Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
सीता राम सीता राम सीता राम बोल
सीता राम सीता राम, सीता राम बोल,राधे श्याम राधे श्याम, राधे श्याम बोल llकाहे प्राणी भटक रहा है, जीवन है अनमोल रे,सीता रा
रघुवर चरणों मे दे दो ठिकाना मुझे
रघुवर चरणों में, दे दे ठिकाना मुझे,मैं भटकता हूँ, राह दिखाना मुझे,रघुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे...मैं तो पूजा से, जप
जिन पर कृपा राम करें
राम नाम आधार जिन्हें....राम नाम आधार जिन्हें वो जल में राह बनाते हैंजिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैंजिन पर
जय जय गिरिवर राज किशोरी
जय जय गिरिवर राज किशोरी । जय महेश मुख चन्द चकोरी...-2जय गजबदन षडाननमाता।जगत जननी दामिनी दुति गाता।।देबि पूजि पद कमल तुम्
एक तेरा सुमिरन
एक तेरा सुमिरन बस मेरा काम -2 तेरी शरण में मेरी सुबह शाम.... हे राम... हे राम... जय जय राम। चरणों में तेरे, मेरे सब धाम
पावन प्रभू का नाम लिए जा रहा हूँ
पावन प्रभु का नाम लिए जा रहा हूँ मैं,जीवन उन्ही के नाम किये जा रहा मैं,पावन प्रभु का नाम लिए जा रहा हूँ मैं।।अधमो से अधम
ठुमक ठुमक चले राम लल्ला
ठुमक ठुमक ठुमक ठुमक चलेराम लल्ला पग पैजनिया बाजे रेपग पैजनिया बाजे रेठुमक ठुमक ठुमक ठुमक चलेराम लल्ला पग पैजनिया बाजे रे
आते हैं रघुनंदन
आते हैं रघुनंदन ,सजवादो द्वार-द्वारस्वर्ण कलश रखवादो ,बंधवादों बंधन वार...-2लड़ियों से मढ़ियों से फुलझड़ियों से सजो राम
हे पिंजरे की ये मैना
हे पिंजरे की ये मैना, भजन कर ले राम का,भजन कर ले राम का, भजन कर ले श्याम का॥हे पिंजरे की ये मैना, भजन कर ले राम का....रा
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी
राम को देख कर के जनक नंदिनी,बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी-2राम देखे सिया माँ सिया राम को,चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी
यही वर दो मेरे राम
अर्थ न धर्म न काम रुचि, पद न चहहुं निरवान |जनम जनम रति राम पद, यह वरदान न आन ||रहे जनम जनम तेरा ध्यान, यही वर दो मेरे रा
जय जय राम जय श्री राम
श्री राम, श्री राम, श्री रामजय जय राम जय श्री रामदो अक्षर का प्यारा नामजय जय राम जय श्री रामदो अक्षर का प्यारा नामराम ना
हम राम जी के
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।मेरे नयनो के तारे है।सारे जग के रखवाले है।हम रामजी के...॥ए
जहाँ राम है वहीं जानकी - सिया के राम
दो है काया एक प्राण कीजहाँ राम हैं वहीँ जानकीदो है काया एक प्राण कीजहाँ राम हैं वहीँ जानकीजहाँ राम हैं वहीँ जानकीजहाँ रा
गा गा के सुनाऊं मस्ती में सुनाऊं चर्चे राम नाम के
गा गा के सुनाऊं मस्ती में सुनाऊं।झूम झूम के सुनाऊं सबको चर्चे राम नाम के।चर्चे राम नाम के।।ये दशरथ नंदन है इनका करते वं
झुक जइयो तनक रघुवीर सिया मेरी छोटी है
झुक जइयो तनक रघुवीर सिया मेरी छोटी है,सिया मेरी छोटी लली मेरी छोटी,तुम हो बड़े बलवीर सिया मेरी छोटी हैझुक जइयो तनक रघुवी
पधारों शबरी के मेहमान शबरी के मेहमान पधारो
पधारों शबरी के मेहमान शबरी के मेहमान पधारो,बिना प्रेम दुर्योधन की ग्रह छोड़ चले पकवान,रूखे साग विदुर घर खायो प्रेम सहित
आये है मेरे रघुनाथ सुनी भरत ने जब ये बात
आये है मेरे रघुनाथ सुनी भरत ने जब ये बात,सिया राम लखन के साथ साथ हनुमान भी आये भरत मन में हरषाए राम जब वन से आये संग हनु
प्रीत रंग हल्दी प्रेम से लगायो
प्रीत रंग हल्दी प्रेम से लगायोशगुन शुभ मंगल व्याह गीत गाओ कोमल अंग निखारी हल्दी तन शिंगार सवारी हल्दी कमल तन कोमल कनक बन
कहो जी कैसे तारोगे मेरे राम मेरा अवगुण भरा शरीर
कहो जी कैसे तारोगे मेरे राम, मेरा अवगुण भरा शरीरअवगुण भरा शरीर मेरा, अवगुण भरा शरीरकहो जी कैसे तारोगे मेरे राम, मेरा अवग
राम राम जपले राम ही एक सहाई
राम नाम जपले एक यही संग जाई,राम सुमिरले भाईराम नाम जो मनुआ गाये, जीवन में कोई दुख न आये।जिनके हृदय राम समाया।उनने जग का
आये है मेरे रघुनाथ सुनी भरत ने जब बात
आये है मेरे रघुनाथ आये है मेरे रघुनाथ,सुनी भरत ने जब बात,सिया राम के साथ सिया राम के साथ,साथ हनुमान भी आये भारत मन में ह
राम नाम अति प्यारा
रे भज मन राम नाम अति प्यारा,राम नाम से ही साँसों का गूँज रहा इक तारा,अन्तर मन में जब भी तेरे घोर निराशा छाए, कुछ ना सूझे
झुक जइयो तनक रघुवीर
झुक जइयो तनक रघुवीर,सिया मेरी छोटी है,सिया मेरी छोटी,लली मेरी छोटी,तुम हो बड़े बलवीर,सिया मेरी छोटी है ।झुक जइयो तनक रघु
श्री राम जपते जाना
राम जय जय राम सियाराम जय जय राम,श्री राम जपते जानाश्री रामश्री राम जपते जानाश्री रामअगर चाहो हनुमान को पाना राम नाम को भ
मन का मैल मिटा ले बंदे वरना फिर पश्तायेगा
मन का मैल मिटा ले बंदे वरना फिर पश्तायेगा राम नाम का सुमिरन कर ले जन्म सफल हो जाएगा मन का मैल मिटा ले बंदे वरना फिर पश्त
राजा दशरथ यूँ रो रो के कहने लगे
राम को जब तिलक की तैयारी हुई,फिर तो खुशियाँ अयोध्या में भारी हुई,चंद घड़ियों में बदली ख़ुशी की घड़ी,एक दासी ने कर दी मुस
राम की मर्जी
होई है वही जो राम रचि रखा ,को कर तरक बढ़ावै साखा ,राम की मर्जी के आगे , राम का दम भर के देख ,सब तमाशे कर चुका है , ये तम
राम जी का नाम चाहे सुबहो लो या शाम
राम जी का नाम चाहे सुबहो लो या शाम अब तो उनका मोसम है है राम भक्त साथ छाई खुशियों की सोगात अब तो उनका मोसम है,मिल जाए रघ
लक्ष्मण सा भाई हो
लक्ष्मण सा भाई हो कोशाल्याँ माई हो,स्वामी तुम जैसा मेरा रघुराई हो.नगरी हो अयोय्ध्या सी रघु कुल सा यारना हो,चरण हो राघव क