Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
मैं गुड़ियाँ तेरे आंगन की
मैं गुड़ियाँ तेरे आंगन की,जाऊगी बैठ के डोली साजन की,मैं गुड़ियाँ तेरे आंगन की,मैं तेरी द्रोपती तू मेरा कन्हियाँ,बहना को
हमारा प्रणाम है
हमारा प्रणाम है , हमारा प्रणाम है ।राम जिनका नाम है अयोध्या जिनका धाम है ।ऐसे धनुर्धारी को हमारा प्रणाम है ।कृष्ण जिनक
भरी उनकी आँखों में है कितनी करुणा
भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणाजाकर सुदामा भिखारी से पूछोहै करामात क्या उनके चरणों की रजजाकर के गौतम की नारी से पूछोक
नर चेत गुमानी माया ना साथ चले
नर चेत गुमानी माया ना साथ चले,माया ना साथ चले,नर चेत गुमानी माया ना साथ चले ,दस से सोला गए खेल में ,बीस गए तेरे मन के मै
इक बार चले आओ फिर आके चले जाना
एक बार चले आओ फिर आके चले जानाजाने नहीं दूंगा मैं जरा जाकर तो दिखलाना एक बार चले आओ.....युग युग से प्यासी है दर्शन को मे
सत्संगत में रोज ही जाना रहना
सत्संगत में रोज ही जाना रहना अपनी धुन में,साधु भाई गांजा पियो गुरु संग में,चित चेतन की चिलम बनाले ले धोवो गंगाजल में,ज्ञ
बेटी को ठुकराने वालो
बेटी को ठुकराने वालो,सुनलो तुम्हे सुनाता हु,इक बेटी की जीवन गाथा आज तुम्हे बतलाता हु,बेटी का नसीब तो देखो इस धरती पर आई
आओ आओ सब मिल इक हो जाओं
आओ आओ सब मिल इक हो जाओं,भेद भाव और उच नीच को आओ जड़ से मिटाये,इक ईश्वर सब को बनाता सब में वो ही समाये,कितना सरल ये भेद ह
देखो तो सब चोर जगत में
देखो तो सब चोर जगत मेंराज्य के चोर हैं राजा रानी शहर चोर व्यापारी,पांच चोर सब के उर माही कौन पुरुष कौन नारी,ब्रह्मा चोर
मन मेरिया तू निवा होके जीवी
मन मेरिया तू निवा होके जीवी कदे भी हंकार ना करि,सोच ऊंची ते नजर रख निवि कदे भी हंकार न करि,नीवे पेड़ ही फल दे फूलदे कहन्
पवित्र मन रखो पवित्र तन रखो
पवित्र मन रखो पवित्र तन रखो,पवित्रता मनुष्यता की शान है,जो मन कर्म वचन से पवित्र है,वो चरित्र बाण नहीं यहाँ महान है,बड़
में दास मन का
मैं दास मन का, हूँ मन का पुजारी ।मेंरा जन्म लेना विफल हो गया ॥हुआ भाव करलूं, तपस्या कभी जो ॥करूँ दूर मुझमे, बुराई भरी जो
क्या लेके आया बंदे
क्या लेके आया बन्दे, क्या लेके जायेगा,दो दिन की जिन्दगी है, दो दिन का मेला॥ईस जगत सराऐ में, मुसाफीर रहना दो दिन का,क्यों
जिन्हे कोख में मारते हो
जिन्हे कोख में मारते हो वो ही बेटियां देवियां है,है सीता कोई तो कोई राधा,है लक्ष्मी कोई शरधा है,जिन्हे कोख में मारते हो,
सारे जहाँ के मालिक तेरा ही आसरा है
सारे जहाँ के मालिक तेरा ही आसरा है,राजी हैं हम उसी में जिस में तेरी रजा है,सारे जहाँ के मालिक तेरा ही आसरा है,हम क्या बत
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी,
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी,देख तमाशा लकड़ी का, क्या जीवन क्या मरण कबीरा,खेल रचाया लकड़ी का,जिसमे तेरा जनम हुआ, वो पलंग
कर चेत मेरी मइया क्यों देर लगावे है
कर चेत मेरी मइया क्यों देर लगावे है,कद को थारे द्वार खड़े इब क्यों तरसावे है,तू गांव थांदड़ में जा कर के विराजी है,मन मे
दास खड़ा सब द्वार पे
दास खड़ा सब द्वार पे, बोले निज की बात।चरण कमल को आसरों, थे दीजो मेरी मात।।तिरुमलगिरी के माय ने, बन्यो आपको धाम।आदि शक्ति
आरती नागोवाली माँ की
ॐ जय नागोवाली,मैया जय नागोवाली॥जो भी दर पे आये, जाए ना खाली॥ॐ जय नागोवाली॥तिरुमलगिरी मैं बन्यो देवरों,शोभा अति प्यारी,हो
सच्चे मन से पूर्वजो पे शरधा
सच्चे मन से पूर्वजो पे शरधा दिखाइए,अपने पितरो का पावन वरदान पाइये,पितर खुश होंगे तो दुःख मिट जायेगे,बिन मांगे ही जग में
जिंदल कुल की महारानी
जिंदल कुल की महारानी लजवाना की सेठानी,सारी दुनिया में डंका भाजे तेरी जय हो माँ कल्याणी,भक्तो का कल्याण कर रही तू कल्याणी
ताती वाओ ना लगई
ताती वाओ ना लगई पार बह्म शरणाई,चौ गिर्द हमारे राम का दुख लगे ना भाई,सतगुरु पूरा पेटेया, जिन बढत बड़ाई,राम नाम औ-खद दिया,
साई जी बनालो मैनु चरना दा दास जी
आ गया मैं डेरे साई जी मैं तेरे,दोवे हाथ जोड़ एहो लाइ बैठा आस जी,साई जी बनालो मैनु चरना दा दास जी दुरो दुरो चल के संगत दर
इस संसार में तू अकेला आया है
इस संसार में तू अकेला आया है अकेला जाएगा,ये बोझ तेरा अपना तुझे ही उठाना है दूजा न उठाएगा,माँ की ममता है बच्चे को दूध पिल
नैनो से छलके प्यार ओ
नैनो से छलके प्यार ओ बाबा नैनो से छलके प्यार,पाए है सुख संसार ओ बाबा पाए है,निर्मल निर्मल किरणे आती,भाल पे है सोभाग्ये स
आरती श्री विश्वकर्माजी की
ॐ जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मासकल सृष्टी मे विधि को श्रुति उपदेश दिया,जीव मात्र का जग मे ज्ञान विकास कि
भगवान तेरी दया से मिला है ये नव जीवन
भगवान तेरी दया से मिला है ये नव जीवन,कुछ नहीं है पास मेरे मैं करू जो तुम को अर्पण,भगवान तेरी दया से मिला है ये नव जीवन,ज
मैं चमकता हुआ सितारा हूँ
मैं चमकता हुआ सितारा हूँ,तन से न्यारा मैं प्रभु का प्यारा हु,मैं चमकता हुआ सितारा हूँ,गगन से धरती पर उतरा,रूप और रंग है
ज़िंदगी छोटी मिली है खुश रहो हर हाल में
ज़िंदगी छोटी मिली है खुश रहो हर हाल में,खुश रहो हर हाल में तुम खुश रहो हर हाल में,ज़िंदगी छोटी मिली है खुश रहो हर हाल मे
गीता रामायण हम गायेगे
गीता रामायण हम गायेगे,तभी हम श्रेष्ठ जीवन बनायेगे ,आदर्श मर्यादित जीवन पायेगे,ओर संस्कारित जीवन अपनायेगे,गीता रामायण....