया मिली है,सूर्ये से जिसने तेज है पाया,शिव की तपस्या कर के शनि ने,अतः शक्ति का वर है पाया,माँ छाया से दया म
भर लो भर लो आंदन के खजाने
भर लो भर लो आंदन के खजाने शनि दर पे मची है लूट रे,जात धर्म के फेर में आकर खुद में तान न फुट,भर लो भर लो आंदन के खजाने शन
शनि देवा जी भगतो की लाज रखना
शनि देवा पधारो मेरे घर मा,शनि देवा करू सेवा शनि देवा जी भगतो की लाज रखना,सूरज पिता है तेरी माता छाया,सब से निराले स्वामी
जय जय शनिदेव भगवान
जय जय शनिदेव भगवान तुम्हारी महिमा आलीशान,तूने राजा भिखारी बनाये तेरे कोटक समज न आये,पल में तोड़े मान घुमान तुम्हारी महिम
ॐ जय जय शनि महाराज
ॐ जय जय शनि महाराज,स्वामी जय जय शनि महाराज,किरपा करो हम सब पर,दुःख हरियो प्रभु आज,ॐ जय जय शनि महाराजसूरज के तुम बालक जग
शनि शिंगणापुर से मेरा भाग
शनि शिंगणापुर से मेरा भाग खुल गया रे,जादू हो गया रे कैसा जादू हो गया रे,बचपन से सुनता आया शनि की कहानी रे,आज मुझे याद आई
आज शनिवार है शनि देव का वार है
आज शनिवार है शनि देव का वार है,पावन दिन है आज जय जय शनि देव महाराज रखलो भगतन की तुम लाज,शरदा भाव से जो चिंतन कर शनि देव
तर जायेगे तर जायगे
तर जायेगे तर जायगे जेहड़े नाम जपन गये तर जायेगे,तर जायेगे तर जायगे शनि नाम जपन गये तर जायेगे,दूर करता दूर करता तेरा नाम
शनि देव की जय हो जय हो शनि देव की
शनि देव की जय हो जय हो शनि देव की,किरपा जो उनकी हो जाये तो सब कष्टों का शह हो,शनि देव की जय हो जय हो शनि देव की,कलयुग के
सूर्ये पुत्र है शनिदेवता
सूर्ये पुत्र है शनिदेवता जिनकी निराली जग में बड़ी शान,गुड तिल तेल से इन्हें जो पूजे देते उन्हें मंवांचित ये वरदान,संकट क
है बलशाली शक्तिशाली
शक्तिशाली विपदाहारी है बलशाली,विपदाहारी है बलशाली विपदाहारी है बलशाली विपदाहारी,शनि शरण में जो कोई आये संकट ना उसे कोई स
जय जय शनि देव बलकारी
कागा की करते हो असवारी,जय जय शनि देव बलकारी,जय शनि देवा बोलो जय शनि देवा,नो नो ग्रहो में तुम शक्ति शाली,दृष्टि से तुमरी
आज शनिवार है शनि जी का वार है
आज शनिवार है शनि जी का वार है,इक बार जो दर्शन करले उसका बेडा पार है,शनि के मंदिर आके जो इस तेल चढ़ाता है,किरपा करते है श
आज शनिवार है शनि देवा का वार है
आज शनिवार है शनि देवा का वार है,शिंगणा पुर दरबार है सूर्ये पुत्र छाया नंदन करते वेडा पार है,आज शनिवार है ...सब देवो में
गजसिन शनि महाराज
हर पल हर घडी है मुझको ये आभास, ये तन मेरा ये मन रहता है तुम्हारे पास,सब कष्ट हरे सब दुःख हरे,किये दूर सारे त्रास,ओ गजसिन
सारे विकारो से तू मुझको दूर कर दे बाबा,
सारे विकारो से तू मुझको दूर कर दे बाबा,निर्मल रूप दे कर मुझको करदे आबाद रे बाबा,करदे आबाद रे बाबा,सारे विकारो से तू मुझक
करदो करदो माला माल हे
करदो करदो माला माल हे श्री शनि रवि के लाल ॥कलयुग में है शनि बल है अप्रम पार,कुन सेहन कर सके तुम्हारी तिर्शी नजर की मार,क
जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी
जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी,सूर्य पुत्र प्रभु छाया महातारी ,जय जय जय शनि देव.....श्याम अंग वक्र दृष्टि चतुर्भुजा
शनि चालीसा
जय गणेश गिरिजा सुवनमंगल कर्ण किरपालदीन के दुःख दूर करि,कीजये नाथ निहाल,जय-जय श्री शनिदेव प्रभु,सुनहु विनय महराज।करहुं कृ
क्षमा करो मेरी भूल हुई शनि देवा
क्षमा करो मेरी भूल हुई शनि देवा,हम आये तेरे दवार हम करे तेरी पुकार,करे तन मन से तेरी सेवा,क्षमा करो......जीवन रथ का तू ह
भज ले हरी को एक दिन तो है जाना
तर्ज -परदेसियों से ना अंखिया मिलानाभज ले हरी को एक दिन तो है जाना,जीवन को यदि सफल बनाना,भज ले हरी को एक दिन तो है जाना..
एक हरि को छोड़ किसी की चलती नहीं है मनमानी
एक हरि को छोड़ किसी की,चलती नहीं है मनमानी,चलती नही है मनमानी......लंकापति रावण योद्धा ने,सीता जी का हरण किया,इक लख पूत