Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
भाव का भूखा हूँ मैं बस भाव ही एक सार है
भाव का भूखा हूँ मैं, बस भाव ही एक सार है |भाव से मुझ को भजे तो, उसका बेडा पार है ||अन्न धन अरु वस्त्र भूषण, कुछ न मुझको
घूँघट के पट खोल
घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।घट घट मै तेरे साईं बसत है,कटुक बचन मत बोल रे ।धन जोबन का गरब ना कीजे,झूठा इन का मो
मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे
मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे |यह विनती है पल पल छिन छिन, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे ||चाहे वैरी सब स
तेरे दर की भीख से है मेरा आज तक गुज़ारा
तेरे दर की भीख से है,मेरा आज तक गुज़ारा,जीवन का है आधारा,जीने का है सहारा........हे करुणा करने वाले,मेरी लाज रखने वाले,त
तेरी इक हंसी ने
तेरा सिजदा न करूं,तेरी इबादत न करूं,लेकिन ये मेरे वश में नहीं,कि मैं मोहब्बत न करूं....हे गोविंद, हे गोपालतेरी इक हंसी न
हम जिंदगी लूटाने
हम जिंदगी लुटाने आये है तेरे दर पे,अपना तुम्हे बनाने आये है तेरे दर पे,सब कुछ लुटा चुके है इक जिंदगी है बाकी,वो भी तुम्ह
कन्हैया को एक रोज रो के पुकारा
कन्हैया को एक रोज रो के पुकारा, कृपा पात्र किस दिन बनूँगा तुम्हारा,मेरे साथ होता है सरेआम तमाशा, है आंखों में आंसू और दि
तेरे नाम की चादर उड़ उड़
तेरे नाम दी चादर ओढ़ ओढ़,सारी दुनिया को छोड़ छोड़,वो तो प्रीत की डोरी जोड़ जोड़,तेरी प्रेम दीवानी हो गई,जोबन मस्तानी हो
मेरे दिल में रहने वाले
मेरे दिल में रहने वाले मुझसे नकाब क्यों ,इतना मुझे बता दे मुझसे नकाब क्यों ,मैंने तो ये सुना तुम हो दया के सागर ,लाखो को
तुम पास पास रहना
तुम पास पास रहना तुम साथ साथ रहना,राही नया नया हूँ हमराही बन कर रहना,राहे है टेढ़ी मेढ़ी गलियां बड़ी अँधेरी,ना कोई अशीना
हर साँस में हो सुमिरन तेरा
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,यूँ बीत जाये जीवन मेरातेरी पूजा करते बीते साँझ सवेरायूँ बीत जाये जीवन मेरानैनो की खिड़की से त
जब याद तुम्हारी आती है
जब याद तुम्हारी आती है मेरा जी भर भर आता है,मैं पल पल तुम्हे भुलाती हु तुम आते हो मुस्काते हो,मुस्काकर फिर छिप जाते हो क
आओ श्याम जी कन्हैया नंदलाल जी
आओ श्याम जी कन्हैया नंदलाल जी,मेरे प्राणो से प्यारे गोपाल जी ।दूर देश की रहने वाली, कैसे तुमको पाऊंकौन सुने या दुखिया मन
जो तुमको भूल जाए वो दिल कहां से लाऊं
जो तुमको भूल जाए, वो दिल कहां से लाऊंदिल है तो दिल में क्या है, कैसे तुम्हे बताऊँमेरे दिल का राज़ गम है, तू है बेनेयाज़
आप क्या जानो ए श्याम सुन्दर
आप क्या जानो ए श्याम सुन्दर,कैसे तुम बिन जिए जा रहें हैं ।तेरे मिलने की उम्मीद लेकर,गम के आंसूं पिए जा रहें हैं ॥ये जुदा
किस से नज़र मिलाऊँ तुम्हे देखने के बाद
किस से नज़र मिलाऊँ तुम्हे देखने के बादआँखों में ताबे दीद अब बाकी नहीं रहाकिससे नज़र मिलाऊँ तुम्हे देखने के बाद...सारे दे
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी मैं तो तुम संग
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम संगवा वा रे रासिया, वा वा रे छैलावा रे लंगरवा, होरी के घरवासास ससुर ने नाही डरूं
मुरली बजा के मोहना क्यों कर लिया किनारा
मुरली बजा के मोहना क्यों कर लिया किनारा।अपनों से हाय कैसा व्यवहार है तुम्हारा॥ढूंढा गली गली में, खोजा डगर डगर में।मन में
मेरी लगी श्याम संग प्रीत
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने २-मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने २-क्या जाने कोई क्या जाने २-मे
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है।करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है।हैरान है ज़
फूलों में सज रहे हैं श्री वृन्दावन बिहारी
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी।और संग में सज रही है वृषभानु की दुलारी॥टेडा सा मुकुट सर पर रखा है किस अदा से,
पसायदान
आतां विश्वात्मकें देवें, येणें वाग्यज्ञें तोषावें । तोषोनि मज द्यावें । पसायदान हें ॥ १ ॥जे खळांची व्यंकटी सांडो, तयां स
पल पल पूजा करके देखी
पल पल पूजा करके देखी,घूम के देखे चारों धाम,धाम धाम और दिशा दिशा,यही गाए सुबह शाम,साईं राम, साईं राम, जय साईं राम,शिरडी आ
गजानन जननी तेरी जय हो
गजानन जननी तेरी जय हो जय हो विजय हो,तेरा लाडला लाल गणपति गणपति हम पर स्दये हो तेरी जय हो विजय हो………ये संगीत यात्रा है दे
छोटी-छोटी कन्याएं
देखी तेरे दरबार माँ,छोटी-छोटी कन्याएं ।लीला करें अपार माँ,छोटी-छोटी कन्याएं ॥हल वो सवाल करें,सबको निहाल करें ।बांटे रे स
माँ तुझे सलाम वन्दे मातरम
वन्दे मातरम !! वन्दे मातरम !!एहसास थोड़ा तो जगाये,अपने दिलों में हम,वन्दे मातरम !! वन्दे मातरम !!क्या नाम है अपना जहां म
कदम कदम पे नक्श है विजय हमारा लक्ष्य है
कदम कदम पे नक्श है विजय हमारा लक्ष्य हैविजय हमारा लक्ष है..विजय हमारा लक्ष है..कदम कदम पे नक्श है विजय हमारा लक्ष्य है ।
सर पे हिमालय का छत्र है चरणों में नदियाँ एकत्र है
जय भारती ! वन्दे भारती !सर पे हिमालय का छत्र है,चरणों में नदियाँ एकत्र हैं,हाथों में वेदों के पत्र हैं,देश नहीं ऐसा अन्य
माई म्हारो सुपनामा परनेया रे दीनानाथ
माई म्हारो सुपनामा,परनेया रे दीनानाथछप्पन कोटा जणा पधारया, दुल्हो श्री बृजनाथ सुपना मा तोरण बंध्या री, सुपनामा गहया हाथ
एक राधा एक मीरा
एक राधा एक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा अंतर क्या दोनों की चाह में बोलोएक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी राधा ने मधुबन में ढ