Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
करे सुमरण हम मैया का
करे सुमरण हम मैया का,सभी अंधकार हरती हे,सहारा ले लो मैया का,सभी दुख दूर करती हे,करे सुमरण हम मैया का.....तू ही मेरा प्रा
गोगा जी का धाम बड़ा प्यारा
गोगा जी का धाम बड़ा प्यारा मिल गया सहारा आके यहाँ रे,बाबा से मिले है सहारा अज़ब है नजारा देखा यहाँ रे,गोगा जी का धाम बड़
तुम्हारी मोहब्बत की रोशनी से
तुम्हारी मोहब्बत की रोशनी से हुए उजाले ओ बाबा ऐसे,आई बहारे जीवन में मेरे है प्यारे हम भी तो तेरे जैसे,तुम्हारी मोहब्बत क
आवाज़ की दुनिये से चले दूर कही दूर चले
आवाज़ की दुनिये से चले दूर कही दूर चले,चाँद सितारों से दूर बड़े दूर चले,आवाज़ की दुनिये से चले दूर कही दूर चले,याहा देह
प्यार की राह में
प्यार की राह में चलना सीख,इश्क़ की आग में जलना सीखमैं तुझसे दिल की बात कह तो दूँ,तू भी पर दिल की बात करना सीखप्यार की रा
सारी उम्र तुम्हारी कमी
सारी उम्र तुम्हारी कमी खले गी माँ,जब दूंगा आवाज तू संग चले गी माँ,मेरी माँ मेरी माँ तेरे जैसा दूजा और कहा,ममता की छाओ मे
हांरे मारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा ,
हांरे मारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा,वा पैलां री बात नहीं,गौ माता की हाल बिगड़ गई, जीवती री खाल उदड़ गयी,सावन सुखों सुखों जाव
जो मुझे प्रभु से मिला दे वो गीत गाना चाहता हूँ
जो मुझे प्रभु से मिला दे वह गीत गाना चाहता हूं,रास्ते सबने बताए पर साथ कोई दे न पाया ,कौन देगा साथ जबकि साथ दे न अपना सा
हांरे म्हारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा
हांरे मारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा , वा पैलां री बात नहीं,गौ माता की हाल बिगड़ गई, जीवती री खाल उदड़ गयी,सावन सुखों सुखों ज
जयकारों रामापीर रो
पीरां को है पीर माता , मैणादे को लाल जी,भक्त उबारन लीन्हो बाबो , कलयुग में अवतार जी,जय जय बोलो जी , जयकारों रामापीर रो,र
ये भाई और बहन का पावन प्यार है राखी
समजो न कलाई का ही शृंगार है राखी,ये भाई और बहन का पावन प्यार है राखी,राखी का दिन जब आये परिवार निकट आ जाये,जब बहने बांधे
सत की बांधी मिले लक्ष्मी
सत की बांदी मिलै लक्ष्मी मतना छोड़ा सत नै,इन्सानां पै करा दिये भाई के-के काम बख्त नै,एक बख्त म्हं राज मिल्या सुणो हरिशचन
बीर बानिया पुलिस ड्राइवर
बीर बानिया पुलिस ड्राइवर नहीं किसे के प्यारे,भीतरले का भेद नहीं दे मिठे बोलैं सारे,इन बीरां के कारण लोगो आग लंक म्हं लाग
पृथ्वी कहण लगी ब्रह्मा से
पृथ्वी कहण लगी ब्रह्मा से, लाज बचा द्यों नें मेरी,उग्रसैन का कंस अधर्मी जिन्हें ऋषियों पे विपता गेरी ॥यज्ञ-हवन तप-दान रह
संदेसा आ गया यम
संदेसा आ गया यम का चलन की कर तयारी है,बाल सिर के हुए धोले सफेदी आँख पर छाई,कान से हो गया बेहरा दांत हिलना भी जारी है,संद
भाई की आब शिखर में होतो
खरे आदमी मुहे पै कैह दें टल्या नहीं करते,भई की अब खर मैं हो तै जल्या नहीं करते,ईज्जत मान पुत्र धन मिलता कर्मां के बांटे
द्रौपदी बात कहे मत बोदी
घरां बिराणै लड़न लागगी तनै कती करी ना सोधी,कर कै नेत्र लाल द्रौपदी बात कहे मत बोदी,आज पति नै शाल बतावै तनै कती शर्म ना आ
घर में राज लुगाई का
मां का राज ना बाप की चौधर प्यार रहा ना भाई का,होगे मर्द गुलाम बीर के घर मैं राज लुगाई का,मां का राज बहूं नै ले लिया चार्
सोच समझ के चाल
सोच समझ कै चाल गलती मैं बणी सो बणी,चोरी जारी और बदमाशी की कहीं नहीं टकसाल,बिना पढ़ाया आपै पढ़गा ऐसे कर्म चण्डाल,बदी की प
पांचो इन्द्रि बस म्ह.करके
मन का मणियां सांस की डोर चुपचाप रटन की माला,पांचों इन्द्री बस म्हं करके बणज्या रहने वाला,एक जीभ इन्द्री प्यारी हो सै मिठ
खोले नही किवाड़ देख राहा
मनै गिण कै दे लिए बोल तीन सौ साठ चौबारे आळी,तनै खोले नहीं किवाड़ देख रहा बाट चौबारे आळी,तेरे तैं सै काम जरूरी तूं कती गो
धरती पे बैकुण्ठ जहाँ पावन झुंझुनू धाम
धरती पे बैकुण्ठ जहाँ पावन झुंझुनू धाम,पंच देव मंदिर में विराजे बाबा गंगा धाम,धरती पे बैकुण्ठ ....जैसे श्री राम के सेवक ब
मत कर मेरा मेरा
चेत सके तो चेत बावला , कर ले भजन में हेरा है,इस दुनिया में नहीं कोई तेरा , मत कर मेरा मेरा है,भूल भरम में फस गयो भान्दू
चार चीज़ जब उलटी चल जाएं
चार चीज़ जब उलटी चल जाएं राजा, योगी,अग्नि ,जल,बुद्धि पे परदा पड़ जाये मन कहता है जल्दी चल,धृतराष्ट्र का दुर्योधन जो कौरव
खड़ा निज नाथ सेवा में
खड़ा निज नाथ सेवा में बता दो क्या चढ़ा दू में,बता दो क्या चढ़ा दू में बता दो क्या चढ़ा दू में ,अगर में जल चढ़ा ता हु तो
झोली तो भर गई है नियत भरी नहीं है
झोली तो भर गई है नियत भरी नहीं है,बेसबर बंदे तेरी कश न मिटि नहीं है,झोली तो भर गई है नियत भरी नहीं हैजो मिल गया है उसपर
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाये हम,विद्या का वरधान तुमि से
माला फेरो नी राजी राजी मारा भुड़ा माजी
माला फेरो ने राजी राजी मारा भुड़ा माजी ,रोटी खावे तो मुखड़ो जी दुखे,हलवो खावे तो घणा राजी,मारा भूड़ा माजी.. मन
मरुधर में ज्योत जगाय गयो
मरुधर में ज्योत जगाय गयो, बाबो धोली ध्वजा फहराय गयो,म्हारो साँवरियो बनवारी, बण्यो पचरंग पेचाधारी,भक्ता रे कारण, अजमल घर
लग गयी फकीरा नाल
लगी ना गरीबा नाल लगी ना अमीरा नाल,ऐसी लगी माँ मेरी लग गई फकीरा नाल,ऐसी लगी माँ मेरी लग गई फकीरा नाल,ऐसी लगी माँ मेरी लग