Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
माहरी भी सेवा को थोड़ो स्वाद चख ले
सेवकियाँ में दादी माहरो नाम लिख ले,माहरी भी सेवा को थोड़ो स्वाद चख ले,चाकरी धनि ही मिली जावे संसार में,पर माहरो मनड़ो ला
तेरा झुंझनू में दरबार तेरी हो रही जय जयकार
सब से बड़ी सरकार तेरी सबसे बड़ी सरकार,तेरा झुंझनू में दरबार तेरी हो रही जय जयकार,हम ने तो लिख दिया है दादी जीवन तेरे नाम
सरब सुहागन मिल मंदरिये में आई
सरब सुहागन मिल मंदरिये में आई दादी जी के हाथ रचाई जी या मेंहदी सोने की झारी में गंगाजल ल्याईकंचन थाल घुलाई जी या मेंहदीच
जिस नैया की झुंझुनुवाली खुद ही खेवनहार
जिस नैया की झुंझुनुवाली खुद ही खेवनहारवो नैया पार ही समझो , बिना पतवार ही समझो,तूफां में कश्ती चाहे हिचकोले खाये, भंवर क
जिसके सिर पे तेरा हाथ हो माँ
जिसके सिर पे तेरा हाथ हो माँ उसकी किस्मत का फिर तो क्या कहना,देने वाली तू ही इक मइयां कब से तरसे मेरे ये दो नैना,जिसके स
रानी सती दादी की हर बात निराली
भगतो पे किरपा करती है झुँझन वाली माँ मेरी,हे सब की झोली भर्ती है झुँझन वाली माँ मेरी,जो दादी दादी गाये ये पल में दौड़ी आ
दादी को नाम अनमोल
दादी को नाम अनमोल बोलो जय दादी की,मैया को नाम अनमोल बोलो जय दादी की,गंगा भी बोले दादी यमुना भी बोले दादी,सरयू की धार से
मैया थारो रूप मन भायो
मैया थारो रूप मन भायो जियो हरषायो,कुन माहरी मियां ने सजायो,बनड़ी सी लागे माहरी माँ सोहनी सोहनी लागे माहरी माँ,मैया थारो
इस झोली पे छाप लगी है तेरे झुँझन धाम की
मेरी इज्जत क्या जाये मेरी जात भिखारी की,इज्जत सारी दुनिया में माँ तेरी दातारि की,अगर मांगने गया कही तो जाये तुम्हारी शान
सिंह की सवारी आने वाली है
सिंह की सवारी आने वाली है झुंझनू से दादी आने वाली है.पलके बिछाये बैठे कब से दर्शन को नैना मेरे तरसे है प्यार दरबार लगाने
म्हाने दादी प्यारी लागे
म्हाने दादी प्यारी लागे,झुंझनू वाली मन भावे या मोटी सेठानी म्हाने बहुत प्यारी लगे,थारे सिर पे चुनरियाँ चमके माथे की बिंद
झुंझनू की सेठानी निहाल कर सी
झुंझनू की सेठानी निहाल कर सी,मांग ले दादी से मालामाल कर सी,जय दादी की जय दादी की,जग से जो मांगे जग नट जावे गो,दादी जी से
झुंझुनू मन्दिर में बंचवाल्यो थारो मंगल पाठ माँ
घणां दीना सूं चाव है दादी, रखल्यो म्हारी बात माँ,झुंझनूं मन्दिर में बंचवाल्यो थारो मंगल पाठ माँ,ई मंगल उत्सव की दादी थे
लाखा की चुनड़ी हो जा चाहे करोड़ की
लाखा की चुनड़ी हो जा चाहे करोड़ की,थारे ओढे बिन मईया के ही को मोल जी,आइयाँ देखा तो माहने चुनडी फीकी लागे,थारे ओडा ही पाछ
करो स्वागत दादी को करो स्वागत मियां को
धन घडी धन भगाये हमारा,दादी जी माहरे घर पधारेया,करो स्वागत दादी को करो स्वागत मियां को,चंदन चौंकी लाया जी गंगा जल मंगवाया
थे म्हारे घरां आया धन्यवाद दादीसा
थे म्हारे घरां आया धन्यवाद दादीसा,थारा टाबरिया ने दीजो आशीर्वाद दादीसा,धन्य हुआ म्हें थारा दर्शन पाकर,राखली थे लाज म्हार
दादी जी थारो झुंझनू दरबार
दादी जी थारो झुंझनू दरबार,भगतो की आह हर गम गूंजे थारी जय जय कार,दादी जी थारो झुंझनू दरबार,बड़े बड़े यहाँ सेठ है आते,हाथ
म्हारी दादी जगत सेठाणी महरो मौज करे परिवार
म्हारी दादी जगत सेठाणी महरो मौज करे परिवार महरी दादी जी,मांगले वा दादी से जब भी पड़े कोई दरकार,म्हारी दादी जगत सेठाणी...
बदले गी किस्मत की लेख चुनड़ी
इक वार ओड़ा कर तो देख चुनड़ी,बदले गी किस्मत की लेख चुनड़ी,हलकी बारी की तू चिंता मिटा दे ,जैसी समाई हो वैसे उड़ा दे,मैया
तू मन से भुला के देख दादी आये गी
तू मन से भुला के देख दादी आये गी,तू लग्न लगा के देख दादी आएगी,तू मन से भुला के देख दादी आये गी,मंदिर मंदिर भटक रहा मन ढू
खाले खाले झुँझन वाली दो रोटी हमारी
तेरा दाना खा खा कर माँ सारी उम्र गुजारी,खाले खाले झुँझन वाली दो रोटी हमारी,ऐसा घर सज जाये मेरा फीकी लगी दिवाली माँ,सज ज
भोला भाला मुखड़ा चाँद सा सोणा है
भोला भाला मुखड़ा चाँद सा सोणा है,देख के महके दिल का कोना कोना है,सो सो बार नैना इसे निहारे फिर भी ये दिल न भरे,प्यारी प्
दादी तेरे मंदिर में आ जीवन कारा वास हो
ऐसा गुनाह करादे मुकदमा आये तेरे पास हो,दादी तेरे मंदिर में आ जीवन कारा वास हो,ऐसा गुनाह करादे मुकदमा आये तेरे पासछोड़ ते
बैठे माँ ऊंचे सिंगसन
बैठे माँ ऊंचे सिंगसन कइया चुनड़ी ओडवा जी,चुनरी ओडन आजा दादी भक्ता बीच भुलावा जी,समजो तो यो परिवार है थारो,इतनो तो माँ अध
भक्त भुलावे भेगा आवो महारी दादी जी
भक्त भुलावे भेगा आवो महारी दादी जी,टाबरे ने कालजे लगाओ म्हारी दादी जी,बालका ने कालजे लगाओ म्हारी दादी जी,थासु ही दादी मै
ओ माँ हमे अपने चरणों से लगा
जिस दिन से आये तेरे शरण खुशियों से महका ये जीवन,जन्मो जन्म तेरे है हम अब तू ही हमे सम्बाले,ओ माँ हमे अपने चरणों से लगा ल
सती मात विराजे रे
झालर संख नगाडा भाजे रे झुंझनू के मंदिर में सती मात विराजे रे,सती मात विराजे रे महारी दादी विराजे रे,भारत राजस्थान में जी
बात ये गले से उतर ती नही
झुंझुन में बिगड़ी सवर ती नहीं,बात ये गले से उतर ती नहीं,दर पे यो इसके सुनाई न होती,बिगड़ी जो इसने बनाई होती,चौकठ पे दुनि
भगत पुकारे आज मावड़ी
भगत पुकारे आज मावड़ी आके लाज बचा जा रे,दुःख पावे है टाबर थारा आके कष्ट मिटा जा रे,सिर पे हमारे गम के बादल जब जब भी मडरात
नारायणी को जवाब नहीं
पहला पुजाइयो झुंझुनू जी पाछे पुजायो देव सर जी,बाद में ढोकवा धाम नारायणी को जवाब नहीं,सबसे पहला सांसरिये की घर घर ज्योत ज