Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
ऐसे कौन से कर्म करे जो साथ मिल जाए तेरा
हे भगवान हम अज्ञान कैसे ध्यान करे तेरा ऐसे कौन से कर्म करे जो साथ मिल जाए तेरा ये दुनिया का मेला भटक मैं जाऊ न राहे बहुत
सतसंग दे विच आ के बंदेया
सतिसंग दे विच आ के बन्देया सुते भाग जगा लैनही ता पछतावेंगासतिसंग है सुखा दा घर तू इसनु अपना बना लैनही ता पछतावेंगा दुनिय
वेला अमृत गया आलसी सो रहा बन अभागा
वेला अमृत गया आलसी सो रहा बन अभागा साथी सारे जगे मै न जागा झोलियाँ भर रहे भाग्य वाले लाखों पतितों ने जीवन सम्भाले रंक र
जय जय श्री राधे जू मैं शरण तिहारी
जय जय श्री राधे जू मैं शरण तिहारीलोचन आरती जाऊँ बलिहारीजय जय....पीत पिताम्बंर ओड़े निली सारीसीस पे सैंंदूर जाऊँ बलिहारी
तन कोई छूता नहीं चेतन
तन कोई छूता नहीं चेतन निकल जाने के बाद फेंक देते फूल को खुशबु निकल जाने के बाद आज जो करते किलोलें खेलते है साथ में कल ड
बीती भजन बिन तेरी जिंदगानी
बीती भजन बिन तेरी जिंदगानीहोने को आई खत्म कहानीवचन गर्भ में किया उसे भूल गया वादा तोड़ दियाबहुत करली तूने ये मनमानीपैसे
बाबोसा चूरू वाले हम आये तेरे द्वारे
तर्ज - आये हो मेरी जिंदगी में तुम ....बाबोसा चुरू वाले , हम आये तेरे द्वारे हमने सुना है तू ही ....हो..हो..हमने सुना है
आजा चूरू के राजा
तर्ज - तेरी अँखिया को यो काजल....हम कबसे राह निहारेक्यो न आये बाबोसा हमारे एक पल भी चेन न आवे बिन दर्शन के तुम्हारे .हो.
पाँच मिरगला पच्चीस मिरगली
जतन बिना मिरगाँ न खेत उजाड्या रे,हाँ रे तु तो सुण रे मिरग खेती वाला रे पाँच मिरगला पच्चीस मिरगली असली तीन छुन्कारा अपने
चालो आपा चाला चूरू धाम जी जठे अटकियोडा
तर्ज - मेहंदी राचन लागी हाथा में.... आओ आपा मिलकर चाला , जठे चुरू धाम जी जठे अटकियोडा बण जासी , थारा सगळा काम ज
कर्म के लेख मिटे ना रे भाई
कर्म के लेख मिटे ना रे भाई चाहे जितने जतन तू करले कितनी कर चतुराई कर्म लिखे को रोक सके ना करले लाख उपाय वेद पुराण तू पढ़
दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना
दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना,दया करना हमारी आत्मा को शुद्धता देना,दया कर दान भक्तिं का....हमारे ध्यान में आओ प
मुखड़ा क्या देखे दर्पण में
मुखड़ा क्या देखे दर्पण में,तेरे दया धर्म नहीं मन में,मुखड़ा क्या देखे दर्पण मेकागज की एक नाव बनाई छोड़ी गहरे जल में,धर्म
सुमिरन करले मेरे मना
सुमिरन करले मेरे मना,बीती जावे उमर हरी नाम बिनापक्षी पंख बिना हस्ती दांत बिना पिता है पुत बिना,वेसया का पुत्र पिता बिना
म्हारा मनडा रो बोले मोर बोले जय बाबोसा
म्हारे मनडा रो......म्हारे मनडा रो बोले मोर , बोले जय बाबोसाजयकारा है चहु ओर , जय श्री बाबोसाहै दुख भंजन , छगनी नन्दन ,
हर भज हर भज हीरा परख ले
हर भज हर भज हीरा परख ले, समझ पकड़ नर मजबूती ,अष्ट कमल पर खेलो मेरे दाता, और बारता हैं झूठी,इन्द्र घटा से सतगुरु आया, आँव
मेरा मेरा मत कर पगले
मेरा मेरा मत कर पगले क्या तेरा क्या मेरा है दो दिन के सब रिश्ते नाते दो दिन रेन बसेरा है जिसकी खातिर आया जग में वो ही का
बाबोसा का द्वार जहाँ
बाबोसा का द्वार जहाँ वहाँ मेरा आशियाना,मुझे दरबार मिला करूँ तेरा शुकराना,बाबोसा का द्वार जहां...सब जानते है क्या था मेरी
ओ म्हारा बाबोसा सरकार थासू विनती बारम्बार
विघ्नहरण मंगलकरण,चूरू वाले बाबोसा रो नाम,जो कोई बाबोसा रे धाम में आवे बाबोसा पूरे सगळा काम...ॐ बाबोसा, जय जय बाबोसा,ॐ बा
पुराणी पड़गी चुनड़ी
बीरा थारी चुनड़ली रा चटका है दिन चार,पुराणी पड़गी चुनड़ी......आंखों से सुजे नहीं रे सुणे ना दोनु कान,दांत बत्तीसी गिर पड
सांगलिया दरगाह प्यारी
यहाँ दूर दूर से दर्शन करने ,आते है नर नारीसांगलिया दरगाह प्यारी ,यहाँ ज्योत अखंडी जगदम्बा की,संत तपस्या साजे,ये लक्कड़ फ
ओ म्हारा बाबोसा सरकार म्हारे आँगणे पधारो जी
तर्ज - नीले घोड़े रा असवार ....दोहा - विघ्नहरण मंगलकरण , चूरू वाले बाबोसा रो नाम,जो कोई बाबोसा रे धाम में आवे , बाबोसा प
जग में कौन किसी का
जग में कौन किसी का ...साधो ...जग में कौन किसी बनी बनी के सब है़ साथी कोई नही बिगड़ी का ..जग में ...रोने वालो पे हँसता जम
आया हवा का झोंका बाबोसा
तर्ज - उड़ जा काले कौवा तेरे ....आया हवा का झोंका लाया शुभ संदेशा लायामंगल बेला अनुपम अवसर अंगना हमारे आयाबाबोसा के द्व
बाबा आओ जी जमो जागरण
बाबा आओ जी मनरे री बात करलयाजमो जागरण आपरो बाबा थांको थरप्यो पार आओ म्हारा रामसा तो कोई जोवा थांकी बात ओ बाबा आओजी मनरे
प्रभु का सुमिरन करले
तर्ज:- रामचंद्र कह गए सिया से आसमान में उड़ने वाले , मिट्टी में मिल जाएगा,भजन प्रभु का सुमिरन करले स्वर्ग तुझे मिल जा
चूरू धाम घर को बनाना
तर्ज - स्वर्ग से सुंदर सपनो से प्यारा....मिगसर की पाँचम है आई , सजेगा फिर दरबारबाबोसा के होंगे दर्शन , ऑन लाइन इसबारहो भ
बाबोसा का द्वार जहाँ वहाँ मेरा आशियाना
तर्ज - तेरे जैसा यार कहाँ....बाबोसा का द्वार जहाँ , वहाँ मेरा आशियानामुझे दरबार मिला ,करू तेरा शुकरानाबाबोसा का द्वार जह
मुंडल बाबो सेठ
मुंडल बाबो सेठ, चारों सतियाँ ही सेठानी है,या तो केड की महारानी है,मुंडल बाबो सेठ....दरबार है प्यारा,सारे जग से न्यारा है
तेरे जीवन में ना आएंगे कभी वो जाने के बाद
तेरे जीवन में ना आएंगे कभी वो जाने के बाद जीवन भर साथ चलेंगी उनकी दुआ हर पल तेरे साथ तेरे जीवन में ...................मा