Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
युग युग जीवे तू माँ
युग युग जीवे तू माँ तनु साडी उम्र लग जावेयुग युग माने खुशिया तू तनु साड़ी उम्र लग जावे,वे रब्बा मेरी माँ जीवे सुख विच दु
साडे वल मुखड़ा मोड़ वे प्यारेया
साडे वल मुखड़ा मोड़ वे प्यारेया ,आपे पाइयाँ कुंडियां ते आपे खिच्दा है डोरवे प्यारेया साडे वल मुखड़ा मोड़,अर्श कुरष ते वा
खेतरपाल दा कहंदा गुलाम आ गया
खेतरपाल दा कहंदा गुलाम आ गया,खेतरपाल नाल लाइया मजा आ गया,खेतरपाल दा कहंदा गुलाम आ गया,बाबा साहब नाल लाइया मजा आ गया ओह्द
पानी में नहाते हो कभी सत्संग मै नहाया करो
पानी में नहाते हो सत्संग में नहाया करो खाए खाए तुमको सब जीवन बीत गया खाना तो खाते हो कभी गम भी खाया करो औरों की बुराई तो
हर फिकर को धुएं में उड़ाता चला गया
हर फिकर को धुएं में उड़ाता चला गया,बरबादियो का मना न फजूल था,बरबादियो का जश्न मनाता चला गया,हर फिकर को धुएं में उड़ाता च
सच पूछो तो पापा की जान हो बेटी तुम
मेरे घर की आन वान और शान हो बेटी तुम,सच पूछो तो पापा की जान हो बेटी तुम जब से आई हो तुम बेटी खुशिया ही खुशिया आई ,साथ सा
नी मैं जाना जोगी दे नाल
मक्के गया,गल्ल मुकदी नाहींचाहे सौ सौ जुम्मे पढ़ आइयेबुल्लेशाह को पढ़ें तो जहन मेंकबीर स्वत आ जाइयेगंगा गया गल्ल मुकदी ना
एक तिनके के जैसा बिखर जाएगा
एक तिनके के जैसा बिखर जाएगापाप करते हो जिस ज़िंदगी के लिएशाम होते ही सूरज,भी ढल जाएगा,ऐसा नियम बना है,सभीं के लिए,एक तिन
जाग उठा है हर घर हिन्दू
जाग उठा है हर घर हिन्दू,जाग उठी करुणाई,हिन्दू-हिन्दू एक रहेंगे,हिन्दू भाई-भाई,जागा है उसने पाया है,सोया उसने खोया,जाग उठ
हे ईश्वर सब सुखी हों कोई ना हो दुखहारी
हे ईश्वर सब सुखी हों कोई ना हो दुखहारी,सब हो निरोग भगवन धन्य धन्य के भंडारी,सब भद्र भाव देखें सद मार्ग के पथ कहा,दुखिया
आहे तन्ने के मिल ज्यागा पगली चुगली मेरी तेरी मै
आहे तन्ने के मिल ज्यागा पगली चुगली मेरी तेरी मैचुगली मेरी तेरी मै चुगली मेरी तेरी मैआहे तन्ने के मिल ज्यागा पगली चुगली म
माहरा डेरा जोड़ा नाथा का
यो डेरा जोड़े नाथा का माहरा डेरा जोड़ा नाथा का,याहा हल होता सब बाता का,सारे काम पे इनकी सदा बनी रहे किरपा सदासब की बिगड़
करोना की विदाई
करोना की विदाई तेरे घर रहने में है ,तेरे अपनों की भलाई तेरे घर रहने में है,तू अभी घर से नहीं बहार निकल,तेरे सपनो की सचाई
मनुष्य जन्म अनमोल रे
मनुष्य जन्म अनमोल रे मिटटी में न रोल रे,अब जो मिला है फिर न मिलेगा-कभी नही कभी नही रे ओम साईं नमो नम श्री साईं नमो नमतू
एसी और न कमाई ऐसा और न खजाना
कर प्यार हर प्राणी से है प्यार का जमाना,एसी और न कमाई ऐसा और न खजाना,बात खो लिया तप कर के जग दान भी है करता,प्यार का लेस
रबा तेरी रजा विच होइ जांदा की
रबा तेरी रजा विच होइ जांदा की आज पता लगैया विछोड़ा हुँदा की,रबा तेरी रजा विच होइ जांदा की छड़ गया वाली उमेरया दे कर के,ज
जब जब बहार आई और फूल मुस्कुराए
जब जब बहार आई और फूल मुस्कुराएमुझे तुम याद आएजब जब भी चाँद निकला और तारें जगमगाएमुझे तुम याद आएअपना कोई तराना मैंने नहीं
एक तू ही भरोसा एक तू ही सहारा
एक तू ही भरोसा एक तू ही सहारा,इस तेरे जहां में नहीं कोई हमारा,ईश्वर या आल्हा ये पुकार सुन ले,ईश्वर या आल्हा हे दाताहम से
भगवान है कहाँ रे तू
है सुना ये पूरी धरती तू चलता हैमेरी भी सुन ले अरज मुझे घर बुलाता हैभगवान है कहाँ रे तूहे ख़ुदा है कहाँ रे तूहै सुना तू भ
माँ की ममता माँ से मांगे
माँ की ममता माँ से मांगे,मुझे पुत्र मिले,श्रवण की तरह,और भाभी मांगे देवर, लक्ष्मण की तरह,गुरु बिन ज्ञान कहाँ से लाऊँ,गुर
सवेरे वाली गाडी से चले जायेगे
सवेरे वाली गाडी से चले जायेगे,कुछ लेके जायेगे कुछ देके जायेगे ये मेला दो घडी का दो दिनों की ये बहार,समय की बेहती धार कह
क्या कभी हमने सोचा था
क्या कभी हमने सोचा था के ऐसा भी हो पायेगा,लोक रहेंगे घरो के अंदर कोई बाहर न जाएगा,क्या कभी हमने सोचा था के पंषि यु चेहका
ऐसी रूहों को हमारा दिल से प्रणाम है
औरों की सेवा करना बड़े भाव से सेवा करना जिनका पहला काम हैऐसी रूहों को हमारा दिल से प्रणाम है जिनको मिलती हैं खुशिया खुश
जरा ध्यान से सुनलो
तर्ज _ ये पर्दा हटा दो ज़रा मुखडा दिखा दो जरा ध्यान से सुनलो न घर से बाहर निकलोजरा ध्यान से सुनलो न घर से बाह
जन अभियान है तु बहुत महान
हे सुना जन अभियान एक मिशन चलाता है,कोरोना वारियर्स को वो सम्मान दिलाता हैजन अभियान है तु बहुत महान जो है घूमते सडको पर उ
मेरे परमपिता परमात्मा कर सब दुखा दा खात्मा
मेरे परमपिता परमात्मा कर सब दुखा दा खात्माहर पासे सुख दी आस करा हथ जोड़ के मैं अरदास करा,मेरे परमपिता परमात्मा कर सब दुख
तेरे हथ विच डोर मालका
तेरे हथ विच डोर मालका तेरे हथ विच डोर,मुश्किल दे इस समय अन्दर दिसदा न कोई होर,मालका तेरे हथ विच डोर,एह दुनिया पई कुरलावे
समय का पहिया चलता है
समय का पहिया चलता है,इस पहिये के साथ किसी का वक़्त बदल ता है,करे नौकरी मरघट की वो हरीष चन्दर सा दानी,राज कुंवर की लाश को
क्या तू लेकर जाएगा
क्या दुनिया में लाया था क्या तू लेकर जाएगा,मुठी बाँध के आया था हाथ पसारे जाएगा,क्या दुनिया में लाया था क्या तू लेकर जाएग
जो आएगा वो जाएगा
सुन इंसान रे विधि का विधान रे,दो दिन की जान रे,सच है ये मान रे जो आएगा वो जायेगा,छोड़ कर ना शरारत तू बात मान ले ये है रे