Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
भीम तुम करो एकादशी व्रत
तुम करो राजा भीम एकादशी,मोपे नहीं होवे जगदीश अन्न बिना भूखी डोले आत्मा...मैं तो जंगलों में कुएं खुदबाऊगा,और पानी के करूं
चाबी ताले की बहना
चाबी ताले की बहना जनों जनों जाए मांगे.....यह चाबी बेटे ने मांगी,मैं तो दे देती री बहना सेवा कबहु ना किनी,चाबी ताले की बह
दान करो दिल खोल के
दान करो दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़के,माया को जोड़के, माया को जोड़के,दान करो दिल खोल के क्या करोगे माया को जोड़के
रात भैरो बाबा की जगायेंगे अखाड़ों
रात भैरो बाबा की जगायेंगे अखाड़ों भैरो बाबा को कराएँगे... तेल सिन्दूर को चोला चढ़वायेंगे, ज्योत अंगना में जलाएंगे अखाड़ो
व्रत बड़ो है एकादशी को
व्रत बड़ो है एकादशी को,हरी के नाम बिना मुक्ति नहीं, व्रत बड़ो है एकादशी को.... जल में नाहवे जल में धोवे, जल में कुल्ला ज
श्री चित्रगुप्त गाथा
हम आज तुम्हें श्री चित्रगुप्त की कथा सुनाते हैं,क्या कहते वेद पुराण सभी प्रमाण बताते हैं,हम गाथा गाते हैं,हम आज तुम्हें
कोई नहीं अमर रहे दुनिया में
अरे नर काहे पे करत गुमान, कोई नहीं अमर रहो दुनिया में,कोई नहीं अमर रहो दुनिया में, कोई नहीं अमर रहो दुनिया में,अरे नर का
संत सिंगाजी महाराज लगय गया बाड़ी
संत सिंगाजी महाराज, लगय गया बाड़ी लगय गया बाड़ी,सतसंग का बोया बीज निमाड़ी निमाड़ी.....गवलय निमाड़ का माही, आया अवतारी आय
हर बात बन जाये
तर्ज - जब जब बहार आयेहोंठो पे मेरे जब भी बाबोसा नाम आये,हर बात बन जाये,जब मुस्किलो ने घेरा, आये जो गम के साये,हर बात बन
भलाई कर भला होगा
भलाई कर भला होगा बुराई कर बुरा होगा,कोई देखे या ना देखे प्रभु तो देखता होगा,भलाई कर भला होगा.....यहां नेकी बदी दो रास्ते
पैसे की यह दुनिया है
पैसे की यह दुनिया है और पैसे की यह माया है,यहाँ कोई नहीं अपना है और कोई ना बेगाना है.....माता जिसने जन्म दिया वह भी भूल
चला चली का खेला
चलती चक्की देख कर दिया कबीरा रोये,दो पाटन के बीच में साबुत बचा ना कोए,दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला,दो दिन का
पुकारो दिल से वो दौड़े आयेंगे
तर्ज - ओ साहिबा ओ साहिबाजय बाबोसा... जय बाबोसा...जय बाबोसा... जय बाबोसा....पुकारो दिल से, वो दौड़े आयेंगे, ये एतबार है ह
आओ मिलके विचार करे
आओ मिलके विचार करे,पहले हम आप सुधरे,फिर औरो का सुधार करे.....ऐसा जीवन हमारा हो,चांद सितारों से बढ़कर उजियारा हो,आओ मिलके
मार्ग यही सरल
मोक्ष पथ गमन के,मार्ग यही सरल,बुद्ध ने जो राह दिखाई,बटोही उन पर चल,धर्म समझ कर्म को अपना,कभी ना करना किसी से छल,सत कर्मो
ऐ हे कटे लगाई देर भेरू जी
ऐ हे कटे लगाई देर भेरू जी, कटे लगाई वो देर थारे हुना मंदिर में खेले डाकनिया.... ऐ हे गयो सिसोदा माय, भोपा गयो सिसोदा म
पैदा होती है नारी पति के लिए
सीख अनसूया सीता को देने लगी,पैदा होती है नारी पति के लिए.....प्रथम नारी तो वह है सुनो जानकी,सपने में भी पराया पति ना तके
तुलसा बड़ी महान है
अंगना तुलसा बाहर तुलसा, तुलसा बड़ी महान है,जिस घर में मां तुलसा नहीं है वह घर नर्क समान है....ब्रह्मा भी पूजे विष्णु भी
बेटी इतना धरियो ध्यान
बेटी इतना धरियो ध्यान इस जग में नाम कमइयो,इस जग में नाम कमइयो सासुल की बात सुन लीजो,बेटी इतना धरियो ध्यान......बेटी भोर
नारी है गुण की खान
अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने,कोई जानन वारो जाने, कोई मानन वारो जाने,अरे वह नर है पशु समान जो नारी कदर ना जा
श्री जी बाबा झीनो झीनो माथो दूखे
श्री जी बाबा झीनो झीनो माथो दूखे,सपना में श्री जी दिखे जी मैं तो जाउंगी श्री जी का मेला..... श्री जी बाबा सुसरा जी तैयार
सत्यवान के संग में जो तू ब्याह रचावेगी
सत्यवान के संग में जो तू ब्याह रचावेगी,अरे ओ बेटी री तू सुख ना पावेगी.... वन वन में भटकत डोले कहा तू रहेगी, मौसम की मार
ओ बाबोसा चूरूवाले अब तो गले लगाले
तर्ज - ओ दुनिया के रखवाले भगवान ... भगवान... भगवान.....भगवानओ बाबोसा चुरू वाले, मेरा जीवन तेरे हवाले,मुझे अब तो गले लगा
झूल रहे तीन देव बन कर के लालना
माता अनुसूइया ने डाल दिया पालना,झूल रहे तीन देव बन कर के लालना....सारी खुशी के फूली ना समाती,गोदी में लेती कभी पलना झूला
छोड़ो दारु का पीना
छोड़ो दारु का पीना, मुशकिल कर देगी जीना,आखिर मे होगा परेशान, खतरे में होगी तेरी जान....दारू ये चीज हे ऐसी, करदे सब ऐस- त
मनुष्य तू बड़ा महान है
धरती की शान तू है प्रभु की सन्तान,तेरी मुठ्ठियों में बन्द तूफ़ान है रे,मनुष्य तू बड़ा महान है भूल मत,मनुष्य तू बड़ा महान
एक दिन जाणो रे सांवरिया
एक दिन जाणो रे सांवरिया,मारे कई लेवा आंणो रे एक दिन जाणो रे.....जीवता मां बाप ने रोटी न देने, मर्या पचे लाडु बढ़ावे,मारे
अपना अपना कहते कहते जीवन बीत तमाम गया
रे मन मूरख तुझ से अपना पहचाना नहीं राम गया,अपना अपना कहते-कहते जीवन बीत तमाम गया.....पगले तेरा क्या हिसाब है नहीं समझ मे
तुलसा कब लेगी विश्राम
तुलसा घूम रही ब्रज धाम जाने कहां लेगी विश्राम,मास बीते सावन भादो कुवार तुलसा कब लेगी विश्राम,तुलसा घूम रही ब्रज धाम जाने
भिक्षा मांगे राजकुमार
माता अनुसूया के द्वार भिक्षा मांगे राजकुमार,ब्रह्मा विष्णु शंकर जी आए हैं द्वार पे...बोली अनसूया माता आओ परमात्मा,प्रेम