Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
मशवीरा मेरा है ये इनकार मत करना
मशवीरा मेरा है ये इनकार मत करनानाशवान दुनिया से ज्यादा प्यार मत करनाआँख खोल कर देखो वक़्त जा रहा है जो,लौट के न आएगा इंत
उलज मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या
उलज मत दिल बहारो में बहारो का बरोसा क्या साहारे टूट जाते है सहारो का भरोसा क्या उलज मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या
झिक झोर करे बदरा
झिकझोर करे बदरा रातें के रातई बदरा है जन्म के बैरीटिप टिप बरसे ई माने न बात,बदरा राते के रातझिकझोर करे बदरा रातें के रात
सत्कर्म करने वाला न मरा है न मरेगा
सत्कर्म करने वाला न डरा है ना डरेगाचाहे जहाँ करो तू करना है अंत तुझकोतृष्णा का समण्डार न भर है ना भरेगाफानुष बनके इस्वर
बाँध के गठरी कर्मो की साथ याहा से जाएगा
तूने कमाया है जो याहा तेरे मोक्ष में वो रंग लाएगा बाँध के गठरी कर्मो की साथ याहा से जाएगा तूने कमाया है जो याहा तेरे मोक
राजा भरथरी से अरज करे
नगर उज्जैन के राजा भरथरी हो घोड़े असवार |एक दिन राजा दूर जंगल में खेलन गया शिकार | विछड गए सारे संग के साथी राजा भये लाच
सत्य ना छोड़ा धर्म ना छोड़ा राज पाठ सब छोड़ दिया
सत्य ना छोड़ा धर्म ना छोड़ा राज पाठ सब छोड़ दियासत्य निभाने राजा हरिश्चंद्र अपने सुख को छोड़ दियासत्य ना छोड़ा धर्म ना छ
कळप मत काछब कुड़ी ए रमय्ये री बाता रूडी ए
कळप मत काछब कुड़ी एरमय्ये री बाता रूडी एभक्ति का भेद भारी रेलखे कोई संतां का प्याराकाछवो काछवि रेता समुन्द्र मैंलेता हरी
लेतो जा ज्ये रै बीरां लेतो जा ज्ये बाई सुगणा बाई रा बीरां हो संदेशो म्हारो लेतो जा ज्ये
लेतो जा ज्ये रै बीरां लेतो जा ज्येलेतो जा ज्ये रै बीरां लेतो जा ज्येबाई सुगणा बाई रा बीरां हो संदेशो म्हारो लेतो जा ज्ये
हरी न रूणीचो बसायो प्रभु न रुणीचो बसायो
हरी न रूणीचो बसायोप्रभु न रुणीचो बसायोद्वारिका से आयपगा उभाणा गया तिरथां अन्न रति नहीं खायोजाय द्वारका म डेरा दिनयाप्रभु
अजमलजी न दर्शन दीन्हा कृष्ण मिल्या समुन्द्र माही
अजमलजी न दर्शन दीन्हा, कृष्ण मिल्या समुन्द्र माहीमांग मांग रे भगत हमारा, अब कर दया तेरी मन चाहीहाथ जोड़ अजमलजी बोल्या, अ
धुणो तपे राम को होवे कोई बड़ भागी
जां ने साचा सतगुरु मिल ग्या बांकी सुरता जागीधुणो तपे राम को होवे कोई बड़ भागीइस धूणे पर मीरां तप गयी तप गयी करमा बाई सुआ
कोई मेरा क्या करैगा रे
कोई मेरा क्या करैगा रे, साई तेरा नाम रटूँगाकोई मेरा क्या करैगा रे, साई तेरा नाम रटूँगा नगरी के लोगो, हाँ हाँ भलाँ बस्ती
जबान जैसी मीठी जगत में जबान जैसी खारी क्या
जबान जैसी मीठी जगत में जबान जेसी मीठी जगत में जबान जैसी खारी क्याहै पैसे का खेल जगत में और दूसरी यारी क्याबिन कुए एक बाग
कुसंगत मे जाये मत ना
सुन सुन है म्हारी काया ऐ लाड़ली काया के दाग़ लगाए मत ना कुसंगत मे जाये मत ना या काया थारी हीरा वरणीहीरा मे कांकरा मिलाये
राणोजी करमाँ रो संगाती राणा कोई भी नहीं
म्हारी लगी राम से प्रीतम्हारी लगी हरी से प्रीतराणोजी करमाँ रो संगाती राणा कोई भी नहींएक माता के दोय लाडला जी, ज्यारा न्य
मेरे दाता के दरबार में है सब का खाता
मेरे दाता के दरबार में, है सब का खाताजितना जिसके लिखा भाग्य में, वो उतना ही पातारे पाता मेरे मालिक के दरबार मे रेक्या सा
जो कर्म कर रहे हो वहाँ सब हिसाब है
जो कर्म कर रहे हो वहां सब हिसाब है जैसा करोगे पाओगे सीधा जबाब है।जब आ गए संसार मे ऊपर है तेरा हाथअब जो करो उसका नही कोई
हे साथो बाई कर ली मेली काया
पल पल बीती जाए उमेरियां विरथा जन्म गवाया,ना राम नाम की धुनी रमाई कभी न हरी गुण गाया हे साथो बाई कर ली मेली काया बाँध गठर
उठ जाग मुसाफिर भोर भई
उठ जाग मुसाफिर भोर भई रेन कहा जो सोवत है जो सोवत सो खोवत है जो जागत है सो पावत है उठ नींद से अखियाँ खोल जरा और अपने प्रभ
जय जय गऊ माता
तुझको पूजे तुझको ध्याए जय जय गऊ माता तेरे आगे शीश निभाये जय जय गऊ माता तेरी सेवा एसी करी जैसे करते कृष्ण कन्हियाँ.जिनकी
अब तक तो निभाया
अब तक तो निभाया आगे भी निभा देना हे नाथ मोरी नैया उस पार लगा देना संभव है झंझटो में मैं तुम को भूल जाऊ पर नाथ कही तुम भी
सत्ये वचन क्यों छोड़ दियां
नाम जपन क्यों छोड़ दियांक्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा सत्ये वचन क्यों छोड़ दियां झूठे जग में दिल ललचा कर असल वचन क्यों छोड़
ॐ है जीवन हमारा
ॐ है जीवन हमारा ॐ प्राना धार है ॐ है करता विध्याता ॐ पालनहार है ॐ सब का पूज्य है हम पम का पूजन करे ॐ ही के ध्यान से हम श
भाव बिन मिले नही भगवान
ओ भगवान् को भजने वाले मन में धर ले ध्यान भाव बिन मिले नही भगवान दुर्योधन की छोड़ी मेवा भाई गई विधुरानी की सेवा श्रधा और
मृग तृष्णा है दुनिया दारी कब तक भागे गा प्राणी
मृग तृष्णा है दुनिया दारी कब तक भागे गा प्राणी भीतर ही तेरे वो रब है कब तू जागे गा प्राणी सुख में भी अब सुख नही मिलता सु
एक प्यार का बंधन है
तर्ज- एक प्यार का नगमा है...एक प्यार का बंधन है , रिस्ता ये पुराना हैजीवन साथी जन्मो के , हमे प्रीत निभाना हैएक प्यार का
दिल मे बसे है नरेंद्र मोदी
दिव्य उस भारत की परछाइयों मेसाया बन के चल रहे है नरेंद्र मोदीसुर वीरो से जो चलते जा रहे हैगर्व से सब कह रहे है नरेंद्र म
चलो मन गंगा यमुना
चलो मन गंगा यमुना तीरगंगा यमुना निर्मल पानी शीतल होत शरीर,चलो मन गंगा यमुना तीरबंसी बजावत गावत कान्हा संग लियो बलवीर चलो
अपनी बिटियाँ नु आगे तक पढाओ जी
मुंडे कुड़ी दे भेद भाव नु मिटाओ जी,अपनी लाडो नु आगे तक पढाओ जी नाम करे रोशन गल पल्ले पाओ जी अपनी बिटियाँ नु आगे तक पढाओ