Hanuman Chalisa
Tune into Devotional Melodies
Contemporary Devotional Music: A Harmony of Praise and Devotion
हे यहोवा
हे यहोवा, मैंने तुझे पुकारा हैमेरे लिए फुर्ती कर!जब मैं तुझे पुकारूँतब मेरी ओर कान लगा,हे यहोवा...मैं तुझे पुकारता हूँ ख
कैसे दर तेरे आऊँ
तर्ज - पारम्परिककैसे दर तेरे आऊं मेरी समझ में कुछ न आये,ओ बाबोसा चूरूवाले तेरी याद मुझे तड़फाये.....चूरू धाम जाने की मुझ
महाराज सिंगाजी संत ज्ञानो की बाजी नौबत
महाराज सिंगाजी संत महाराज सिंगाजी संत,ज्ञान की बाजी नौबत महाराज सिंगाजी संत.....ब्रह्मगिर को हुआ आचरज, कहो कोन भया रे सा
अब कायन को कल्पे मुरख
अब कायन को कल्पे मूरख परदेसी कोई आया रे,परदेसी कोई आया मुसाफिर परदेसी कोई आया रे.....एक बूंद की रचना सारी, गया बून्द बहु
आओ नया साल मनाये
तर्ज - पारम्परिकआओ नया साल मनाये,बाबोसा की भक्ति में खो जाये,हैप्पी न्यू ईयर....बीते वर्ष की यादे कभी जाये न भुलाई,बाईसा
हम जानत हमरे संग बीती
हम जानत हमरे संग बीती,एक एक बार सभी संग बीती....सूरज चाँद रहते गगन में,सूरज चाँद रहते गगन में,ग्रहण लग्यों उनके संग बीती
प्यारे मनवा तू करले भजनवा
प्यारे मनवा तू करले भजनवा, भजन एक बार है,तेरा हीरा तन जाए बेकार है.....पहले कहा था उद्धार करो प्रभु जी,भजन करूंगा तेरा स
मैं तो भूल गई भगवान
मैं तो भूल गई भगवान नाम तेरा भूल गई,मुझे नहीं रहा कुछ याद नाम तेरा भूल गई.....नाम जपन जब मैं बैठी पड़ोसन घर आ गई,मुढा भी
सजी गई समाधि ज्योत जले
सजी गई समाधि ज्योत जले सुबह शाम, जरा जई ने देखो सिंगाजी को धाम.....सजी गई समाधि ज्योत जले सुबह शाम, जरा जई ने देखो सिंगा
चढ़ी जा निर्गुण घाटी मन तु
चढ़ी जा निर्गुण घाटी मन तु चढ़ी जा निर्गुण घाटी,कोई नही थारो संघाति मन तु चढ़ी जा निर्गुण घाटी.....खय ले रे पी ले तु लय
आनोभद्रा
आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतोऽदब्धासो अपरितासउद्भिदः।देवा नो यथा सदमिद् वृधे असन्नप्रायुवो रक्षितारो दिवे दिवे॥देवाना
मेरे साथ रहते है
तर्ज - बड़े अच्छे लगते है मेरे साथ रहते है,श्री बाबोसा बनके साया, मेरे संग हर दम.....हर दिन हर पल, बाबा मेरी झोली में खु
बाबोसा मैं हूँ नैया
बाबोसा मैं हूँ नैया, तू ही पतवार है,तु ही तो मेरा खेवनहार है,बनकर के माझी भव पार करेगा,लहरो में न डूबेगी तेरा आधार है,बा
जब सर पे बाबोसा का हाथ
तर्ज - गली में आज चाँद निकला जब सर पे बाबोसा का हाथ, फिकर फिर क्यू करे,तेरी बिगड़ी बनेगी हर बात, तू दुनिया से क्यों डरे,
कितना प्यारा श्रंगार सजाया
तर्ज - कितना प्यारा तुजे रब कितना प्यारा श्रंगार सजाया, दर्शन करते रहे,जैसे धरती पे चांद है आया, जी करे देखते रहे,शीश म
मुझे मिले नहीं भगवान
मुझे मिले नहीं भगवान,मैं ढूंढ के हार गया,मुझे मिले नहीं भगवान,मैं ढूंढ के हार गया......काशी मथुरा हरिद्वार गया,गंगा सागर
धन जिगरा कलगियाँ वाले दा
ਮਾਂ ਗੁਜ਼ਰੀ ਕਰਮਾਂ ਵਾਲੀ ਏ, *ਜਿਸ ਮਰਦ ਸੂਰਮਾ ਜਣਿਆ ਏ,ਨੇਕੀ ਦੀ ਖ਼ਾਤਿਰ ਲੜ੍ਹਦਾ ਰਿਹਾ, ਮਾੜ੍ਹੇ ਦਾ ਹਾਮੀ ਬਣਿਆ ਏ lਮਜ਼ਲੂਮ ਦੀ ਇੱਜ਼ਤ ਰਾਖੀ ਲ
ध्यान राखजो रे भाया फिर ना पड़ेगी
घणी दूर सु आयो कोरोना भारत में क्यों आज, अररर भारत में क्यों आज, ध्यान राखजो रे भाया, फिर ना पड़ेगी मार,
ठंडे बुर्ज च बैठी माता
ਠੰਡੇ ਬੁਰਜ \'ਚ ਬੈਠੀ, ਮਾਤਾ ਸ਼ਗਨ ਕਰੇ, ਸ਼ਗਨ ਕਰੇ,\'ਜ਼ੋਰਾਵਰ, ਫਤਹਿ ਸਿੰਘ, ਘੋੜੀ ਚੜ੍ਹੇ xll\' llਨਿੱਕੇ ਨਿੱਕੀਆਂ, ਕਲਗੀਆਂ, ਲਗਾ ਕੇ ਤੁਰੇ*
मेरी बिगड़ी बना देना
ओ बागड़ के सरदार मेरी बिगड़ी बात बना देना,ओ बागड़ के सरदार मेरी बिगड़ी बात बना देना.....मै इस दुनिया में घूम लिया मेरा न
गुरु सिंगाजी की सजी रे बारात
गुरु सिंगाजी की सजी रे बारात कुटुम सब भेलों हुयों..... बाबा ओहम सोहम रथ जोतिया, रथ गया हे बेकुंठ धाम, कुटुम सब भेलों हुय
गौधन को रखवालो संत सिंगाजी
गौधन को रखवालों संत सिंगाजी कवय गयो रे,गवलय समाज को बेटो जगत मे नाम कमय गयो रे..... जेने खजूरी मे जनम लियो रे, माँ गउर क
श्री बाबोसा का जयकारा बोल रहा जग सारा
तर्ज - ये देश है वीर जवानों का हो.... हो....श्री बाबोसा का जयकारा, ये बोल रहा है जग सारा,जरा प्रेम से बोलो.... होय...तुम
आओ बाईसा थाने आज बुलावे (धमाल )
तर्ज - धमाल आओ बाईसा थाने आज बुलावे बाबोसा परिवार, आओ बाईसा,मन मंदिर में लेके पधारो, बाबोसा ने लार, आओ बाईसा,आओ बाईसा था
ओ बाबोसा मेरे भगवन तेरा हरपल शुकर करूँ मैं
तर्ज - तुझे सूरज कहुँ या चंदाजब सर पे हाथ है तेरा, तेरे होते क्यो फिकर करूँ मैं,श्री बाबोसा मेरे भगवन, तेरा हरपल शुकर कर
तीनो शक्ति महान
खाटू माहि श्याम धणी है सालासर हनुमान,झुंझुन माहि दादी भवानी तीनो शक्ति महान,बोलो जय जय जय श्री श्याम, थारो नाम लिया हो ज
जगत में सब मतलब के यार
जगत में सब मतलब के यार,जिसके पास रहे धन दौलत उसके मित्र हजार,जगत में सब मतलब के यार.....कोई किसी का नहीं जगत में,यह वेदो
लै वे गंगू पापीया
ਲੈ ਵੇ ਗੰਗੂ ਪਾਪੀਆਂ ll, ਲਾਹਨਤਾਂ ਸੰਭਾਲ ਵੇ,ਨੀਹਾਂ \'ਚ ਸ਼ਹੀਦ ਹੋ ਗਏ, ਗੋਬਿੰਦ ਦੇ ਲਾਲ ਵੇ xll-llਬੱਚਿਆਂ ਦੇ ਦਿਲਾਂ ਦੀਆਂ, ਧੜਕਣਾਂ ਖ਼ਲੋ ਗ
की डरना उस मौत तों जिन ओना ही ओना
ਜਾਓ ਮੇਰੇ ਪੋਤਿਓ, ਤੁਸੀਂ ਨਾ ਘਬਰਾਉਣਾ llਕੀ ਡਰਨਾ ਉਸ ਮੌਤ ਤੋਂ, ਜਿੰਨ ਆਉਣਾ ਹੀ ਆਉਣਾ llਸਾਡੇ ਘਰ ਦੀ ਰੀਤ ਹੈ, ਅਸੀਂ ਜ਼ੁਲਮ ਸਹਾਰੇ llਜਿੱਤਿਆ
धन जोबन और काया
धन जोबन और काया नगर की,न जोबन और काया नगर की,कोई मत करो रे मरोर....क्यूँ चले से आंगा पांगा,चिता बिच तने धर देंगे नंगा,एक