Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
तू नाम भजले घड़ी दो घड़ी
उलझनों की ये सुलझे लड़ी तू राम भजले, ओ श्याम भजले तू नाम भजले घड़ी दो घड़ी\" नाम सुमिरन का धन साथ देगा, जगकी माया क्या क
नाम तुम्हारा तारनहारा
नाम तुम्हारा तारनहारा,कब तेरा दर्शन होगा,जिस की रचना इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा सुर नर मुनि जन तुम निष् दिन शीश निभा
जय जय गूँजे जी जयकारों थारा नाम को
देव धणी को मन्दिर प्यारो , मालासेरी गाँव जी,साडू मां का लाल थांको , जग में मोटो नाम जी.जय जय गूंजे जी जयकारों थारा नाम क
धन तो धणी छ
धन तो धणी छ रे धन भाग रे,श्री म्हारा अब तो आजो जी म्हारे पावणा,घर का तो रूसिया माई बाप रे, श्री जी म्हारा अपणा देवे है म
प्यारो घणो लागे जी नारायण
प्यारो घणो लागे जी नारायण थांको मालासेरी दरबार,मंदिरिया के आजु बाजू सरोवर भरिया हजार,ऊँची ऊँची लहरें चाले ,ठण्डी चाले फु
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारीहे नाथ नारायण वासुदेवाभक्तो को तारा तो क्या तुम ने तारा,रो रो के कहता है ह्रदय हमारा जब जण
श्री विष्णु चालीसा
।।दोहा।।श्री विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय ।कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय ॥।।चौपाई।।नमो विष्णु भगवान खरारी,कष्ट
मन भजन कर हरी नाम का
मन भजन कर हरी नाम का ,हरी नाम बिन प्रभु नाम बिन जीवन नही किसी काम का,ये नाम ही सुख सार हा ये नाम ही धार है,यह नाम ही आधा
देवताओं की करून पुकार एवं ब्रह्मा जी द्वारा प्रभु स्तुति
देवताओं की करून पुकार एवं ब्रह्मा जी द्वारा प्रभु स्तुति :जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता।गो द्विज हितकारी जय अ
श्रीमन नारायण नारायण
श्रीमन नारायण नारायण नारायणश्रीमन नारायण नारायण नारायणबद्रीनारायण नारायण नारायणश्रीमन नारायण नारायण नारायणलष्मी नारायण न
मेरी बांह पकड़ लो एक वार
मेरी बांह पकड़ लो एक वार, हरि एक वार प्रभु एक वार ॥यह जग्ग अति गहरा सागर है, सिर धरी पाप की गागर है ॥कुछ हल्का करदो इसका
कमलाकांत प्रभु कमलनयन स्वामी
कमलाकांत प्रभु कमलनयन स्वामी,घट घट वासी अंतर्यामी ।नारायण दीनदयाल, जय जगदीश हरे ।निज भक्तन के प्रतिपाल, जय जगदीश हरे ॥ ज
ॐ जय लक्ष्मी रमना
ॐ जय लक्ष्मी रमना, स्वामी जय लक्ष्मी रमणासत्य नारायण स्वामी, जन पातक हरणा, ॐ जय लक्ष्मी रमना...रतन जड़ित सिंहासन अद्भुत
रोम रोम मैं ॐ ॐ हैं
रोम रोम मैं ॐ ॐ हैं सांस सांस हरी बोल हरी बोल हरी बोलहरी हरी हरी, हरी हरी हरी, हरी हरी हरी बोल, हरी बोल, हरी बोलहरी हरी
अच्युतम केशवं राम नारायणं अच्युता अष्टकम
अच्युतम केशवं राम नारायणं,कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,श्रीधरं माधवं गोपिका वल्लभं,जानकी नायकं रामचंद्रम भजे।अच्युतम केसव
रे मन रे मन जो मत गावो हरी के गुण
रे मन रे मन जो मत गावो हरी के गुण ।नयन मेरे तरस रहे, पाने को श्री हरी दर्शन ।श्रवन मेरे तरस रहे, सुनने को श्री हरी कीर्त
मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान
श्रद्धा रखो जगत के लोगो, अपने दीनानाथ में।लाभ हानि जीवन और मृत्यु, सब कुछ उस के हाथ में॥मारने वाला है भगवान, बचाने वाला
अपना हरी है हजार हाथ वाला
मैं कहता डंके की चोट पर, ध्यान से सुनेओ लाला,अपना हरी है हजार हाथ वाला।क्या कहना समर्थ साईं का क्या से क्या कर डाला॥कौन
नारायण श्री नारायण भज ले रे मन नारायण
ॐ नमो नारायणाय, ॐ नमो नारायणाय, ॐ नमो नारायणाय।नारायण श्री नारायण, भज ले रे मन नारायण।भवभय भंजन, जन मन रंजन, संकट मोचन,
जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि,स्वामी नारायण नारायण हरि हरि।तेरी लीला सब से न्यारी न्यारी हरि हरि,तेरी महिमा प्रभु है प्यार
करो हरि दर्शन
एक भक्त की भक्ति ने देखो, पृथ्वी पर स्वर्ग उतार लिया ।भगवान वो ही करते हैं यहाँ, जो मन में उन्होने ने धार लिया॥कितनी ही
माझे माहेर पंढरी आहे भिवरेच्या तीरी
माझे माहेर पंढरी, आहे भिवरेच्या तीरी |बाप आणि आई, माझी विठठल रखुमाई |पुंडलीक राहे बंधू, त्याची ख्याती काय सांगू |माझी बह
जो भजे हरि को सदा सोही परम पद पावेगा
जो भजे हरि को सदा, सोही परम पद पावेगा |देह के माला, तिलक और छाप, नहीं किस काम के,प्रेम भक्ति बिना नहीं नाथ के मन भावे |द
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे
साखीसाजन प्रीत लगाय के,दूर देश मत जाओ। बसो हमारी नगरी में,हम मांगे तुम खाओ।।हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे।
कल्लाजी महाराज मेरे अंगना पधारो
कल्लाजी महाराज मेरे अंगना पधारो,-2अंगना पधारो मेरे घर में पधारो, नित ही निवेदन करता हूं मैं आकर मुझको तारो ।जीवन नैया डू
तुम मुझे यूं जला न पाओगे
स्थाई- तुम मुझे यूं जला ना पाओगे-2 जली लंका मेरी जला मैं भी तुम भी एक दिन जलाए जाओगे !!(1). जब भी जुल्
रे साधक सावधान
रे साधक सावधान एक-एक इन्द्रि के वश में सबने प्राण गवाये - 2 जिणरी पाँचों नाही वश में भाई उणरा कौन हवाल ? साधक सावधान !र
तेरी शरण में आके मैं धन्य हो गया हूं
तेरी शरण में आके, मैं धन्य हो गया, जन्मों की प्यास थी जो,-2 मैं सम्पन्न हो गया,तेरी शरण मे आके, मैं धन्य हो ग
हे दयामय हम सबों को शुद्धताई दीजिए
हे दयामय हम सबों को शुद्धताई दीजिये ।-2दूर करके हर बुराई को भलाई दीजिये ॥-2कीजिये हम पर कृपा ऐसी अहो परमात्मा ।हों सभासद
पगतां ने राब बस कित्ता
ਭਗਤਾਂ ਨੇ ਰੱਬ ਵੱਸ ਕੀਤਾ1. ਭਗਤਾਂ ਨੇ, ਰੱਬ ਵੱਸ ਕੀਤਾ, ਪ੍ਰੇਮ ਦੀਆਂ, ਪਾ ਕੇ ਡੋਰਾਂ llਰਹਿੰਦੇ ਨੇ, ਮਸਤ ਦੀਵਾਨੇ, ਨਾਮ ਦੀਆਂ, ਚੜ੍ਹੀਆਂ ਲੋਰਾਂ