Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
पीपासर रा राज बीरा
पीपासर रा राज बीरा जग में परचा भारी,भगता रे बेगा आओ म्हारा जम्भेश्वर अवतारी,जिला जोधपुर गाँव पीपासर आप लियो अवतारी,माँ ह
सुनलो कहानी ओ भक्तो
सुनलो कहानी ओ भक्तो मेरी जुबानी,श्री बाबोसा भगवान की,महिमा सुनाऊं तुमको मैं चुरू धाम की,जलती है ज्योत जहां बाबोसा के नाम
भाई रे साँचो कहिजे
एह सांचो कहिजे जाम्भोजी रो नाम,मुक्ति रो अवसर आवियो,भाई रे साँचो कहिजे जाम्भोजी रो नाम,साँचो कहिजे जाम्भोजी रो नाम,मुक्त
जुग तारण हरी आविया ओ
जुग तारण हरी आविया ओ,जुग तारण हरी आविया,लियो जम्भेश्वर अवतार धिन गुरु देव ने,माता हंसा ज्यारी केसरी,पिता लोहट क्षत्रिय क
ये बेटियां ये बेटियां
नाजुक सी है कोमल सी है घर का उजाला हैकुम कुम है हर घर का तुलसी के माना है ये बेटियां ये बेटियां आकश से उतरी ये परियो सी
क्या ढूंढे मन मेरा साधू क्या ढूंढे मन मेरा
क्या ढूंढे मन मेरा साधू क्या ढूंढे मन मेरा,भटक गए सब लोग सयाने करत करत इक फेरा,लाख यत्न कर ऋषि मुनि हारे मिला न मन को नि
पग बाँध के घुंगरू नाचे रे
पग बाँध के घुंगरू नाचे रे भेरो मार मार किल कारी,भेरो मार रहे किलकारी पग बाँध के घुंगरू नाचे रे भेरो मार रहे किल कारी,शिव
मंगसिर नवमी मेलो है भारी
मंगसिर नवमी मेलो है भारी झुंझुनू जाने की करली है तयारी,चालो जी बेगा चालो दादी का दर्शन पा लेयो निकले सवारी भीड़ भारी बैठ
भेरो बाबा तुम्हे सारे बधाई देने आये है
भेरो बाबा तुम्हे सारे बधाई देने आये है जयंती भेरो बाबा की मनाने हम भी आये है,भेरो बाबा तुम्हे सारे बधाई देने आये है सजाय
हर माता पिता की शान बेटीया होती है
दो कुल की नाम निशान बेटिया होती है,हर माता पिता की शान बेटीया होती है,खेल खेलती भैया संग,बहना बन जाती है,पिले हाथ कर पति
रमते रावल ने म्हारा आदेश देणा
रमते रावल ने म्हारा आदेश देणा,अरे रमतें रावल ने म्हारा आदेश देणा हां हां,जद शिवरु जद भेला हेलो जद शिवरु जद भेला हेलो,रमत
हार नही होगी मेरी हार नही होगी
तर्ज - में ना भूलूंगा ....हार नही होगी , हार नही होगी,हार नही होगी , हार नही होगी बाबोसा मेरे दिल की
ज्योत जगादी तेरी ज्योत जगादी
दादा खेडे तेरे नाम की खटक कसुती लागी स,ज्योत जगादी तेरी ज्योत जगादी सहलवा पुरी खीर बनाके करया तेरा भडांरा हो,रविवार न भक
हो सकल जगत के स्वामी सिरजन हारे
हो सकल जगत के स्वामी सिरजन हारेधर्म धुरी न धारण सेवक संता न तारन आओ धरती पे ले अवतार ले।हो सकल जगत................द्वारि
जो मात पिता से जोड़े प्रीत
जो मात पिता से जोड़े प्रीत,उसे भगवन मिल जाते है,होती जग में उसी की जीत,होती जग में उसी की जीत,उसे भगवन मिल जाते है,जो मा
हे सूर्ये नारायण ये विनती हमारी
हे सूर्ये नारायण ये विनती हमारी,सदा खुश रहे बस तुम्हारे पुजारी,जो चलती है सांसे ये तेरा कर्म है तुम्हारे बिना स्वामी दुन
सांचो बाबोसा तेरो नाम
तेरो नाम तेरो नाम सांचो बाबोसा तेरो नामतेरो नाम तेरो नाम तू ही माता, तू ही पिता है,तू ही सँवारे सारे काम,तेरो नाम तेर
देवता भी स्वार्थी थे दौड़े अमृत के लिए
देवता भी स्वार्थी थे दौड़े अमृत के लिए,हम सदा उनको भजेंगे जो जहर हंस के पिए,हम नमन उनको करेंगे जो जहर हंस के पिए,जो रहे
जानो पड़सी रे पंछी
जानो पड़सी रे पंछी,यह बागा में छोड़,एक दिन जाना पड़सी रेकिया घोंसला चुनचुन तिनका,पर तेरा विश्वास ना क्षण का,किया साथ थे
तेरे हीरे मोती जड़े रह गए
तेरे हीरे मोती जड़े रह गए सब तेरे ख्याल बड़े रह गए तू जा सोया शमशानों में तेरे ऊंचे महल खड़े रह गए तूने पैसा बहोत कमाया
सूर्य देव चालीसा
॥दोहा॥कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग,पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥जय सविता जय जयति दिवाकर,सहस्त्रांशु सप
सपनो में जो आया है
तर्ज - तेरे संग यारा खुश रंग बहारा....ओ बाबोसा तुम्हारा , मेरे सपनों में आनाये रात की कहानी , है सबको को सुननासपनो में ज
मत कर माया को अहंकार
मत कर माया को अहंकारमत कर काया को अभिमानकाया गार से काचीमत कर माया को अहंकारमत कर काया को अभिमानकाया गार से काचीहो काया
माँ तो है माँ माँ तो है माँ
माँ तो है माँ माँ तो है माँमाँ जैसी दुनिया में है कोई कहा ओ माँ ओ माँ माँ तो है माँ माँ तो है माँमाँ तू ही मंदिर माँ तू
चाँद चमके सदा रौशनी के लिए
चाँद चमके सदा रौशनी के लिए मेरी पूजा है मेरे पति के लिए साल का इक दिन मेरा अपना है दिन,वर्त ये मेरा है दिन अन अरजल के बि
अपनी बेहन के प्यार को भैया न बुलाना
अपनी बेहन के प्यार को भैया न बुलाना आ जाओ तुम भाई दूज पर दिल न मेरा दुखाना अपनी बेहन के प्यार को भैया न बुलाना अपना पूरा
दीपो से सजे घर द्वार
तर्ज - दिल से बंधी एक डोर जो .....दीपो से सजे घर द्वार , दीपावली आई है हाँ आई है,खुशियो की सौगात लाई है,मनभावन त्यौहार
चार दिनों की प्रीत
चार दिनों की प्रीत जगत में चार दिनों के नाते है,पलकों के पर्दे पड़ते ही सब नाते मिट जाते हैं,जिनकी चिन्ता में तू जलता वे
मैं तेरे दर आया हूं बाबोसा
तर्ज - तेनु इतना में प्यार करा चुरू धाम जो में आ गयाबाबोसा में तेरा हो गयातेरी भक्ति का छाया है शुरुरजो ना सोचा था व
प्यारा बाबोसा ने खम्मा घणी
तर्ज- मरुधर में ज्योत जगाय गयो...शेर -चुरू नगर रे माहीने , बणीयो आपरो धामभक्तो रा दुखड़ा दूर करे , म्हारा बाबोसा रो नाम,