
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
हम परदेसी फकीर,कोई दिन याद करोगे,भजले श्री रघुवीर,कोई दिन याद करोगे,हम परदेसी फकीर,कोई दिन याद करोगे......इस सत्संग को भ
होश आता है बशर को,उम्र ढल जाने के बाद,वक़्त की कीमत समझता,वक़्त के जाने के बाद......जब बदलने का समय था,तब तो तू बदला नही
सारा योगी बने संसार, जगत में कोई ना हो बीमार, योग का हो विस्तार, जीवन सारा तर जाएगा....क्लेशों की गठरी ने मन को था
कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो,सेवा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो, मोहे करुणाकर दीजो,सेवा रे थारी.....हरपल सुमिरण सन्तोरि पू
तुम अन्धेरे में ज्योति, मेरी नैया के मांझी जीवन सम्भालो हमारा ओ कृपा सिंधु.....तेरे आशीषों का अन्त न पाया,आतुर दर्शन तुम
तेरे प्रीत से सिंचित है ये मेरा जीवन प्राण,शाश्वत निर्मल निर्झर है ममता का दूजा नाम, तेरी महिमा तो जग में सबसे महान, तुझ
तेरी है ज़मीन तेरा आसमां,तू बड़ा मेहरबां तू बक्शीस कर,तेरी है ज़मीन तेरा आसमां,तू बड़ा मेहरबां तू बक्शीस कर,सभी का है तू
तर्ज – सावन का महीनातीन बार भोजन,भजन इक बार,उसमे भी आते है,विघन हजार.....मन करता है मैं,गंगा नहाऊँ,गंगा नहाऊँ,में जमुना
कैसो खेल रच्यो मेरे दाता,जित देखू उत तू ही तू,कैसी भूल जगत मै डारी,साबित करणी कर रहयो तू......नर नारी में एक ही कहीए,दोय
।भाई बहन।सुन बहना,, ओ बहना,सुन बहना मेरी बहना, ना नम हो कभी तेरे नैना,खुशी ही खुशी हो चारो तरफ, ना आए कभी दुख की रैना,सु
अगर दिल किसी का,दुखाया ना होता,अगर दिल किसी का,दुखाया ना होता,तो सदमों का तीर दिल पे,ये खाया ना होता,अगर दिल किसी का....
तेरा जन्म दिन आया ओ लाडली,तेरा हैप्पी बर्थडे आया ओ लाडली,घर कीर्तन करवाया ओ लाडली,संगता न बुलाया ओ लाडली,तेरे पापा ने मन
क्या तन माँजता रे,एक दिन माटी में मिल जाना,पवन चले उड़ जाना रे पगले,पवन चले उड़ जाना रे पगले,समय चूक पछताना,समय चूक पछता
( राम नाम रटते रहो,जब तक घट में प्राण,कभी तो दिन दयाल के,भनक पड़ेगी कान॥ )माला रो मणियों भजन वाली डोरी,आचा घरो में पोयो
( गोरे गोरे अंग पे गुमान क्या बावरे,रंग तो पतंग तेरो कल उड़ जावेलो,धुएं जैसे धन तेरो जातो न लागे देर,चोरन को माल नही चोव
क्या फूल चढ़ाऊँ मैं,प्रभु के चरणों में,कहाँ कैसे क्या उपहार दूँ,मैं समझ ना पाऊँ,मुझे बता दे प्यारे प्रभु,क्या पसंद है मे
ॐ है उसका नाम हृदय है जिसका धाम, ॐ है उसका नाम हृदय है जिसका धाम सत्य है उसका नाम, जय ॐ नाम.....वो है अजन्मा अनादि अनन्त
ओ जी मेवाड़ प्यारो लागे जी सा,माने मीरा बाई रो देश,मेवाड़ प्यारो लागे जी सा......अरे पूरव दिशा में बूंदी तो कोटा,अन पानी
हंसा सुन्दर काया रो,मत करजे अभिमान,आखिर एक दिन जाणो रे,मालिक रे दरबार,आखिर एक दिन जाणो रे,सायब रे दरबार......गरब वास मे
(तर्ज़:- अम्बे तू है जगदम्बे काली)पित्रों की महिमा भारी, कुल के जो है हितकारी, हम सब उतारे थारी आरती, ओ दादा मिलकर उतारे
जबान जैसी प्यारी जगत में,जबान जैसी खारी क्या,मानुस तन पायो म्हारा मनवा,जीती बाजी हारी क्या,जबान जैसी प्यारी जगत मे,जबान
भजन बिना कोई नहीं जागे रे,थारा जनम जनम का पाप करेड़ा,किण विध भागे रे,भजन बिना कोई नहीं जागे रे......संता की संगत करि कोन
दो दिन की जिंदगानी रे प्राणी काहे,करे तू गुमान रे,करे तू गुमान रे अरे इंसान रे,जीवन बहता पानी रे प्राणी काहे,करे तू गुमा
मान मेरा कहना नही तो पछतायेगा,माटी का खिलौना माटी में मिल जायेगा......सुन्दर रूप देखकर फुला,धन माया के मद में भुला,एक दि
प्रभु नाम में क्या बंदिश,दिन रात लीजिए,ताली बजा बजा कर,ताली बजा बजा कर,शुरुआत कीजिये,प्रभु नाम मे क्या बंदिश,दिन रात लीज
तुझे मैं क्या चढ़ाऊं भगवान ए सारा झूठा ही झूठा है।अगर मैं जल चढ़ाता हूं तो जल मछली का झूठा है।तुझे मैं क्या चढ़ाऊं भगवान
( श्री गणपति गुरु गौरि पद प्रेम सहित धरि माथ,चालीसा वन्दन करौं श्री शिव भैरवनाथ,श्री भैरव संकट हरण मंगल करण कृपाल,श्याम
पागल मन मेरो रे, पागल मन मेरो रे,भजन करे नहीं पागल मन मेरो रे.....इना जनम में तीन पण खोया नहीं पीया एक प्याला,फिर पछताए
जीवन की गाड़ी चली जा रही है,उतरने की मंजिल करीब आ रही है.....काले काले बाल तेरे सफेद हुए हैं,आंखों से कुछ भी दिखता नहीं
क्या भरोसा है इस जिंदगी का, साथ देती नहीं ये किसी का.....सांस रुक जाएगी चलते चलते,शमा बुझ जाएगी जलते जलते,नाम रह जाएगा आ