
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
ज्यों तिल में तेल है,और ज्योँ चकमक में आग,तेरा साईं तुझ मायने,भाई जाग सके तो जाग।मनवा पतडो दूर है,आडी पड़ी है रात,क्या ज
प्रभु रामचंद्र के दूता हनुमंता आंजनेया हे पवनपुत्र हनुमंता बलभीमा आंजनेयाबलभीमा आंजनेया बलभीमा आंजनेया प्रभु रामचंद्र के
अयोध्यावासी राम दशरथ नंदन रामजानकी जीवन राम श्री राम राम, जय रामअयोध्यावासी राम दशरथ नंदन रामजानकी जीवन राम श्री राम राम
वही राम एक रमा हुआ है, रमा हुआ तन मन में मैं तो, राजी हूं राम भजन मेंचंदा से चकोर है राजी, मोर पपैया बन मे रामा ,भं
भजले मनवा सिया राम राम सारा दुखवा जिन्दगीया से कट जाए रे,राम नामवा में बांटे रे अमृत के यामकिरपा होई बेडा पार लग जाए रे,
माता सीता केहन्दी हनुमान नू,मेरा देयो संदेसा श्री राम नू,अग्नि बिरहा दी सही ना जावे,दासी राम ही राम पुकारे,जल्दी आओ कहना
चिंता करे बलाये हमारी बस माया जंजाल की,बलिहारी बलिहारी बोलो दशरथ नंदन लाल की,चिंता करे बलाये हमारी बस माया जंजाल कीजिस म
बात छोटी है सर को हिला दीजियेपाँव अपना प्रभुजी धुला लीजियेहम है अनपढ़ कोई भूल हो ही गयीआप मालिक है सब कुछ भुला दीजियेबात
हर भगत को हम को जगाना है राजा राम की धुन पे नचाना है राम जन्म की वेला है आई घर घर में होगा उजियार नारे लगाओ राजा राम राम
भगवान भला करना सबका मेरे राम भला करना सब का मोह लोभ में लोग फसे है दुख राहे पे तिनका तिनका भगवान भला करना सबका .........
आरती श्री जनक दुलारी की ।सीता जी रघुवर प्यारी की ॥जगत जननी जग की विस्तारिणी,नित्य सत्य साकेत विहारिणी,परम दयामयी दिनोधार
मेरे राम इतनी किरपा करना बीते जीवन तेरे चरणों में मेरे राम मेरे घर आ जाना शबरी के बेर तुम खा जाना मुझे दर्शन अपने भी दिख
जननी मैं न जीऊँ बिन राम,राम लखन सिया वन को सिधाये गमन,पिता राउ गये सुर धाम,जननी मैं न जीऊँ बिन राम।कुटिल कुबुद्धि कैकेय
वन को चले दोनों भाई अवध से, अरे वाको को रोको री कोई.आगे आगे राम चलत हैं पीछे लक्ष्मण भाईपीछे चलत है जानकी मैया शोभा वर्ण
राम चंद्र रघुवीरा राम चंद्र रनधीराराम चंद्र रघुवीरा राम चंद्र रनधीरा।।राम सिया राम जय जय राम सिया रामराम सिया राम जय जय
जीवन गवाने वाले जीवन क्यों व्यर्थ गवाए प्रभु की शरण में क्यों ना आये,काहे लुटाये तू समय अन्मुला दोलत की मोह माया में मन
बिना चरणों के धोये , कैसे उतारू गंगा पारकैसे गंगा पार , उतारू कैसे गंगा पारबिना चरणों के धोये , कैसे उतारू गंगा पार…….आप
अयोध्या के राजा तुम सारे जगत के विधातातुजसे है सबका नाता तू ही है भाग्य विधातातुम ही पालनहार तुम हो स्वामी हमारेभक्तो को
कपि ने जपी माला सदा ही राम नाम की लगी लगन हमेशा ही उनको राम नाम की कपि ने जपी माला सदा ही राम नाम की राम नाम के परताप ब
भर लायी गगरिया राम रस की,राम रस की रे हरि के रस कीभर लायी गगरिया राम रस की,राम रस की रे हरि के रस की।।ब्रह्मा ने पी ली व
हमे निज धर्म पर चलना सिखाती रोज रामायण सदा शुभ आचरण करना सिखाती रोज रामायणजिन्हे संसार सागर से उतरकर पार जाना है , उन्हे
चली राम नाम की गाड़ी , चली राम नाम की गाड़ीचार ड्राइवर एक सवारी पैदल दुनिया सारीनेकी बदी की करली खरीदी बचा न दमड़ी ढेलार
राम नाम अनमोल है प्यारे सुबह शाम तुम लिया करो जो कोई आये द्वार तुम्हारे उसकी सेवा किया करो राम नाम अनमोल है प्यारे सुबह
जहाँ भजहीं मन, वहीं मिले श्रीप्रभु रघुनायक, भक्त हितैसी,प्रभु श्री राम, बसहीं कण-कण में,दर्शन पाई वो, क्षण-प्रतिक्षण में
जपले राम नाम राम जी तेरे आयेगे काम सब सुख के है साथी दुनिया दुःख में न है आती बस राम का नाम तेरी विपदा का साथी जपले राम
पग पग पे दीं दुखियो के पालक है राम जी क्या दुख जो अपनी नाव के चालक है राम जी पग पग पे दीं दुखियो के पालक है राम जी हो जा
हे राम मेरे प्यारे राम .....मेरे प्यारे राम ....... सिया के राम मुझे तेरा सहारा श्री राम अयोध्या वाले तेरा सहारा श्री रा
बाजे अयोध्या में बधाई देखो जी देखो जन्मे प्रभु राम भाग जागे रे अवध के रे छाई देखो मुखड़े पे सबके मुस्कान खुशियों की बेला
सब से बड़ी सरकार तेरी सब से बड़ी सरकार तेरा अयोध्या है दरबार प्रभु तेरी हो रही जय जय कार हमने तो लिख दिया है अपना जीवन र
राम को देख कर के जनक नंदनी भाग में वो खड़ी की खड़ी रेह गई राम देखे सिया को सिया राम को चारो अंखिया लडी की लडी रेह गई राम