Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
बिन परमेश्वर सूना मंदिर
सूना पति बिना संसार,बिन परमेश्वर सूना मंदिर, बिंदिया बिना लिलार,सूना पति बिना संसार......तेल बिना दीया बाती सूनी,फूल बिन
दिया वरदान बाबोसा को
तर्ज - बिंदिया चमकेगी, चूड़ी चमकेगीहो अंजनी लाला ने बजरंग बाला ने,दिया बाबोसा को ऐसा वरदान जी,घर घर पूजेंगे तेरा गुण गाय
अँखियाँ मेरी हरखी
तर्ज - तेरी झलक शर्फिहै चंदा की चांदनी जिसमे, सूरज का तेज समाये,है प्यारी सी ये सूरत तेरी, भक्तों के मन को लुभाये लगता ह
श्री कामतानाथ महिमा
ये पाप नशावन, पर्वत है पावन,श्रीराम विराजे, लगता मनभावन,कैसे आयेंगे जीवन में, खुशियों के पल,कामतानाथ आके ले लो दुनियां क
मैंने रांधो चने को साग लंगुरिया
मैंने रांधो चने को साग लंगुरिया,बलम रूठ गए सब्जी पर....मेरी सास मनावे मेरा ससुर मनावे,और मेरी मनावे बलाए लांगुरिया,बलम र
लहू में कुव्वत
तेरे लहू में वो ताकत है,तेरे लहू में वो क़ुव्वत है, तेरा लहू ही देता नजात, तेरे लहू में ही सामर्थ है, तेरे लहू में वो ता
मुझे माला ला दो तुलसी की
मथुरा घूमी गोकुल घूमी, मैं घूमी ब्रज धाम रे,मोहे माला मंगा दो तुलसी की......मेरी सास जपे मेरा ससुर जपे,वह लेकर हरि का ना
तुलसा महारानी तेरी जय होवे
तुलसा महारानी तेरी जय होवे,हरि की पटरानी तेरी जय होवे,तेरी जय होवे, तेरी जय होवे,तुलसा महारानी तेरी जय होवे....कहां बैठी
तुलसा हरी भरी मेरे अंगना में खड़ी
काले-काले शालिग्राम तुलसा हरी-भरी,तुलसा हरी-भरी मेरे अंगना में खड़ी,काले काले शालिग्राम तुलसा हरी-भरी....टीका लाया तुलसा
भेरू देव आ जाता मेरे सामने
तर्ज - कुछ गीत लबो पे सजते हैनाकोंडा में पार्श्व भैरव का कितना सुंदर धाम है,मेवानगर के राजा जिनका, इस दुनिया मे नाम है,ज
अंगना में तुलसा लगा दूंगी
अंगना में तुलसा लगा दूंगी,शालिग्राम जी को संग में बिठा दूंगी.....जब तुलसा मेरी भई रे सयानी,शालिग्राम संग ब्याह रचाए दूंग
रो रो कहे ध्रुव महाराज
रो रो कहे ध्रुव से लाल मैया मैं मौसी ने मारो,मैया मैं मौसी ने मारो मैया मैं मौसी ने मारो,रो रो कहे.....हम खेल रहे दोनों
मिट्टी हो जाना है
जानी कहां है चिट्ठी,ना नाम पता मालूम,किए जैसे करम होंगें,ठिकाना वैसा पाना है,बिन हरफों की इसे,चिट्ठी हो जाना है,जिस्म है
दादा घोड़े चढ़के आजा
दादा देव दादा देव जय जय श्री दादा देव,धोले घोड़े पे चढ़के आजा दादा देव जी,मेरा बेड़ा पार लगा जा आजा दादा देव जी, धोले घ
बेटी अंगना की फुलवारी है
बेटी अंगना की फुलवारी है, मत मारे मात गर्भ में,बेटी बाबुल को अति प्यारी है, मत मारे मात गर्भ में.....एक महीना आयो कार्ति
आज उलझन में उलझी है दुनिया
आज उलझन में उलझी है दुनिया,कोई समझाने वाला नहीं है,राह भटकाने वाले हैं लाखों,ठीक बतलाने वाला नहीं है,आज उलझन में उलझी है
तेरी एक ना चलेगी छोड़ दे घमंड प्यारे
हाय रे तेरी एक ना चलेगी छोड़ दे घमंड प्यारे छोड़ दे,माया के चक्कर में फस कर सारी उम्र गवाई,तेरी मेरी करे जगत में साथ ना
जगत में किसने सुख पायो
जगत में किसने सुख पायो,जो आयो सो पछतायो, जगत में किसने सुख पायो.....पांच पतिन की द्रुपद नारी,गर्व से फूली नहीं समाती,जुए
नगर खेड़े की खैर
नगर खेड़े दी खैर वे साइयां नगर खेड़े दी खैर,मुक जान सबदे वैर वे साइयां मुक जान सबदे वैर,नगर भी तेरा ते खेत भी तेरे, तू प
म्हारा पियर में साहिबा
म्हारा पियर में साहिबा,बोई गणगौर,आसि बोल रही कोयलिया,नाचि रया मोर,म्हारा पियर म साहिबा,बोई गणगौर...मैया और बाबुल की,याद
चौक पुराओ माटी रंगाओ
चौक पुराओ माटी रंगाओ, आज मेरे पिया घर आए हैं,खबर सुनाओ खुशी रे मनाऊ, आज मेरे पिया घर आए हैं॥हे री सखी मंगल गाओ री, धरती
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने,वही यह सृष्टि चला रहे हैं,जो पेड़ हमने लगाए पहले,उसी का फल अब हम पा रहे हैं,रचा है सृष्टि
ना देना दोष किस्मत को
ना देना दोष किस्मत को विपत्ति तो सब पर आती है,विपत्ति तो सब पर आती है, विपत्ति तो सब पर आती है,ना देना दोष किस्मत को विप
तकदीर बनाने वाले ने कैसी तकदीर बनाई है
तकदीर बनाने वाले ने कैसी तकदीर बनाई है,कैसी तकदीर बनाई है, कैसी तकदीर बनाई है,तकदीर बनाने वाले ने.....जब पैसा पास में हो
कैसे आएंगे भगवान
मैंने आंगन नहीं बुहारा कैसे आएंगे भगवान,चंचल मन को नहीं संभाला कैसे आएंगे भगवान,मैंने आंगन नहीं बुहारा कैसे आएंगे भगवान.
तेरा रहमो करम
तर्ज - तुमसा कोई प्यारा कोई मासूमतेरा रहमो करम,बाबोसा कैसे भूलेंगे हम,बाबोसा तुमपे किया है,ये जीवन अर्पण,बाबोसा मेरे दिल
आखिर मेरा काम हुआ हैं नाकोड़ा दरबार मे
काम कोई भी कर नहीं पाया, घूम लिया संसार में,आखिर मेरा काम हुआ हैं नाकोड़ा दरबार मे,दादा, मेरे दादा, मेरे दादा, दादा,तेरा
छोड़ेंगे ना हम तेरा साथ ओ दादा
मरते दम नहीं, अगले जनम तक,अगले जनम नहीं, सात जनम तक,सात जनम नहीं, जनम जनम तक,छोड़ेंगे ना हम तेरा साथ ओ दादा, मरते दम तक.
भेरू तेरा मुझको पैगाम आ गया
भेरू तेरा मुझको पैगाम आ गया,भक्तो की टोली ले नाकोड़ा आ गया,दादा तेरी चोखट पे दिल खो गया,सोचा ना कभी था वो आज हो गया,भेरू
उंचा पर्वत थी आवो ने भैरूजी
उंचा पर्वत थी आवो ने भैरूजी,दुखड़ा म्हारा थे दादा निवारजो,रूमझूम रूमझूम करता थे आवो,नावड़ी म्हारी थे पार उतारजो,उंचा पर्