Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
मेरे रामजी भगवान जी
इस संसार के सब पापी का तुम करदो संघारमेरे रामजी भगवान जी हर पापी की नैया प्रभु जी डूब जाये मजधार मेरे रामजी भगवान जी श्र
वक्त सुंदर सुहाना कमाल आ गया
वक़्त सुंदर सुहाना कमाल आ गया,ब्रह्म बन के श्री दसरथ के लाल आ गया,अब बधावा चहु ओर बजने लगे,बांटने भर के मोती का थाल आ गय
राम नाम तू ले रे बन्दे
राम नाम तू ले रे बंदे जीवन सफल बनेगा तेरा,जीवन सफल बनेगा तेरा राम नाम तू ले रे बंदे जीवन सफल बनेगा तेरा,मॉस मदिरा पी का
सोच विचार में रावण जागे
सोच विचार में रावण जागे, कौन बचा अब मेरे आगे,कल तक जो युद्ध में लंका, कौन बजाए विजय की डंकाराम भी लक्ष्मण के संग जागे, क
वां घर जाइयो ऐ नींद्रा
वां घर जाइयो ऐ नींद्रा ,जा घर राम नाम ना भावे,राम नाम ना भावे जा घर, हरी नाम ना भावे,वां घर जाइयो ऐ नींद्रा ,जा घर राम न
रावण तेरी लंका में आया है
इक बानर बलवान,रावण तेरी लंका में आया हैफल खाए उसने बाग उजाडे,कर दिया उसने बहुत कबाड़ेकर दिया बाग वीरान,बड़ा उत्पात मचाया
कहाँ के पथिक कहाँ कीन्ह है गवनवा
कहाँ के पथिक कहाँ कीन्ह है गवनवा कौन ग्राम के धाम के वासी, के कारण तुम त्यजो है भवनवा कहाँ के पथिक कहाँ कीन्ह है गवनवाउत
सुनो अवध के वासियों सिया के राम
सुनो अवध के वासियोंसुनो अवध के वासियों, मर्यादा का सारपुरूषोत्तम श्री राम की, कही कथा विस्तारसुनो अवध के वासियों, कथा अय
राम सुन लो मेरी बात तुम गौर से
राम सुन लो मेरी बात तुम गौर से,क्यों पराजित हुआ आपसे युद्ध में,जानकी की वजह से ना मैं मर सका,जानकी की तरफ से रहा शुद्ध म
मैं पतित पुरातन तेरी शरण
मैं पतित पुरातन तेरी शरणमैं पतित पुरातन तेरी शरण,निज जान मुझे स्वीकार करो,हूँ कब कब का साथी तेरा,युग युग का हल्का भार कर
तेरी मर्जी का मैं हूं गुलाम मेरे अलबेले राम
तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम,अलबेले राम मेरे मतवाले श्याम,जो भी करले हम है तुम पार न्योचछवरदौलत मेरी त
जानकी नाथ सहाय करे तब काह बिगार करे नर तेरो
जानकी नाथ सहाय करेंजानकी नाथ सहाय करें जब कौन बिगाड़ करे नर तेरो,सुरज मंगल सोम भृगु सुत बुध और गुरु वरदायक तेरो,राहु केत
श्री रामचंद्र जी की मिथिला बरात भाई
श्री रामचंद्र जी की मिथिला बरात आईघर-घर बजी बधाई घर-घर खुशी मनाई,अपनी अटारिया पर भामिन झरोखे ठाड़ीकह रही सखी सिया से देख
बोल पिंजरे का तोता राम
बोल पिंजरे का तोता राम,हरे राम राधेश्याम सियाराम रे,बोल पिंजरे का तोता राम,हरे राम राधेश्याम सियाराम रे,प्रभु की भक्ति स
कैसे बैठा रे आलस में मुख्य से राम कह्यो न जाये
कैसे बैठा रे आलस में मुख्य से राम कह्यो न जाये,भौर भये मल मल मुख धोयेदिन चढ़ते ही उदर टटोयेबातन बातन सब दिन खायोसाँझ भई
सभी भक्त करते इन्तजार आओ न
सभी भक्त करते इन्तजार आओ न ,आओ आओ मेरे राम अब की बार आओ न,भक्त सब करे गुणगान आओ न आओ आओ मेरे राम अब की बार आओ न,भज रहे ह
चल हो जा फकीर छोड़ दे दुनिया वाली मौज नू
चल हो जा फकीर छोड़ दे दुनिया वाली मोज नूदुनिया वाली मोजनू मोह माया दे लोभ नूचल हो जा फकीर....तेरे प्यारयां ने देखदेया र
जगमग हुई अयोध्या नगरी
रतन सिंहासन राम विराजें,आई घड़ी महानधूमधाम से अवधपुरी में हो मंदिर निर्माण ,अँखियाँ तरस गई सदियों से ,झूमे सकल जहानजगमग
बोल रे सुबह सुबह मीठी मीठी वाणी
बोल रे सुबह सुबह मीठी मीठी वाणीलेले रे मुख से नाम राम का प्राणीदो आखर का नाम यह कहते सुनते सुहायजिव्हा जब राम कहे दे कान
राम दीवाना हनुमान
पग में घुंगरू बाँध देखो रे देखो नाचे रे हनुमान लेते रे राम का नाम देखो रे देखो नाचे रे हनुमान मस्ती नाम की ऐसी छाई सुध ब
मन में राम
मन में जिसके राम रमा गयापरमधाम परम सुख वो पा गयाजो श्री राम चरणों में समा गयामन में जिनके राम रमा गयाकाहें सुख के पीछे फ
श्री रामचंद्र भगवान की है आरती
श्री रामचंद्र भगवान की है आरती,भक्तों को भव सिंधु से है तारती, यह पुरुष श्रेष्ठ यह शक्ति श्रेष्ठ पुरुषोत्तम यह कहलाताहै
राम को मांग ले मेरे प्यारे
राम को मांग ले मेरे प्यारेउम्र भर को सहारा मिलेगासिर्फ इनकी शरण ही मेंजिंदगी भर गुजारा मिलेगाराम को मांग ले मेरे प्यारेक
राम राम बोल बंदे
( राम राम जो करे, राम से मिल जाता lराम ही सबका पालणहारी, राम ही सब के दाता ll )राम राम बोल बंदे, वेला मुड़ नहीं आना lबीत
राम राम बोल वेला
राम राम बोल वेला होया सत्संग दा,प्रेम वाली गली विचो कोई कोई लंग्दा,भागा वाला लंगदा नसीबा वाला लंगदा,मेरे जेहा पापी ओथे ल
जप राम राम बिना कोई न अपना
जप राम राम बिना कोई न अपना ओ सुन मेरिये जिन्दे राम बना लै अपना जप राम राम बिना कोई न अपना किथे गए तेरे धिया पुत्र जिहना
आज अयोध्या की गलियों
आज अयोध्या की गलियों में घूमे जोगी मतवाला,अलख निरजंन खड़ा पुकारे देलूँगा दशरथ लाला,शैली श्रृंगी लिये हाथ में और डमरू त्र
बुलावो आग्यो राम को
बुलावो आग्यो राम को संतों सुरगा सूं आग्यो रे सन्देश एक मिनट प्रभु म्हाने ड्यो तो करा बेटा सँ बात डिबला माहि गहना राख्या
रघुनाथ जी हो जिसकी बिगड़ी बनाने वाले
रघुनाथ जी हो जिसकी बिगड़ी बनाने वाले,फिर क्या बिगाड़ सकते उसका ज़माने वाले,कैसा भी वक़्त आये परवाह क्यों करेगा हमरखवाले
परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन
परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन,कृपा के बिना काम चलता नहीं है,निराशा निशा नष्ट होती ना तब तक,दया भानु जब तक निकलता नहीं ह