Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
हम बाँध ते है ज्यादा और काट ते है कम
बंधन पाप कर्मो के यु कैसे हो ख़त्म,हम बाँध ते है ज्यादा और काट ते है कम,हम अपनी आत्मा पे ही क्यों धा रहे सितम,हम बाँध ते
हो के रहे रे होनी होके रहे रे
हो के रहे रे होनी होके रहे रे,इसे सच भी न मानो इसे झूठ भी ना मानो,हो के रहे रे होनी होके रहे रे,होनी रानी महारानी होनी क
सबके लिए खुला है मंदिर यह हमारा
सबके लिए खुला हैं, मन्दिर यह हमारा,मतभेद को भुला हैं, मन्दिर यह हमार,आओ कोई भी पंथी, आओ कोई भी धर्मी, देशी-विदेशीयों को,
चाहे पूजा करो या इबादत
चाहे पूजा करो या इबादत करो, दिल लगाने की सबकी अदा एक है,कोई हिन्दू हो सिख या मुसलमान हो, पालने वाले सबका खुद एक है,कोई इ
अबिनासी दुलहा कब मिलिहो भगतन के रछपाल
अबिनासी दुलहा कब मिलिहो भगतन के रछपाल जल उपजी जल ही सो नेहा, रटत पियास पियास ,मैं ठाढ़ी बिरहन मग जोहूँ , प्रियतम तुमरी
साहिब दी मैं मंगती आ मैं होर सहारा की करना
साहिब दी मैं मंगती आ मैं होर सहारा की करना,कठपुतली आ मैं साहिब दी साहिब ही नचाई जांदा है मैं डिगदी आ एह चूक लेंदा मैं हो
हर और उजाला है हर और दीवाली है
हर और उजाला है हर और दीवाली है,इंसान तेरी दिल की क्यों चादर काली है,हर जगहे खड़ी कर दी नफरत की दीवारे,मिलने ही नहीं देती
निन्द्रा बेच दू कोई ले तो
निन्द्रा बेच दू कोई ले तो, रामो राम रटे तो तेरो मायाजाल कटेगीभाव राख सतसंग में जावो, चित में राखो चेतो। हाथ जोड़ चरणा मे
हम सब कहे गे हैप्पी बर्थडे टू यू
बाबा हरदेवा का जन्म उत्सव आया है रंग गुलाल उड़े फूल का साया है,मौज उदा ले साथी तू तू ,हम सब कहे गे हैप्पी बर्थडे टू यू,आ
साड़ी बाबा जी ने करनी बल्ले बल्ले
साड़ी बाबा जी ने करनी बल्ले बल्ले ,झंडा वाले ने करती बल्ले बल्ले,किती किरपा से सुख पाए साड़े पल्ले ,साड़ी बाबा जी ने करन
सत्संग में बैठ मीरा गोपाल भजन गाए
सत्संग में बैठ मीरा गोपाल भजन गाएसंतों में बैठ मीरा गोपाल भजन गाए,मीरा को मारने को राणा ने जहर भेजाजहरो के प्याले में घन
चार दिना रो अठे पामणो आखिर पाछो जावेला
चार दिना रो अठे पामणो २ आखिर पाछो जावेलाचेत सके तो चेत बावला अन्त समय पछतावेलाबाल पणा में दडि़या रमतो घणा ओलिम्बा लावे ह
मेरी पहली मुहब्बत का सलाम याद रखना
मेरी पहली मुहब्बत का सलाम याद रखना जहाँ दिल से दिल मिले थे वो मुकाम याद रखना हम फकीरों की झोली में कुछ भी नहीं एक प्यार
चुनर मेरी मैली धोऊ कैसे सजाना
चुनर मेरी मैली धोऊ कैसे सजानामोह माया के दाग लगे धोऊ कैसे सजनाहाथ मेरे दुखते तू धोदे रे सजना . सतगुरु से मैंने रंग मं
जले है दीवा जले है एक दीवा महल में जले है
जले है दीवा जले है एक दीवा महल में जले है,एक दीवा महल में जले जले है ,पांच तत्व का महल बनाया ,जिसमे दीवा जलता है ,दिन मे
माँ का दिल
माँ का दिल जो कभी न दुखाये गा तू ,दो दुआ सब पायेगा तू सांचे में तन के ढाला है तुझको,जन्म दिया हे पाना है तुझको,दुःख जो त
चाहे लाख करो तुम पूजा चाहे तीरथ करो हजार
तर्ज- स्वर्ग से सुन्दर सपनों से प्याराचाहे लाख करो तुम पूजा चाहे तीरथ करो हजार,मात -पिता को ठुकराया है जीवन है बेकार
को माता को पिता हमारे
को माता को पिता हमारे कब जनमत हमको तुम देख्यो,हँसी लगत सुन बैन तुम्हारे कब माखन चोरी कर खायो,कब बांधे महतारी दुहत कौन सी
बाबा मेरा जंडा वालेया
तेरे दर दीये शान निराली बाबा मेरा जंडा वालेया,खाली मुड़िया न कोई भी सवाली, बाबा मेरा जंडा वालेयाबटुक अवतार देख माँ आप हो
हमसे भली जंगल की चिड़ियाँ
हमसे भली जंगल की चिड़ियाँजब बोलें तब रामहि राम ब्रह्म मुहूरत उठ कर पंछीप्रभु का ध्यान लगाते हैं ,चहक चहक मधुमय रामामृतजं
सासों की माला पे सिमरू पी का नाम
सांसो की माला पे सिमरूं मैं पि का नामअपने मन की मैं जानु और पि के मन की रामदीन धरम सब छोड़ के मैं तो पि की धुन में खोयीज
जिन्हो घर झुमते हाथी
जिन्हो घर झुमते हाथी , हजारों लाखों थे साथी उन्हीं को खा गई माटी , तु खुशकर नींद क्यों सोया नकारा कुचका बाजै , कि मारु म
तु दयालु दीन हो
तु दयालु दीन हौ , तु दानि हौ भिखारी,हौ प्रसिद्ध पार्टी , तु पाप पुंज हारी,नाथ तु अनाथ को , अनाथ कौन मोसो मो समान आरत नही
जो मुझमें बोलता है मैं नहीं हूँ
जो मुझमें बोलता है मैं नहीं हूँ मैं नहीं हूँ मैं नहीं हूँये जलवा यार का है मैं नहीं हूँ.जो मुझमें बोलता है मैं नहीं हूँ
हे प्रभु राह दिखाओ
हे प्रभु राह दिखाओ अब तोमंझधार में नईया डूब रहीपतवार बनो भव पार करोहमें राह ना कोई सूझ रहीतुम बिन अब कोई सहारा नहींआता क
मेरे बाबा का दरबार सुहाना लगता है
मेरे बाबे का दरबार सुहाना लगता है llभक्तों का तो दिल दीवाना लगता है llमेरे बाबे का दरबार ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,हमने तो, बड
पिय बिन सूनो छे जी म्हारो देश
पिय बिन सूनो छे जी म्हारो देशएसो है कोई पिय से मिलावैतन मन करुं सब पेशतेरे कारण बनबन डोलुंकरके जोगण वेशपिय बिन सूनो छे ज
क्यो गरब करे
क्यो गरब करे मन मूरख तु,जग छोङ के एक दिन जाना है,करले कुछ सुकृत जीवन मे,ये दुनिया मुसाफिर खाना है,पांच तत्व का बना पींजर
सारी उमर गवां लयी तूं
सारी उमर गवां लयी तूंजिंदड़िये कुछ ना जहान विचो खट्टियाँक्यों करें तू माया माया, माया है दो पल दी छांयाँफँस के एहदे है म
जीवन वग्गदा पानी
वेला हथ ना औना जी ओ बंदेया जीवन वगदा पानी,ओहना नाल ध्या लै तू जिसने विगड़ी बात बनाउनी,जे भवजल लंगना जी जींदडीई जप लै गुर