
Hanuman Chalisa
Devotional Songs
क्या क्या किया जनाब,वहां सब हिसाब है,अच्छा किया या खराब,वहां सब हिसाब है.....एक अदालत यहा एक अदालत वहां,एक अदालत यहा एक
किस तरह से नमन मैं करूँ आपका,स्वागतम, स्वागतम, स्वागतम, आपका.....आप आए बड़ी उमर है आपकी,बस अभी नाम मै लिया आपका,किस तरह
तर्ज - चलो बुलावा आया है....मिग्सर का मेला आया है भक्तो को बुलाया है,हो...दिल्ली रोहिणी में बाबोसा ने ये दरबार लगाया है
बिगड़ गई फैशन में दुनिया जमाना कलयुग का आया,जमाना कलयुग का आया जमाना बहुत बुरा आया, बिगड़ गई फैशन में दुनिया जमाना कलयुग
बाबोसा भगवान का ये दरबार है,हो बाबा तेरे ही भरोसे, मेरा परिवार है,श्री बाबोसा भगवान....चाहे डुबोदे, चाहे तिरादे, मेरे जी
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है....बना एक कांच का मंदिर उसी में भगवान रहते हैं,लिए हैं पेन और कागज सभी की तकदीर
करले चिंतन, छोड़ दे चिंता, बाबोसा के हाथ मे,बनके पिता वो, तेरी चिंता हरगे, बैठे है तेरे साथ मे - 2करले चिंतन.....चिंता
ढल गई सारी उमरिया सफ़ेद बाल हो गये,खो गई मुखड़े की शोभा बुरे हाल हो गये.....तूने नहीं माना गुरु का समझाना,की फिरता रहा म
रु..... रु... रु....आजा री प्यारी निंदिया आजा तू, नयनो में आके समा जा तू,श्री बाबोसा का सपना मैं देखु,रु..... रु... रु..
जीव जंतु और पशु पखेरु नाचे दुनिया सारी,नाचन में के दोष बताया याते अक्कल की होशियारी....पहलम झटके ब्रह्मा नाचया, रची सृष्
वेद शास्त्र ढुंढ लिए एक ओम बराबर ना कोन्या,श्रवण जैसा पुत्र जगत में कोशल्या जैसी मां कौन्या....कोन्या ताल सरोवर जैसा, गं
ममता की है मूरत है करुणा की जो सागर,मंजू बाईसा हमारी है प्रेम की वो गागर....जिनके दिल मे रहते, श्री बाबोसा भगवान,आई है क
आया भाई दूज त्यौहार भईया घर आ जाओ, तेरी बहना देखे बात भईया घर आ जाओ.... तेरी याद में भईया मेरी आँखें तरस रही कब से,खुशिय
जब दुख के बादल छाये, कोई राह नजर न आये,तब बाबोसा ही आकर, मेरे हर संकट को मिटाये,जब दुख के बादल छाये.....जब जब में राह से
प्यारी प्यारी प्यारी तुलसा महारानी,छाई है हरियाली तुलसा महारानी.....कहां से आई तुलसा महारानी,कहां छाई हरियाली तुलसा महार
कैसा आया है जमाना कलयुग घर-घर राज करे......पानी आंखो का मरा, मरी शर्म और लाज,कहे बहू और सास से घर में मेरा राज,कैसा आया
ग्यारस के दिन तुलसा ना तोड़ो,हरि के चरण कभी मत छोड़ो.....मात पिता और प्रभु हमारे,यह तीनों हे पालनहारे,इनकी सेवा कभी ना छ
रख लई दाढ़ी बढ़ा ली जटा,साधु के भजन का कोई ना पता.....एक दिन मंदिर में देखाकर रहे पूजा बजावे घंटा,साधु के भजन का कोई ना
देखो अम्बर से, फूल बरसते है,नर नारी मिलके, अगवानी करते है,बाईसा पधारे है, पलके बिछाये हम,बाबोसा भी आयेंगे, दिल से पुकार
क्षमा करो हे मेरे प्रभुजी,अब तक के सारे अपराध,धो डालो तन की चादर को,लगे है उसमे जो भी दाग।तुम तो प्रभुजी मानसरोवर, अमृत
( बाबोसा की भक्ति में जो डूब जाते है,बनके बाबोसा के प्रेमी जग में सम्मान पाते है,बाबोसा के रूप में बाईसा हमको मिले है,द
टूट ना जाये कही सांसों की माला,इसको संभालना रे,चरु के राजा अपनी कृपा नजरिया,भक्तो पे डालना रे,बाबोसा ओ मेरे बाबोसा....
पालम वाले दादा आजा घोड़े चढ़के,सेवा में करूँगा तेरी आगे बढ़के,पालम वाले दादा आजा घोड़े चढ़के…..गंगा जल से दादा तनै नहलाऊ
तर्ज - तेरा साथ है कितना प्यारा बाबोसा मुझे तेरा सहारा, थामे रहना हाथ हमारा, अगर जो गिर मैं जाँऊ, मुझे देना सहारा, दुनिय
भजन बिना कैसे गवा दई ज़िंदगानी,किया न कर से करना था जो,करता रहा मनमानी,भजन बिना कैसे.....गर्भवास में जब तू आया,प्रभु से
रख लेती करवा चौथ लंगुरिया,मन की तमन्ना पूरी हो जाती....यह रे व्रत मीरा ने रखे,उन्हें मिल गए श्री भगवान लांगुरिया,मन की त
उमर सारी बीत गई माला ना फेरी…..भोर भऐ चिड़िया चहकाई,मैं सबसे पहले जाग गई माला ना फेरी…….नहाय धोय पूजा पर बैठी,यह निदिया
लांगुरिया तेरे खातिर जोगन बन जाउंगी....लांगुर तेरे कारण गेंद बन जाऊंगी,गेंद बन जाऊंगी मैं बल्ला बन जाऊंगी,लांगुर तेरे का
तर्ज - वो महाराणा प्रताप कठे इन कलयुग में बाबोसा, भक्तो रा बेड़ा पार करे,सांचे मन से जो सुमरे, श्री बाबोसा रो ध्यान धरे,
तर्ज - अफसाना लिख रही हूँ आ जाओ न बाईसा, मेरे मकान में,थारी छम छम पायल बाजे, सारे जहान में,आ जाओ न बाईसा....