Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
प्रभु तेरे चरणों का वंदन
प्रभु तेरे चरणों का वंदन,करें नित आनंद मगन होकर,ऐसी कृपा प्रभु बरसाना,तेरा करते रहें सुमिरन,माया मोह की गठरी प्रभु जी,तु
छोडकर जाना होगा
नफरत ना कर इंसान,यहां तूं दो दिन का मेहमान,छोडकर जाना होगा,फिर नहीं आना होगा..यश का तेरे गान भी होगा,सत्कर्मों का बखान भ
जग प्रेम बड़ा बलधारी
जग में प्रेम बड़ा बलधारी ।जो कोई जन प्रेम से पुकारे, आ जावे गिरधारी॥नरसी मेहता ने सतगुरु मिलिया, माया लुटा दी सारी।राधा-
करनी करे तू काली पापो से न डरे
करनी करे तू काली पापो से न डरे,खुद पाप पूंजे है तो भगवान क्या करे,भगवान क्या करे भगवान क्या करे,उसने तुझे बनाया शुभ कर्म
पड़या करो पड़या करो बार बार बानी पड़या करो
पड़या करो पड़या करो बार बार बानी पड़या करो,सुनिया करो सुनिया करो बार बार बानी सुनिया करो,ऐ बानी है धुर की बानी,ऐ बन्देया
बेटा कहता बाप से तेरी क्या औकात
नई सदी से मिल रही यह कैसी सौगात lबेटा कहता बाप से तेरी क्या औकात ॥पानी आंखो का मरा मरी शर्मा और लाज ।कहे बहू और सास से घ
क्या जरूरत उसे पूजा और पाठ की
क्या जरूरत उसे पूजा और पाठ की,सेवा करता है जो अपने माँ बाप की,उसको ईश्वर की किरपा मिलती सदा,जो बना हर ख़ुशी अपने माँ बाप
लेते हैं विदा हम आपसे गलती क्षमा करना
लेते हैं विदा हम आपसे गलती क्षमा करना,लेते हैं विदा हम आपसे श्री श्याम भजन गा कर गलती क्षमा करना,माताओं बहनों को प्रणाम
माजीसा बेगा म्हारे आइजो
माजीसा बेगा म्हारे आइजो,थारे भक्ता ने,दर्श दिखाइजो म्हारी भटियाणी माँ,माजीसा जसोलगढ़ में बिराजो,थारे जगमग3 …जोता जागे म्
अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा
अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा।ये काया का घर खाली करना पड़ेगा ॥किराये के क्वाटर को तू क्या सम्भाले,क्वाटर का मालिक जब तुझक
एक है जग का बाज़ीगर
एक है जग का बाजीगर,ये राज़ सभी ने जाना है ॥किस देश का रहने वाला है,कोई वेश नही पहचाना है॥वो रास रंग को क्या जाने,वो खुद
बेटे का सम्मान है जग में बेटी का कोई मान नहीं
बेटे का सम्मान है जग में बेटी का कोई मान नहीं, दुनिया वालो मुझको बता दो बेटी क्या संतान नही,बेटा क्या यहाँ लेकर आया बेटी
जो मात पिता को न पूजे
जो मात पिता को न पूजे, उसका जीवन बेकार है,मात पिता से बढ़कर जग में, कोई तीरथ न धाम है,जिस माँ ने तुझे जीवन देकर, इस जग
संतों गगन मंडल करो वासा
संतों गगन मंडल करो वासा ,यहाँ देखो अज़ब तमाशा,घर मेरो गगन सुरति मेरो चोखा,चेतन चवर धुलावे,इंग्ला पिंगला शुश मन नाली अनहद
पानी में मीन प्यासी
मोहे सुन सुन आवे हासी पानी में मीन प्यासी,आतम ज्ञान बिना नर भटके कोई मथुरा कोई काशी,मिरगा न भी वसे कस्तूरी बन बन फिरत उद
मूर्ख बन्दे क्या है रे जग में तेरा
मूर्ख बन्दे क्या है रे जग में तेरा,ये तो सब झूठा सपना है कुछ तेरा न मेरा,मूर्ख बन्दे क्या है रे जग मै तेराकितनी भी माया
नर कपट खटाई त्याग
नर कपट खटाई त्याग करा कर काम भलाई के,तेरा होजा गा कल्याण भजन कर ले रघुराई के,भले करम कर्म की राही भाई सबसे सच्चा प्यारा
धुणो तप राम को होव
धुणो तप राम को होव कोई बड़ भागीजां न साचा सतगुरु मिलया बांकी सुरता जागीइस धूणे पर मीरां तप गयी तप गया सजन कसाईसुआ पढ़ावत
मेरे पापा जैसा कोई नहीं
चाहे वो इंसान हैं पर मेरे लिए भगवान् हैं,बिन मांगें सब कुछ देते बदले में कुछ ना लेते,क्या कहना उनके बारे है,मेरे पापा जै
मेरो छोटो सो लंगुरियां
मैं तो रोवे दूध पिलाये दूंगी मेरो छोटो सो लंगुरियां,मेरो छोटो सो लंगुरियां मेरो प्यारो सो लंगुरियां,जब लंगुरियां को भूख
पिता ब्रह्मा पिता विष्णु पिता भगवान
पिता ब्रह्मा पिता विष्णु पिता भगवान दुनिया में,पिता जैसा नहीं कोई है मेहरबान दुनिया में,ये बचो के लिए चुन चुन के वो दाना
चिठी धुर दरगाहो
चिठी धुर दरगाहो आई सिमरन कर बंदिया,पहिली चिठी आई कोई कीता ना प्रंबध जी,होली होली झड़गे तेरे मुहँ वाले दंद जी,तु ता मुहँ
हर बात को तुम भूलो
हर बात को तुम भूलो भले माँ बाप को तुम मत भूलना,उपकार इनके लाखो है इस बात को तुम मत भूलना,धरती पे देवो को पूजा भगवान् को
ओ जी ओ पाबूजी थोरी
ओ जी ओ पाबूजी थोरी केसर घूघरिया या गमक्कावे ओ पाबूजी,आ तो भगतों रे हित कारणे ,पाबूजी भुरजाला थे हो भगतों र रखवाला.....ओज
लख लख दिवला री है
लख लख दिवला री है आरती आ पाबूजी रे धाम,जग मग जोता है जागती ऐ राठौड़ो रे धाम,रमती जगती है आरती आ कोलूमण्ड रे माय,ढोल नगाड
वक़्त तो लगता है
वर्षो पाप किये है हमने छुपके चोरी चोरी,इतने पापो को धोने में वक़्त तो लगता है,पावन और निर्मल होने में वक़्त तो लगता है,इ
ये कर्म तेरे ये कर्म तेरे
ये कर्म तेरे ये कर्म तेरे यह मनवा के वेहवार तेरे,ये जीवन के आधार तेरे,सब जेवो में उस मालिक ने क्यों तुझको सरेष्ठ बनाया ह
ये माटी में मिल जाएगी
ये माटी में मिल जाएगी,मिल जाएगी रे बन्दे कंचन काया कंचन काया,उस मालिक ने सब जीवो में तुझको सरेष्ठ बनाया है.मोह माया में
मैं सदी होइ साइयाँ दी
साई लाडी शाह ने आप भुलाया,विच नकोदर डेरा लाया,जी करदा दर मल के बह जा,मूड घर न न जावा मैं सदी होइ साइयाँ दी,लाडी शाह ही
जितने दिन यु व्यर्थ कटेगे
जितने दिन यु व्यर्थ कटेगे,फिर न कभी वापिस मिले गे,जीवन तो है बेहता पानी,बेहता ही जायेगा......वादा कर के भी तूने प्यार से