
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
सेवा पूजा कर नहीं पाया, हुं किस्मत का मैं मारा,तेरे भक्तों के घर मे दादा मुझे देना जनम दोबारा..मात-पिता मुझे ऐसे देना, ज
तु मुझे देखे करुणा से, मैं तुझे देखु आशा से,मुख से कुछ ना बोलु मैं, बोलु मन की भाषा से..दिल में तेरे प्यार हैं, तु भक्तो
तर्ज - मेरे मन मे पारस नाथ....नाकोड़ा के भैरव नाथ रहते भक्तो के साथजिसने प्रेम से लिया भैरव नाम रेउसके बन जाये हर का
तर्ज- आदमी मुसाफिर है नाकोड़ा के मंदिर में ,भक्त जो भी आता है भेरूजी से रिश्ता वो , पल में जोड़ जाता हैधाम नाकोड़ा का जग
तर्ज- सूरज कब दूर गगन से ...है अजित नाथ प्रभु प्यारे , हम भक्तो के सहारेधरती अम्बर में गूंजे , प्रभु जयकारे ये तुम्हारे
आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणाभगत है आया बुलाने गुरूजीआओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणामेरे गुरुवर थे आ जाओ आया हु पड़गाहन को
दोहाआव्यो छुं प्रभु तारे द्वारे , दर्शन दो मुक्ति दो आ सँसार नी माया मांथी ,मुक्ति दो दर्शन दो तारा शरणे आव्यो छुं ,
प्रभु तेरी शोभा नजर आये झील मिलाये,तो जिन्दगी हो जाए सफल,प्रभु तू मिले अगर स्मित बहाए कुछ सुनाये,तो बन्दगी हो जाए सफल,छत
जय हो जय हो आदिनाथ जिनेंद्रदेव आदिनाथप्रथम तीर्थेश आदिनाथ देवाधिदेव आदिनाथतेरी भक्ति के बिना जिनेंद्र देव आदिनाथहो न पाए
जहाँ ले चलोगे वहीं मैं चलूँगा,जहां आप रख लोगे, वहीं मैं रहूँगा,यह जीवन समर्पित चरण में तुम्हारे,तुम्ही मेरे सर्वस तुम्ही
इस जैन धरम में जिनागम और संतो का समागमहमे पल-पल पल-पल धर्म की याद दिलावे है,हम भटके ना जीवन मे, मार्ग दिखावे हैइस जैन धर
दादा का, दरबार सुहाना, लगता है ll,भक्तों का तो, दिल दीवाना, लगता है llपल भर में, मन को, लुभाती है मूर्त ll,करुणा का, भंड
भक्ति में शबरी ने श्रीराम को पाया थाभक्ति में प्रहलाद ने श्री कृष्ण को पाया थाकौन सी ऐसी भक्ति करु मैं मेरे घर गुरु आए म
कुंदन पुर के बड़े बाबा की बड़ी निराली शान है,याहा विराजे आदि प्रभु की परतीबा बड़ी विशाल है,वाह वाह क्या बात है बाबा जब स
जय हो जय हो आदिनाथजिनेंद्रदेव आदिनाथप्रथम तीर्थेश आदिनाथदेवाधिदेव आदिनाथतेरी भक्ति के बिनाजिनेंद्र देव आदिनाथहो न पाए सा
पार्श्वनाथ प्रभु मेरे पार्श्वनाथ प्रभुपार्श्वनाथ प्रभु मेरे पार्श्वनाथ प्रभुमिले हो मुझे प्रभु, बड़े नसीबो सेहै पाया मैं
मेरे गुरुवर जहाँ आ जायेवहाँ लग जाता भक्तों का तांतामेरे गुरुवर जहाँ आ जायेवहा खुशियों का मौसम है आतागुरु दर्शन की आस मन
मेरी भक्ति तू मेरी शक्ति तूमें कुछ भी नही प्रभु सब कुछ तूमेरे प्रभु है जिनवर है जिनवर तेरी जय जय जय जय हो..........पूजा
अहिँसा परमोधर्म: अहिँसा परमोधर्म:अहिँसा परमोधर्म: अहिँसा परमोधर्म:इस जैन धरम में जिनागमऔर संतो का समागमहमे पल-पल पल-पल ध
महावीरजी का दर है सुहानाओ भक्तो बार बार चले आनाके करने से जिनवर भक्तिमिलती है अद्धभुत शक्तिजो भी महावीरा के दर पे आ जाता
मंदिर में आ पुण्य कमाजीवन को अपने सफल बनाजीवन में तेरे न होगा तनावमंदिर में आ, अर्घ चढ़ाकर ले भजन और अभिषेकपुण्यो से मिल
हुई मुझसे प्रभु भूल,हर भूल को करो क्षमा,करो क्षमा - करो क्षमा,है मेरे प्रभु, है मेरे जिनदेव ,हर भूल को करो क्षमा,करो क्ष
हे जिनवाणी माता,समय दर्शन ज्ञान चारित्र तू ही सुख दाता,हे जिनवाणी मातासुर नर मुनि ग्यानी तुझको है ध्याते,सुख शान्ति ज्ञा
गूंज उठे जैकारे राजा नाभि राये के द्वारे,धरती पर भगवन पधारे आधी कुमार की जय,मरुदेवी के अंगना आयो छोटो सो इक ललना धीरे धी
महावीर जी अब तो लो तुम ख़बर मेरी, लो ख़बर मेरी लो ख़बर मेरी-३महावीर जी अब तो लो तुम ख़बर मेरी,मोह माया में फंसा हूँ , वै
तेरे भक्त हज़ारो लाखो ए मेरे भेरू बाबा,मुझको भी अपना बनालो,ए मेरे भेरू बाबा,तेरे भक्त हज़ारो लाखो ए मेरे भेरू बाबा,किस्म
जो स्वर्ग देखना चाहते है,वो कम्पिल जी आ जाते है,जिन प्रभु की नगरी कम्पिल जी,जिन प्रभु यहाँ मिल जाते है,यहाँ प्रभु विराजे
मेरे प्यारे गुरुवार, तेरी मुझपे नज़र ॥ख्वाब देखा जो पूरा मेरा होगया ॥मेरे प्यारे गुरुवार, तेरी मुझपे नज़र ॥ख्वाब देखा जो
एह भगवन तेरे भक्त हम सवारों हमारे कर्म,हम शरण में रहे चरणों में रहे प्रभु किरपा करो हर दम,एह भगवन तेरे भक्त हम,ये तन है
अहो राम गुरुवर चरण में तुम्हारे, स्वीकारो स्वीकारो ये वंदन हमारेअहो राम गुरुवर चरण में तुम्हारे, स्वीकारो स्वीकारो ये वं